भोपाल। एआईसीसी महासचिव और मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक प्रदेश के दौरे पर हैं. बुधवार को भोपाल संभाग की बैठक में मुकुल वासनिक ने साफ तौर पर संकेत भी दे दिए हैं कि पहले संगठन की मजबूती के लिए काम होगा, फिर नगरीय निकाय चुनाव पर विचार किया जाएगा. मुकुल वासनिक चाहते हैं कि प्रदेश और जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को निचले स्तर तक प्रभार दिया जाए. उनके दिशा निर्देश के अनुसार मध्य प्रदेश कांग्रेस में फेरबदल की शुरुआत भी हो गई है.
निचले स्तर से प्रदेश संगठन तक बनाई जाएगी श्रृंखला
भोपाल संभाग की बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने निर्देश दिए थे कि पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों को जिलों का प्रभार, जिला पदाधिकारियों को ब्लॉक का प्रभार और ब्लॉक के पदाधिकारियों को मंडल का प्रभार दिया जाएगा. इसके पीछे कांग्रेस के प्रदेश संगठन में निचले स्तर से लेकर ऊपरी स्तर तक एक श्रृंखला का निर्माण करना है. ताकि पार्टी की रीति-नीति और मंशा को निचले स्तर तक आसानी से पहुंचाया जा सके.
निचले स्तर तक संगठन में आएगी एकरूपता
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक ने तमाम बड़े नेताओं से मिलकर कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए हैं. जिला स्तर पर प्रदेश पदाधिकारियों को, जिले के पदाधिकारियों को ब्लॉक और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों को मंडल स्तर पर जिम्मेदारी दी जाएगी. इससे कांग्रेस के कार्यक्रमों को ज्यादा से ज्यादा मजबूती के साथ सुचारू रूप से चलाया जाएगा.
पहले संगठन की मजबूती और चुनौतियों पर होगा काम
मुकुल वासनिक भोपाल में पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए सीधे तौर पर कहा कि वर्तमान में पार्टी की स्थिति क्या है, आज पार्टी के सामने क्या-क्या चुनौतियां हैं, हमें उन चुनौतियों से कैसे निपटना है, सबसे पहले हमें उस पर विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी संभागों में जाकर बैठक लूंगा. संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से चर्चा करूंगा. तब जाकर आगे की रणनीति पर विचार होगा.
प्रदेश प्रभारी के निर्देश पर पीसीसी हुई सक्रिय
प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक के निर्देशों के अनुसार प्रदेश संगठन ने कामकाज भी शुरू कर दिया है. मुकुल वासनिक का दौरा 19 दिसंबर को समाप्त होगा. इस दौरान मुकुल वासनिक भोपाल, सागर, जबलपुर, रीवा संभाग का दौरा करेंगे. इन संभागों में उनकी मंशा अनुसार संगठन की जमावट की जाएगी.