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तिहाड़ जेल के कैदियों ने बनाया फाइटर जेट, हुनर देख सभी हैरान

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Published : Jan 27, 2022, 2:30 PM IST

रिपब्लिक डे (Republic Day 2022 Parade) के मौके पर तिहाड़ जेल के कैदियों ने हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन बनाया. कैदियों का ये हुनर देख हर कोई हैरान रह गया. इस मौके पर कैदियों ने बैंड भी बजाया.

republic day 2022 tihar jail inmates celebrated
republic day 2022 tihar jail inmates celebrated

नई दिल्ली: रिपब्लिक डे (Republic Day 2022 Parade) जहां पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया तो वहीं दिल्ली की तिहाड़ जेल भी इससे अछूती नहीं रही. तिहाड़ जेल के कैदियों ने पूरे जश्न के साथ रिपब्लिक डे पर अद्भुत कार्यक्रम किये. जिसे देख हर कोई हैरान रह गया. कैदियों ने हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन बनाकर हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया.

इस मौके पर तिहाड़ जेल हेडक्वार्टर पर डीजी संदीप गोयल ने झंडा फहराया. इस मौके पर कैदियों की सजा में छूट की भी घोषणा हुई. यूं तो गणतंत्र दिवस के मौके पर तिहाड़ जेल में भी झंडा फहराया गया, लेकिन झंडोत्तोलन के बीच तिहाड़ जेल में आकर्षण का केंद्र अलग-अलग जेल के कैदियों का परफॉर्मेंस रहा.

जेल नम्बर दो के कैदियों ने अपने बैंड को tsp (तमिलनाडु स्पेशल पुलिस) जावनों के बैंड के साथ परफॉर्म किया. इस बैंड की धुन उन्होंने तिहाड़ जेल हेडक्वार्टर पर आयोजित कार्यक्रम में बजाया. वहीं दूसरी तरफ जहां परेड के दौरान राजपथ पर फाइटर जेट के करतब देखकर लोग दंग रह गए. वहीं तिहाड़ के जेल नंबर 8 और 9 के कैदियों के आर्ट और क्राफ्ट ग्रुप ने जो हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन के मॉडल बनाये. उसे देख आप भी सोच में पड़ जायेंगे कि इन कैदियों में ऐसा हुनर, लेकिन ये सच है.

यह जानकारी तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने साझा की. उन्होंने बताया कि अलग-अलग जेलों में कैदियों की सकारात्मक सोच को लगातार विकसित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम अनवरत चलते रहते हैं. जिससे इन्हें सकारत्मक सोच के साथ समय बिताने में तो मदद मिलती ही है. साथ ही सजा पूरी होने पर अपने इसी हुनर के दम पर ना इन्हें रोजगार का अवसर भी मिलता है. बल्कि समाज की मुख्यधारा में भी शामिल होने में आसानी होती है.

इसके अलावा तिहाड़ जेल के डीजी से मिली जानकारी के अनुसार 26 जनवरी पर दिल्ली सरकार द्वारा कुछ कैदियों की सजा को कम करने की भी घोषणा की गई. जिसके तहत महिला कैदियों जिनकी उम्र 65 साल से अधिक है और जिन्हें 10 साल से अधिक की सजा मिली हुई है उन्हें 3 महीने की छूट, जबकि जिन्हें 5 साल से अधिक की सजा है उन्हें दो महीने की छूट, जिन्हें 1 से 5 साल तक कि सजा है उन्हें 1 महीने की छूट, और जिन्हें एक साल तक कि सजा है उन्हें 20 दिन की छूट दी गयी है, जबकि बाकी कैदी जिन्हें 10 साल से अधिक की सजा है उन्हें 60 दिन की, जिन्हें 5 से 10 साल की सजा है उन्हें 45 दिन का, जिन्हें 5 साल तक कि सजा है उन्हें 30 दिन का और जिन्हें एक साल की सजा मिली है उन्हें 15 दिन की सजा में छूट दी गयी है.

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इस छूट से रेप, आतंकी घटनाओं या अन्य जघन्य अपराध के कैदियों को बाहर रखा गया है. जिन कैदियों को सजा में छूट दी गयी है उसका आधार उनका जेल में बिताए अच्छे व्यवहार के आधार पर दिया गया है.

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