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मोटे अनाज के व्यंजन बनाने के लिए बनारस में खाद्य विभाग लेगा खास शेफ की मदद

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Published : Sep 1, 2022, 8:44 PM IST

Updated : Sep 1, 2022, 10:46 PM IST

वाराणसी में बड़े और मोटे अनाज के साथ खाने-पीने के एक बेहतर विकल्प को खाद्य विभाग (food department) नए तरीके से पेश करने जा रहा है. इसके लिए बकायदा बच्चों को एजुकेट भी किया जाएगा.

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मोटा अनाज

वाराणसी: बदलते दौर के साथ इंसान की जरूरत बदल रही है. इंसान की जरूरतों के साथ इंसान का रहन-सहन और खाना-पीना भी बदल रहा है. पहले सेहतमंद खाना इंसान के लिए जरूरी था और यह खाना पेट भरने के साथ लंबी लाइफ जीने में भी मदद करता था. वहीं, अब लोगों ने जल्दबाजी के चक्कर में फास्ट फूड (coarse cereal) को अपनाया लिया है. वहीं, मोटा अनाज जिसे मिलेटस यानी बाजरा, मक्का, ज्वार, रागी कोदो सामा, सांवा, लघु, धान्य, कुटकी, कांगनी और चीना जैसे अनाज अब गुजरे जमाने की बात हो गई है.

ज्यादा से ज्यादा लोग अपने भोजन में गेहूं का इस्तेमाल करके अपने को सेहतमंद बताते हैं, लेकिन इन सब के बड़े और मोटे अनाज के साथ खाने-पीने के एक बेहतर विकल्प को बनारस में खाद्य विभाग ( Banaras Food Department) नए तरीके से करने जा रहा है. इसके लिए बकायदा बच्चों को एजुकेट भी किया जाएगा.

अधिकारी संजय कुमार सिंह ने दी यह जानकारी.

पीएम मोदी ने मन की बात में दी मोटे अनाज को तवज्जो
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मोटा अनाज अपने दिनचर्या में उपयोग करने की बात पर जोर दे रहे हैं. अभी हाल ही में उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में मोटे अनाज को तवज्जो दिए जाने के लिए कहा. इसके बाद उनके संसदीय क्षेत्र बनारस में खाद्य विभाग ने एक ऐसा प्लान तैयार किया है, जो मोटे अनाज को लोगों के बीच पॉपुलर करने और इससे अलग-अलग डिशेस नए और अनोखे तरीके से बनाए जाने की जानकारी दी जाएगी.

होटल मैनेजमेंट के छात्रों एवं छात्राओं के साथ तैयारी की जाएंगी डिशेस
खाद्य एवं औषधि विभाग (Food and Drug Department) के अधिकारी संजय कुमार सिंह का कहना है कि खाद्य विभाग इसके लिए एक खास प्लान तैयार किया है, जिसमें होटल मैनेजमेंट के छात्रों एवं छात्राओं के साथ मिलकर मोटे अनाज की तरह-तरह की डिशेस तैयार करने की प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी. इसके अलावा उनसे तरीके भी सीखे जा रहे हैं और सिखाएं भी जा रहे हैं. लोगों को जो मोटे अनाज से अलग-अलग तरह के डिशेस बनाने के टिप्स देगा.

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ट्रेंड शेफ के साथ मिलकर बनाएंगे खास व्यंजन
संजय कुमार सिंह का कहना है कि अभी शुरुआत में हम होटल मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं और वहां ट्रेंड शेफ के साथ मिलकर मिलेट्स का एक पूरा मैन्यू बनाएंगे. इसका अलग-अलग इंस्टिट्यूट के ट्रायल पूरा होने के बाद हम इसको बच्चों के बीच में भी ले जाएंगे. अलग-अलग स्कूलों में इसकी जानकारी देकर बच्चों को मिल के फायदे और फास्ट फूड के नुकसान के बारे में बताया जाएगा.

इसका मकसद सिर्फ इतना है कि मोटे अनाज का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा हो और लोग अपनी सेहतमंद जिंदगी जी सकें. इसके लिए शुरुआत में तो यह प्लान है, उसके बाद स्कूलों में अलग से वीकेंड पर क्लासेस और छुट्टी से पहले अलग स्पेशल क्लास के जरिए बच्चों तक इन सबकी जानकारी पहुंचाते हुए पेरेंट्स को भी इसके बारे में बताया जाएगा. मोटे अनाज के जरिए होने वाले फायदे और फास्ट फूड के नुकसान (disadvantages of fast food) से अब बनारस में बच्चों और उनके पेरेंट्स को स्पेशल क्लास देकर मोटे अनाज से अलग-अलग डिशेस के टिप्स भी बताए जाएंगे.

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Last Updated :Sep 1, 2022, 10:46 PM IST

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