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अंतर्राष्ट्रीय महिला कुश्ती में सिल्वर जीतने वाली किसान की बेटी, शिवानी पवार का घर पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

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Published : Jan 7, 2022, 3:40 PM IST

MP के छिंदवाड़ा की बेटी शिवानी पवार ने प्रदेश का नाम देश के साथ ही विदेश में भी किया है. शिवानी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप में रूस की मारिया को हराकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया है. शिवानी किसान परिवार से हैं. उनकी दो और बहनें भी कुश्ती की खिलाड़ी हैं. शिवानी जब अपने गांव उमरेठ पहुंची तो वहां उनका भव्य स्वागत किया गया.

International Women Wrestler Shivani pawar
छिंदवाड़ा की अंतर्राष्ट्रीय महिला कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार

छिंदवाड़ा। अंतर्राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल करने वाली छिंदवाड़ा की बेटी शिवानी पवार अपने गृह ग्राम उमरेठ पहुंची. इस दौरान उनका जगह-जगह भव्य स्वागत और सम्मान किया गया. शिवानी पवार ने सर्बिया में अंडर-23 अंतर्राष्ट्रीय महिला कुश्ती प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था. फाइनल में अमेरिका की पहलवान से मात खाने के बाद शिवानी ने प्रतियोगिता में रजत पदक जीता. इससे पहले 50 किलो वर्ग के सेमीफाइनल में शिवानी ने रूस की मारिया को पटखनी देकर फाइनल में प्रवेश किया था, लेकिन वो फाइनल में अमेरिका की पहलवान से हार गईं. इस प्रतियोगिता में भारत से 30 महिला खिलाड़ी शामिल हुईं, जिसमें मध्यप्रदेश से एकमात्र खिलाड़ी शिवानी पवार ने हिस्सा लिया था.

समाज ने किया स्वागत, बढ़ाया देश का मान

दंगल गर्ल शिवानी पवार ने वर्ल्ड वूमेन कुश्ती चैंपियनशिप के 50 किलो वर्ग के फाइनल मुकाबले में रजत पदक जीता है. छिंदवाड़ा के उमरेठ के किसान नंदलाल पवार की तीन बेटियां हैं और एक बेटा. तीनों बहनों को बचपन से ही कुश्ती का शौक था, शिवानी पवार विश्व कुश्ती सीनियर चैंपियनशिप में जगह बनाने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला पहलवान बन गई हैं. हालांकि छिंदवाड़ा की यह दंगल गर्ल SSB में नौकरी करने के साथ दिल्ली में ट्रेनिंग भी कर रही है.

बेटियों ने बढ़ाया मान: पुष्पा पवार

ईटीवी भारत को शिवानी पवार की मां पुष्पा पवार ने बताया कि जब तीनों बच्चियां कुश्ती खेलती थीं, उस समय समाज में अलग-अलग प्रकार की बातें होती थीं. लोग कहते थे कि लड़की को कुश्ती खिला रहे हो, कई बार यह स्थिति होती थी कि जब वह बाहर कुश्ती खेलने जाती थीं, तो उन्हें लड़कों के साथ भी कुश्ती खेलनी पड़ती थी. तब समाज में तरह-तरह की बातें होती थीं. उन्होंने कहा कि उस दौर में जो लोग ताने मारते थे, आज वह उनसे मिलने का इंतजार करते हैं. शिवानी के रजत पदक जितने पर मां पुष्पा पवार ने खुशी जताई.

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