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बाइक-बोट घोटाले : ईडी के निशाने पर "पांडव"

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Published : Mar 19, 2021, 1:06 AM IST

बाइक-बोट घोटाला
बाइक-बोट घोटाला

ईडी सूत्रों की मानें तो चार हजार करोड़ की बाइक-बोट घोटाले के आरोपी बद्रीनाथ तिवारी के साथ प्रभावशाली लोगों में शुमार सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री, सपा का पूर्व विधायक, मशहूर बिल्डर व वर्तमान में एक भाजपा विधायक भी शामिल है.

लखनऊ : चार हजार करोड़ की बाइक-बोट घोटाले में मास्टरमाइंड बद्रीनाथ तिवारी अकेला नहीं था. उसके साथ उसके पांच कथित पार्टनर भी इस घोटाले में शामिल थे. लखनऊ में "पांडव" ग्रुप के नाम से मशहूर इन पार्टनरों के कारनामे काफी चर्चा में रहे. बाइक-बोट घोटाले से आए करोड़ों रुपये सभी पार्टनरों में बंटे. ईडी की जांच में ये सारे तथ्य सामने आए हैं. बहुत जल्द ईडी इन सभी को पूछताछ के लिए बुला सकती है.

बाइक-बोट घोटाले : ईडी के निशाने पर "पांडव"

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कई सफेदपोशों से रहे संबंध

ईडी सूत्रों की मानें तो चार हजार करोड़ की बाइक बोट घोटाले के आरोपी बद्रीनाथ तिवारी के साथ प्रभावशाली लोगों में शुमार सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री, सपा का पूर्व विधायक, मशहूर बिल्डर व वर्तमान में एक भाजपा विधायक भी शामिल है. इस घोटाले का आरोपी बद्रीनाथ तिवारी सपा सरकार में भी सुल्तानपुर से सपा के एक पूर्व विधायक के संपर्क में रहा. पूर्व विधायक ने ही सपा की अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे व रिटार्यड आईएएस के बेटे से मुलाकात कराई और फिर पूर्व विधायक ने ही सुल्तानपुर हाईवे पर टॉउनशिप बना रहे मशहूर बिल्डर व सुल्तानपुर के ही एक भाजपा विधायक से मास्टरमाइंड बद्रीनाथ तिवारी का परिचय कराया. ईडी को कुछ ऐसे सुबूत भी मिले हैं जिनमें इन कथित पार्टनरों के मास्टरमाइंड बद्रीनाथ तिवारी के जीआईपीएल स्कीम के जरिये चार हजार करोड़ के घोटाले में कथित हिस्सेदारी की बात भी सामने आ रही है.

खंगाला जा रहा बैंक ट्रांजेक्शन
बाइक बोट घोटाले के आरोपी बद्रीनाथ तिवारी के बैंक ट्रांजेक्शन की डिटेल खंगाल जा रही है. ईडी इस बात की जांच कर रही है कि बीएन तिवारी व उनसे जुड़ी कंपनियों के खातों से किन-किन लोगों के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए और किन-किन लोगों के बैंक अकाउंट से बद्रीनाथ तिवारी के बैंक अकाउंट में पैसा भेजा गया. ईडी के एक अफसर के अनुसार संदिग्ध मिले बैंक ट्रांजेक्शन के बैंक होल्डर को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा.

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बिल्डर की पहचान "1818"
राजधानी लखनऊ में "1818" नंबर की मशहूर एसयूवी गाड़ियां बिल्डर की बताई जा रहीं हैं. सूत्रों की मानें तो सुल्तानपुर हाईवे पर एक टाउनशिप बना रहे बिल्डर के गोमतीनगर स्थित आवास पर देर रात तक जश्न का दौर चलता था. बिल्डर सपा के पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक का बहुत करीबी माना जाता है. गोमती नगर में बिल्डर और उसके बहनोई का मकान अगल-बगल है. दोनों बिजनेस पार्टनर भी हैं.

कुश ने गर्लफ्रेंड को गिफ्ट की MG हेक्टर एसयूवी
बाइक बोट घोटाले में रोज नए सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. ईओडब्ल्यू को जानकारी मिली है कि बद्रीनाथ तिवारी के बेटे कुश तिवारी ने पिछले दिनों अपनी एक महिला मित्र को एक एसयूवी कार गिफ्ट की है. ईडी अब महिला मित्र से पूछताछ का मन बना रही है. ईडी बीएन तिवारी के बेटे कुश और मनोज की तलाश कर रही है.

जीआईपीएल की स्कीम बताकर हड़पे थे करोड़ों रुपये
बताया जाता है कि बिजेंद्र हुड्डा की डीटीएच कंपनी को सेवा देने के लिए उनका समझौता हुआ था. इसी दौरान बिजेंद्र ने बद्रीनाथ तिवारी की मुलाकात संजय भाटी से कराई थी. इसके बाद जीआइपीएल की स्कीम बताते हुए जुड़ने को कहा गया. उन्होंने अपने बेटे मनोज तिवारी और कुश तिवारी को अपने टीवी चैनल का निदेशक बना दिया. संजय भाटी ने अपनी कंपनियों में उन्हें वित्तीय सलाहकार एवं प्रशासनिक संचालक बना दिया. बीएन तिवारी ने करीब 41 करोड़ रुपया इन कंपनियों से अपनी ग्रुप की कंपनियों के खातों में डाल लिए.

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