BJP Leader Kidnapping Case : बीजेपी नेता अपहरण केस में नया ट्विस्ट, पुलिस को शिकायत लग रही संदेहास्पद
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Published : Jul 15, 2023, 6:40 PM IST
BJP Leader Kidnapping Case टिकरापारा थाने में बीजेपी नेता ने पेट्रोल डालकर खुदकुशी करने की कोशिश की.बीजेपी नेता के मुताबिक पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया है.जबकि पुलिस का कहना है कि इस मामले में जो शिकायत की गई है वो संदेहास्पद है.
पुलिस को शिकायत लग रही संदेहास्पद
रायपुर:समाज सेविका ममता शर्मा के बेटे पर बीजेपी नेता के अपहरण का आरोप लगा था.जिसके बाद पुलिस ने आरोपी हर्षवर्धन शर्मा समेत उसके तीन साथियों खिलाफ अपहरण,मारपीट और डराने धमकाने का मामला दर्ज किया था.लेकिन समाज सेविका ममता शर्मा ने गिरफ्तारी के बाद थाने पहुंचकर हंगामा किया और अपने बेटे के खिलाफ षड़यंत्र का आरोप लगाते हुए उसे पुलिस से छुड़ा लिया.
आरोपी को छोड़ने के बाद थाने में हंगामा : जैसे ही इस बात की सूचना पीड़ित बीजेपी नेता को लगी उसने थाने पहुंचकर हंगामा करना शुरु कर दिया.पीड़ित ने टिकरापारा थाना परिसर में खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर खुदकुशी करने की कोशिश की.जिसे पुलिस ने बचा लिया.इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता थाने में इकट्ठा हुए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरु कर दी.
''पीड़ित मनीष साहू ने अपहरण मारपीट और फिरौती मांगे जाने की रिपोर्ट दर्ज की थी. जिसके बाद गैर जमानती धाराओं के तहत आरोपी हर्षवर्धन शर्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया था. हिरासत में लेने के बाद हर्षवर्धन को छोड़ दिया गया.अब इस मामले ने नया मोड़ ले लिया पुलिस आरोपी हर्षवर्धन के साथ उसके तीन अन्य साथी मनीष सर्वेश और संजय रक्सेल को थाने बुलाकर बयान दर्ज कर रही है. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के साथ ही आसपास के लोगों से भी इस मामले की जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस को ऐसी आशंका है कि पीड़ित मनीष साहू की शिकायत फर्जी और संदेहास्पद है.'' अमित बेरिया, थाना प्रभारी
क्या था पीड़ित का आरोप : बीजेपी युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष मनीष साहू के मुताबिक 12 जुलाई की रात फोन करके आरोपी हर्षवर्धन शर्मा ने चाय पीने के लिए बुलाया था. इसके बाद आरोपी हर्षवर्धन और उसके साथियों ने कार में अपहरण करके पीड़ित उसे फार्म हाउस ले गए. जिसके बाद उसे पिस्टल दिखाकर डराया धमकाया गया और मारपीट की गई.
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी : आरोपी के मुताबिक उससे 5 लाख रुपए की फिरौती की मांग भी की गई थी.आरोपी हर्षवर्धन शर्मा ने पीड़ित मनीष साहू को पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. 13 जुलाई की सुबह मनीष साहू मौका देखकर कार से कूदकर भागने में सफल हो गया. जिसके बाद मामले की रिपोर्ट टिकरापारा थाने में दर्ज कराई. आपको बता दें कि हर्षवर्धन शर्मा पहले भी अपराधिक मामलों में जेल जा चुका है.