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दो दिवसीय होम्योपैथिक सेमिनार का आयोजन, देश-विदेश से पहुंचे 400 डॉक्टर्स

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Published : Dec 22, 2019, 11:36 AM IST

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दो दिवसीय होम्योपैथिक सेमिनार का आयोजन

दो दिवसीय नेशनल होम्योपैथिक डॉक्टरों का सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देश-विदेश के करीब 400 से अधिक होम्योपैथिक डॉक्टर और वैज्ञानिक भी प्रतिभाग कर रहे हैं.

नैनीताल: दो दिवसीय होम्योपैथिक डॉक्टरों का सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देश-विदेश के करीब 400 से अधिक होम्योपैथिक डॉक्टरों सहित होम्योपैथिक वैज्ञानिक भी प्रतिभाग कर रहे हैं. होम्योपैथिक को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए दुबई और श्रीलंका के वैज्ञानिक भी सेमिनार का हिस्सा है. कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि होम्योपैथिक पहले की अपेक्षा करीब 10 गुना तेजी से मरीजों को फायदा दे रही है. जिसके माध्यम से कैंसर, शुगर, ब्लड प्रेशर समेत अन्य घातक बीमारियां भी दूर हो रही है.

दो दिवसीय होम्योपैथिक सेमिनार का आयोजन.

वहीं, उत्तराखंड होम्योपैथिक निर्देशक राजेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तराखंड सरकार होम्योपैथिक के विस्तारीकरण को लेकर बेहतर काम कर रही है. प्रदेश के 13 जिलों में प्राइमरी स्कूल के बच्चों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. .
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल्द मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा. जिसमें बेहतर होम्योपैथिक सेवाएं दी जाएंगी. राज्य सरकार द्वारा 10 बेड का हॉस्पिटल खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही देहरादून में होम्योपैथिक हॉस्पिटल खुलेगा. प्रदेश में करीब 1 लाख 34 हजार डेंगू रोगियों का सफल उपचार भी होम्योपैथिक के माध्यम से किया गया था.

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उत्तर प्रदेश के होम्योपैथिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एएन सिंह ने कहा कि होम्योपैथिक विश्व में 4 गुना तेजी से तरक्की कर रही है. साथ ही एएन सिंह ने कहा कि एंटीबायोटिक दवा खाने से केवल बीमारी कुछ समय के लिए दबती है खत्म नहीं होती है. जिससे कुछ समय बाद शरीर में घातक बीमारी उत्पन्न होती है.

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नैनीताल में सुरु हुआ दो दिवसीय होम्योपैथिक डॉक्टर का सम्मेलन, घातक बीमारियों को जड़ से खत्म करने का हो रहा मंथन।

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नैनीताल में आज से दो दिवसीय होम्योपैथिक डॉक्टरों का सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देशभर के करीब 400 से अधिक होम्योपैथिक डॉक्टर प्रतिभाग कर रहे हैं, वहीं इस सेमिनार में कई होम्योपैथिक वैज्ञानिक भी प्रतिभाग कर रहे हैं, होम्योपैथी को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए दुबई और श्रीलंका के वैज्ञानिक भी इस सेमिनार में प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस दौरान डॉक्टरों ने बताया कि होम्योपैथी पहले की अपेक्षा करीब 10 गुना तेजी से मरीजों को फायदा दे रही है और होम्योपैथी के माध्यम से कैंसर, शुगर, ब्लड प्रेशर समेत अन्य घातक बीमारियां भी जल्द से जल्द दूर हो रही है


Body:सेमिनार के दौरान उत्तराखंड होम्योपैथी निर्देशक राजेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में सरकार होम्योपैथिक के विस्तारीकरण को लेकर बेहतर काम कर रही है और उत्तराखंड के 13 जिलों में प्राइमरी स्कूल के बच्चों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण करा जा रहा है और हर जिले और तहसील में होम्योपैथिक कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि लोगों को होम्योपैथिक उपचार का फायदा मिल सके ,
इस दौरान निर्देशक डॉ राजेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में जल्द ही मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा जिसमें बेहतर होम्योपैथिक सेवाएं दी जाएंगी और राज्य सरकार द्वारा जल्द ही 10 बेड ( बिस्तरों ) का हॉस्पिटल खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है और जल्द ही देहरादून में होम्योपैथिक हॉस्पिटल खुलेगा, जिसमे टेलीमेडिसिन के माध्यम से लोगों का उपचार किया जाएगा जिसको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर से भी लोगों को फायदा होगा।
साथ ही राजेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश में फैले डेंगू के उपचार में होम्योपैथी ने अहम भूमिका निभाई थी और प्रदेश में करीब 1 लाख 34 हाजर डेंगू रोगियों का सफल उपचार भी होम्योपैथिक के माध्यम से किया गया है

बाईट- राजेन्द्र सिंह, निर्देशक होमियोपैथी उत्तराखंड


Conclusion:उत्तराखंड समेत देश में तेजी से होम्योपैथिक उपचार के मामले पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के होम्योपैथिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ एन सिंह ने कहा कि लगातार होम्योपैथिक विश्व स्तर पर खेल रही है और 4 गुना तेजी से तरक्की कर रही है।
साथी ए एन सिंह ने बताया कि बड़े से बड़े रोग को जड़ से खत्म करने का एकमात्र रास्ता होम्योपैथी का उपचार है जो जादू की तरह काम करता है,
साथ ही ए एन सिंह ने कहा कि एंटीबायोटिक दवा खाने से केवल बीमारी कुछ समय के लिए दबती है खत्म नहीं होती जिससे आने वाले समय में घातक बीमारी शरीर में उत्पन्न होती है, इस लिए छोटी सी छोटी बीमारी को भी दबाना नहीं चाहिए कोई भी बीमारी होने पर होम्योपैथिक दवाओं का प्रयोग करना चाहिए ताकि घातक बीमारियों से बचा जा सके।

बाईट- ए एन सिंह, अध्यक्ष होमियोपैथी संघ
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