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टीकाकरण पर भारी पड़ रही अफवाह, ग्रामीण इलाकों में घरों से नहीं निकल रहे लोग

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Published : Jun 6, 2021, 6:19 PM IST

प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन की सुस्त गति सरकार के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. वैक्सीन को लेकर ग्रामीणों में जो भ्रह है, उसे दूर करने के लिए सरकार कई कदम उठाने जा रही है.

Vaccination speed in villages slow
टीकाकरण पर भारी पड़ रही अफवाह

भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्रामीण अंचल में लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में अब तक सिर्फ 30 हजार लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई है. इसमें भी बचाव का दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या और भी कम है. उधर ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में भ्रम दूर करने और टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए प्रशासन इलेक्शन जैसी प्लानिंग की तैयारी कर रहा है. साथ ही घर-घर पीले चावल भेजने और वैक्सीनेशन के लिए इनाम जैसे कदम भी उठाए जा रहे हैं.

टीकाकरण पर भारी पड़ रही अफवाह

अभी तक सिर्फ 29 हजार 709 ग्रामीणों का हुआ टीकाकरण

कोरोना की दूसरी लहर का प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी जबरदस्त असर रहा है. ग्रामीण अंचलों में सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, 1 लाख 64 हजार से ज्यादा कोरोना के संदिग्ध मरीज मिले हैं. हालांकि अब गांवों में भी संक्रमण कम हुआ है. प्रदेश की 22,334 यानी 97 फीसदी पंचायतें ग्रीन जोन में आ चुकी है. कोरोना के इतने मामले के बाद भी ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर लोग आगे नहीं आ रहे हैं. प्रदेश में 29 हजार 709 ग्रामीणों ने ही वैक्सीन लगवाई है. पहला डोज लेने के बाद दूसरा डोज लेने वालों की संख्या तो और भी कम है. प्रदेश में 25 हजार 894 ग्रामीणों ने वैक्सीन का पहला डोज तो लगवाया, लेकिन दूसरा डोज लगवाने के लिए सिर्फ 3815 ग्रामीण ही आगे आए.

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टीकाकरण में सागर से पिछड़े भोपाल-इंदौर

  • भोपाल जिले के ग्रामीण इलाकों में 527 लोगों का ही वैक्सीनेशन हुआ है, इसमें दूसरी डोज सिर्फ 77 ग्रामीणों ने ही लगवाई.
  • ग्वालियर जिले के ग्रामीण इलाकों में 262 लोगों का टीकाकरण हुआ, 39 ग्रामीणों ने दूसरा डोज लगवाया.
  • इंदौर जिले के ग्रामीण इलाकों में 686 लोगों ने टीका लगावाया, दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या सिर्फ 22 है.
  • जबलपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में 3189 लोगों का टीकाकरण हुआ, लेकिन दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या सिर्फ 228 है.
  • उज्जैन जिले के ग्रामीण इलाकों में 3261 का टीकाकरण हुआ, दूसरा डोज 226 को ही लगा.
  • सागर जिले के ग्रामीण इलाकों में 2958 लोगों का टीकाकरण हुआ, दूसरा डोज 175 को ही लगा सका.
  • रीवा जिले में 2129 ग्रामीणों का टीकाकरण हुआ, दूसरा डोज सिर्फ 358 को ही लगा.
  • उमरिया में सिर्फ 89 ग्रामीणों को लगा टीका, दूसरा डोज सिर्फ 15 ने ही लगवाया.
  • अनूपपुर में 447 ग्रामीणों ने लगवाया टीका, दूसरा डोज 136 को ही लगा.
    टीकाकरण पर भारी पड़ रही अफवाह

वैक्सीनेशन बढ़ाने यह किए जा रहे उपाए

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार को लेकर चिंतित है. यही वजह है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर गांवों में भ्रम और डर को खत्म कर वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. राज्य शासन ने प्रदेश में इलेक्शन की तर्ज पर वैक्सीनेशन कराने की तैयारी की है.

वैक्सीनेशन के दौरान गांवों में पात्र परिवारों का मौके पर ही आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए जाने की तैयारी की जा रही है, ताकि तीसरी लहर के पहले सभी पात्र को इस योजना का लाभ दिया जा सकते.

इक्लेशन की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर संपर्क करने के तैयारी की जा रही है. ठीक वैसे ही जैसे चुनाव के दौरान ज्यादा से ज्यादा वोटिंग कराने के लिए लोगों के बीच पहुंचा जाता है।

कई जिलों में ग्रामीण इलाकों में घर-घर पीले चावल भेजने का तरीका अपनाया गया है. आगर मालवा के बाद भोपाल में भी यह पहल की गई है. भोपाल में ग्रामीण इलाकों के वाहनों पर वैक्सीनेशन की अपील के नारे भी लिखवाए जा रहे हैं.

स्थानीय विधायकों द्वारा गांव के 100 फीसदी वैक्सीनेशन कराने वाले पंचायत को इनाम की घोषणाएं भी की जा रही है. होशंगाबाद विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा और बैरसिया विधायक ने सबसे पहले पूरे गांव का वैक्सीनेशन कराने वाले टाॅप थ्री पंचायत को दस लाख से लेकर 5 लाख रुपए का तक इनाम देने का ऐलान किया है. धार कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने तो वैक्सीनेशन कराने पर जिले के एक गांव की एक सड़क बनवाने का वादा तक किया है.

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अफवाह पर लगाम लगाने के लिए होगी सख्ती

ग्रामीण इलाकों में भ्रम और इन्हें फैलाने वाले मैसेज वैक्सीनेशन की गति पर भारी पड़ रहे हैं. इसको देखते हुए राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक मैसेज भेजने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उधर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाया है कि वैक्सीनेशन को लेकर शुरूआत में कांग्रेस द्वारा जो भ्रम फैलाया गया, उससे ग्रामीण इलाकों में गति धीमी है, लेकिन ग्रामीणों को समझाया जा रहा है और धीरे-धीरे सभी टीके के लिए आगे आते जाएंगे.

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