जयपुर. प्रशासन शहरों के संग अभियान और राजस्व वसूली के कार्य में फिसड्डी चल रहे जयपुर के हैरिटेज (Heritage Municipal Corporation) और ग्रेटर नगर निगम (Greater Municipal Corporation) को अब नई ऊर्जा मिलेगी. दरअसल, दोनों ही नगर निगम में उपायुक्त, एटीपी, पटवारी और एलडीसी के कई पद खाली पड़े हुए थे, जिनकी राज्य सरकार ने भरपाई कर दी है. दोनों ही निगम को दो-दो नए उपायुक्त दिए गए हैं. इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों को लगाकर रिक्त पदों की भी पूर्ति की गई है.
प्रशासन शहरों के संग अभियान से पहले ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में कई मुख्य पद रिक्त पड़े हुए थे. जिसकी वजह से न सिर्फ निगम के नियमित कार्य और राजस्व वसूली प्रभावित हो रहे थे बल्कि राज्य सरकार की ओर से शुरू किए गए प्रशासन शहरों के संग अभियान पर भी असर पड़ रहा था.
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हालांकि, बीती रात प्रदेश में हुए आरएएस अफसरों के तबादलों में हैरिटेज नगर निगम को दीपाली भगोतिया और मनीषा लेघा, जबकि ग्रेटर नगर निगम को शिप्रा शर्मा और राधिका देवी के रूप में नई उपायुक्त मिल गई है. इसके साथ ही एटीपी के रिक्त पदों को नई भर्तियों के माध्यम से पूरा किया गया है. जबकि राज्य सरकार ने दोनों निगम में खाली चल रहे करीब 17 पटवारी के पदों को भी भरा गया है. इसके अलावा एलडीसी और लेखाकार के पदों पर रिटायर्ड कर्मचारियों को समेकित मानदेय पर लगाया गया है.
बता दें कि जयपुर के हैरिटेज नगर निगम की ओर से 327 जबकि ग्रेटर नगर निगम की ओर से 144 पट्टे ही जारी किए जा सके हैं. यही नहीं दोनों ही निगम के पास राजस्व उपायुक्त के पद भी रिक्त चल रहे थे, जिन पर अन्य उपायुक्तों को अतिरिक्त कार्यभार सौंप रखा था. नए उपायुक्त मिलने से राजस्व वसूली और प्रशासन शहरों के संग अभियान दोनों कार्य को गति मिल सकेगी.