करौली. जिले के जिला कलेक्ट्रेट में सोमवार को अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ के बैनर तले आशा सहयोगिनियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. जिसमें उनकी ओर से समस्या के जल्द समाधान की मांग की गई है.
आशा सहयोगिनियों ने बताया कि आशा सहयोगिनी देश हित में कार्य कर रही हैं. जिसमें प्रदेश सरकार की ओर से उनकी प्रमुख समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है. जबकि आशा सहयोगिनी की ओर से अपनी मांगों को लेकर धरना- प्रदर्शन के जरिए सरकार को ध्यान दिलाया जाता रहा है.
उन्होंने बताया कि आशा महिला बाल विकास और मेडिकल विभाग में बटीं हुई हैं. जिससे दोनों विभागों की ओर उनको परेशान किया जाता है. आशाओं ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर बताया कि उनको एक ही विभाग के अंदर काम दिया जाए. साथ ही आशाओं का आंगनबाड़ी कार्मिकों की भांति तुलनात्मक मानदेय दिया जाए.
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इसके अलावा प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी की जाए और केंद्र की सूची में आशाओं का नाम जोड़ने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाए. बता दें कि सरकार ने अपने मैनिफेस्टो में किए गए वादे के अनुसार आशा सहयोगिनी कार्मिकों को नियमित कर्मचारी बनाया जाए और आशा कार्मिकों के लिए नियमित सेवा में शामिल करने के लिए नियम बनाए जाए. आशाओं ने कहा कि सरकार ने अगर हमारी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो आशा सहयोगिनी उग्र आंदोलन पर मजबूर होंगी. इस दौरान रेखा शर्मा, सुनीता शर्मा सहित जिलेभर की आशा सहयोगिनी मौजूद रही.