छत्तीसगढ़

chhattisgarh

Ganesh Chaturthi 2023: भगवान गणेश की मूर्ति भी बना रही आदिवासी महिलाएं

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 15, 2023, 2:11 PM IST

Updated : Sep 15, 2023, 2:42 PM IST

Ganesh Chaturthi 2023 सरगुजा में स्वयं सहायता समूह के तहत महिलाओं ने नया काम शुरू किया है. आदिवासी महिलाएं भगवान गणेश की प्रतिमा भी बना रही हैं. जिसे बेचकर महिलाएं काफी अच्छा मुनाफा कमा रहीं हैं.
Ganesh Chaturthi 2023
सरगुजा में स्वयं सहायता समूह

महिलाओं ने भगवान गणेश की मूर्ति बनाकर बढ़ाई आमदनी

अंबिकापुर:छत्तीसगढ़ के सरगुजा में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने गणेश पूजा को देखते हुए मूर्ति बनाने का काम शुरू किया है.अम्बिकापुर के मेंड्राकला में महिलाएं गणेश जी की सुंदर मूर्तियां बना रहीं हैं. इनमें उत्पादक समूह कर्मी और शक्ति समूह की महिलायें शामिल हैं. अम्बिकापुर के मेंड्राकला में एक समूह की 10 महिलाएं और सीतापुर क्षेत्र के एक समूह की 12 महिलाएं गणेश प्रतिमा बना रहीं हैं.

महिलाएं मूर्ति बनाकर कमा रहीं मुनाफा: गणेश प्रतिमा बनाने वाली महिला विमला बताती हैं, "ग्राम मेंड्राकला में हम लोगों ने 15 दिन से आगामी त्यौहार को देखते हुए गणेश मूर्ति निर्माण का काम शुरू किया है. अब तक 10 हजार का एडवांस मिला है, जिसमें 7 हजार रुपए तक आमदनी समूह को मिली है. मूर्ति निर्माण का काम आर्डर के रूप में किया जा रहा है. शहर में स्टॉल लगाकर और सी मार्ट में इन मूर्तियों को बेचा जाएगा. हम लोग 30 मूर्ति बना चुके हैं, गणेश पूजा तक 50 मूर्ति और बना लेंगे."

"हम लोगों ने सोचा की थोड़ा अलग तरह से मूर्ति बनाकर के देखें, जो लोगों तक पहुंच सके. हम लोग नहीं जानते हैं कि मूर्ति किससे बनाई जाती है. हमने सोचा कि गांव की ही मिट्टी से बनाकर देखें ताकि लोगों तक पहुंच सकें और हम लोगों का भी फायदा हो. इसलिए हम लोग गांव की ही मिट्टी से इन मूर्तियों को बना रहे हैं." - सुनीता, सदस्य, महिला समूह

vinayak chaturthi vrat vidhi: विनायक चतुर्थी व्रत पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त
Ganesh Chaturthi 2023: इस गणेश पूजा में मूर्तिकारों को अच्छी कमाई की उम्मीद, मिलने लगे बड़ी गणेश मूर्तियों के ऑर्डर
Financial Condition Of Sculptors: मूर्तिकारों को नहीं मिलती मेहनत की सही कीमत, पुश्तैनी काम को जिंदा रखने के लिए करते हैं मेहनत

महिलाओं की सालाना आमदनी 1 लाख पार:अंबिकापुरशहर में 15 हजार से ज्यादा गरीब महिलाएं स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर हुई हैं. बड़ी बात यह है कि इनमें ज्यादातर महिलाएं आदिवासी समाज से हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की करीब 2 लाख 40 हजार महिला आबादी में से 1 लाख 29 हजार महिलाएं स्वरोजगार कर अपने जीवन को बेहतर बना रहीं हैं. विभाग के सर्वे के अनुसार, इनमें से 27 फीसदी यानी करीब 34 हजार महिलाओं की सालाना आमदनी 1 लाख से ज्यादा है.

Last Updated :Sep 15, 2023, 2:42 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details