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दिग्विजय सिंह ने लिखा शिवराज को पत्र, PM आवास पर धरना प्रदर्शन का दिया आमंत्रण

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Published : Nov 8, 2019, 4:41 AM IST

Updated : Nov 8, 2019, 8:01 AM IST

दिग्विजय सिंह ने लिखा शिवराज को पत्र

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिग्विजय सिंह ने पत्र लिखकर पीएम आवास के सामने धरना प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया है, साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर मध्यप्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है.

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में दिग्विजय सिंह ने उन्हें पीएम आवास के सामने धरना देने के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने केंद्र सरकार पर मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए ये पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने प्रदेश के सभी सांसदों को भी पत्र लिखकर केंद्र सरकार से आपदा राहत राशि दिलाने में मदद करने की अपील की है.

Digvijay Singh wrote a letter to Shivraj Singh
दिग्विजय सिंह ने लिखा शिवराज को पत्र

शिवराज के भेजे अपने पत्र में दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि 'आप एक जिम्मेदार नेता, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के संसदीय बोर्ड के सदस्य और एक विधायक हैं. केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के साथ निरंतर किए जा रहे सौतेले व्यवहार और प्रदेश की जनता की उपेक्षा की ओर मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. प्रदेश में इस साल अत्यधिक वर्षा हुई है और अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न हालातों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने तुरंत कदम उठाकर नागरिकों को राहत पहुंचाई है'.

उन्होंने लिखा है कि 'ये कहते हुए काफी दुख हो रहा है कि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए दी जाने वाली राशि में केंद्र सरकार ने अपना हिस्सा 90 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत कर दिया है. यही नहीं केंद्र सरकार ने प्रदेश के किसानों के भावंतर के 1017 करोड़ रुपए, गेहूं खरीदी में समर्थन मूल्य के 1500 करोड़ रुपए भी केंद्र सरकार ने रोक दिया हैं. राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश की लगभग 2000 योजनाओं में 14 हजार गांव के 5 लाख परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 1196 करोड़ रुपए की निर्धारित राशि में प्रदेश के हिस्से की 598 करोड़ रुपए की केंद्रीय राशि अब तक नहीं दी गई है'.

दिग्विजय सिंह ने कहा 'मेरा अनुरोध है कि प्रदेश की जनता के हित में आप थोड़ा वक्त निकालें और हम दोनों ही इस विषय में प्रधानमंत्री से चर्चा करें. मुझे आशा है कि आप की बात वो नहीं टालेंगे, लेकिन यदि फिर भी वो नहीं सुनते हैं तो प्रदेश के लोगों के खातिर मैं और आप दोनों ही दिल्ली चलकर प्रधानमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठे'.

Intro:दिग्विजय सिंह ने लिखा शिवराज को पत्र , प्रधानमंत्री आवास पर धरने पर बैठने का दिया निमंत्रण


भोपाल | प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने पत्रों को लेकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं जहां एक तरफ उन्होंने प्रदेश के सभी सांसदों को पत्र लिखकर केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि के लिए सहयोग करने की अपील की है तो वहीं उन्होंने देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी पत्र लिखकर केंद्र सरकार के द्वारा किए जा रहे शौचालय व्यवहार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री आवास पर बैठने का निमंत्रण दे दिया हैBody:दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि आप एक जिम्मेदार नेता पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के संसदीय बोर्ड के सदस्य और एक विधायक हैं केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के साथ निरंतर किए जा रहे सौतेले व्यवहार और प्रदेश की जनता की उपेक्षा की ओर मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं प्रदेश में इस वर्ष अत्यधिक वर्षा हुई है और अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न हालातों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने तुरंत कदम उठाकर नागरिकों को राहत पहुंचाई है लेकिन मुझे यह कहते हुए काफी दुख हो रहा है कि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए दी जाने वाली राशि में केंद्र सरकार ने अपना हिस्सा 90 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत कर दिया है यही नहीं केंद्र सरकार ने प्रदेश के किसानों के भावंतर के 1017 करोड़ों रुपए गेहूं खरीदी में समर्थन मूल्य के 1500 करोड़ रुपए भी केंद्र सरकार के द्वारा रोक लिए गए हैं राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश की लगभग 2000 योजनाओं में 14000 गांव के 5 लाख परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराने हेतु 1196 करोड़ रुपए की निर्धारित राशि में से प्रदेश के हिस्से की 598 करोड़ों रुपए की केंद्रीय राशि अब तक नहीं दी गई है


इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश की सड़कों के निर्माण और उन्नयन के लिए सेंट्रल रोड फंड के 498 करोड़ रुपए भी केंद्र सरकार ने अब तक नहीं दिए हैं केंद्र सरकार ने भेदभाव पूर्ण नीति अपनाते हुए एनडीए और बीजेपी शासित कर्नाटक और बिहार जैसे राज्यों को सहायता प्रदान कर दी है लेकिन प्रदेश को अब तक मदद का इंतजार है केंद्रीय अध्ययन दल ने प्रदेश में हुए नुकसान के आकलन के तहत राष्ट्रीय राहत कोष से 6621.28 करोड़ रुपए और अधोसंरचना पुनः निर्माण के लिए 2258.88 करोड़ रुपए की राशि तत्काल उपलब्ध कराने की अनुशंसा की है जो कि अभी तक केंद्र सरकार से प्रदेश सरकार को प्राप्त नहीं हुई है मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा आपदा से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से समुचित प्रबंध किए गए हैं लेकिन केंद्र सरकार द्वारा सौतेला व्यवहार करते हुए राज्य का हिस्सा नहीं दिया जा रहा है . Conclusion:दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि मध्य प्रदेश में लोकसभा और राज्यसभा दोनों को मिलाकर 40 में से 36 सांसद बीजेपी के ही है जो प्रदेश की जनता का केंद्र सरकार में प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन उनके द्वारा भी अपना राजनीतिक धर्म नहीं निभाया जा रहा है इस बारे में मेरे द्वारा सभी सांसदों को पत्र भी लिखा गया है


दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मुझे याद है कि आप ने मुख्यमंत्री रहते हुए 6 मार्च 2014 को केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ मध्यप्रदेश के साथ कथित व्यवहार करने को लेकर भोपाल में उपवास किया था और आप धरने पर भी बैठे थे आपके द्वारा आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार से 5000 करोड़ रुपए की राशि मांगी गई थी आप ने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश में एक दिवसीय बंद का आह्वान भी किया था अब वर्तमान प्रदेश सरकार मांग कर रही है कि केंद्र सरकार उसके साथ सौतेला व्यवहार बंद करें और आपदा प्रबंधन सहित विकास के कार्यों के लिए उसके हिस्से की राशि उसे दी जाए लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार प्रदेश के हिस्से की राशि जारी नहीं कर रही है क्योंकि आप और मैं दोनों ही इस प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और प्रदेश की जनता के हितों की रक्षा के लिए खड़े होना हम दोनों का ही दायित्व है इसलिए मेरा अनुरोध है कि प्रदेश की जनता के हित में आप थोड़ा वक्त निकाले और हम दोनों ही इस विषय में प्रधानमंत्री से चर्चा करें मुझे आशा है कि आप की बात वह नहीं डालेंगे लेकिन यदि फिर भी वह नहीं सुनते हैं तो प्रदेश के लोगों के खातिर मैं और आप दोनों ही दिल्ली चलकर प्रधानमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठे .
Last Updated :Nov 8, 2019, 8:01 AM IST
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