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सहायक शिक्षक के घर EOW की छापामार कार्रवाई जारी, जानें 26 साल में 35 लाख वेतन पाने वाला धर्मेंद्र कैसे बना करोड़पति

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Published : Mar 9, 2022, 12:27 PM IST

Updated : Mar 9, 2022, 12:56 PM IST

मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुधवार को EOW की टीम ने एक सहायक शिक्षक के घर छापा मारा. प्राथमिक जांच में टीम को करोडों की संपत्ति का ब्योरा मिला, अभी एक लॉकर खुलना बाकी है. शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षक पर दो मारपीट के केस भी दर्ज हैं. सहायक शिक्षक धर्मेंद्र को 26 साल की नौकरी में 35 लाख रुपए वेतन मिला, लेकिन संपत्ति करोड़ों में. जिसको लेकर अभी जांच जारी है, जांच के बाद संपत्ति के और भी रिकार्ड मिलने की उम्मीद है.

EOW raid at assistant teacher's house UJJAIN
उज्जैन में सहायक शिक्षक के घर ईओडब्ल्यू का छापा

उज्जैन। EOW एसपी को आय से अधिक संपत्ति की मिली सूचना के बाद टीम मौके पर पहुँची, जहां कार्रवाई की जा रही है. प्राथमिक जांच में मौके पर 2 ट्रैक्टर ट्रॉली सहित 3 मकान, एक गोदाम, 2 दुपहिया-चारपहिया वाहन और 34 हजार की राशि नगद मिली है. अभी तलाशी लगातार जारी है, एक लॉकर है जो खुलना बाकी है. ज्वेलरी, जमीन के काजग व अन्य की जांच लगातार की जा रही है.

26 साल की नौकरी में 35 लाख वेतन करोड़ों की संपत्ति

शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षक के घर पर छापा

शिक्षा विभाग के एक सहायक शिक्षक के अंकपात मार्ग स्थित निवासी पर बुधवार सुबह उज्जैन ईओडब्ल्यू ने छापा मारा. शुरूआती तलाशी में ही शिक्षक के पास से करोड़ों की चल-अचल संपत्ति मिली है. जबकि उसे 26 साल की नौकरी में करीब 35 लाख रुपए वेतन मिला है. पूरी जांच के बाद संपत्ति कई गुना बढ़ने की उम्मीद है. धर्मेद्र चौहान महाराजवाड़ा स्कूल क्रमांक 2 में सहायक शिक्षक है, उसके घर बुधवार सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने छापा मारा. प्राथमिक जांच में चौहान के घर से 34 हजार रुपए नकदी मिले, लेकिन महालक्ष्मी कॉलोनी में आलीशान मकान, बडनगर स्थित ग्राम धरेड़ी में करोड़ों की जमीन, ट्रैक्टर-थ्रेशर, स्कार्पियों कार के साथ यूको बैंक में लाकर का रिकार्ड मिला.

सहायक शिक्षक धर्मेंद्र चौहान के यहां मिली करोड़ो की संपत्ति

26 साल की नौकरी में 35 लाख वेतन, करोड़ों की संपत्ति

EOW की टीम ने शिक्षक का सर्विस रिकार्ड खंगाला तो पता चला कि धर्मेंद्र के पिता अंतरसिंह शिक्षक थे. उनकी मौत के बाद धर्मेंद्र की 1994 में 750 रुपए वेतन पर अनुकंपा नियुक्ती हुई थी. अब तक उसे करीब 35 लाख रुपए वेतन मिला है. ईओडब्ल्यू को मिली जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र वर्ष 2005 से 2010 तक जिला पंचायत में अध्यक्ष का पीए रहा है, उसी दौरान उसने बैनामी संपत्ति अर्जित की है. जांच के बाद संपत्ति के और भी रिकार्ड मिलने की उम्मीद है. धर्मेंद्र पर मारपीट के भी केस दर्ज हैं.

सहायक शिक्षक पर मारपीट के केस दर्ज

EOW के इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि उज्जैन ईओडल्यू एसपी दिलीप सोनी को आय से अधिक संपत्ति की सूचना मिली. सूचना पर कार्रवाई करते हुए सहायक शिक्षक के घर छापा मारा जिसमें बेनामी संपत्ति का रिकार्ड मिला है. एक लॉकर भी मिला है, जिसके खुलने के बाद स्थिति साफ होगी. मामले में संबंधित पर अनुपातहीन केस दर्ज किया जाएगा. सहायक शिक्षक पर पूर्व में मारपीट के भी दो केस दर्ज हैं.

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Last Updated : Mar 9, 2022, 12:56 PM IST

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