ऊना: जिले के ऊना शहर के नंगल रोड स्थित जिला परिषद कार्यालय के समीप बनाई गई वेंडर्स जोन मार्केट सफेद हाथी साबित हो रही है. एक तो इसमें अभी तक भी पूरी दुकानों का निर्माण नहीं किया जा सका है. दूसरी तरफ जितनी दुकानें निर्मित हुई हैं उनमें अभी तक किसी भी स्ट्रीट वेंडर को पनाह नहीं दी गई है. दरअसल जिला मुख्यालय के सभी बाजारों और हाईवे पर जगह-जगह रेहड़ी फड़ी लगाने वाले लोगों को वेंडर जोन में शिफ्ट करने के उद्देश्य से एक करोड़ रुपए की योजना को शुरू किया गया था.
जिसमें 80 दुकानों का निर्माण कर सभी स्ट्रीट वेंडर्स को यहां पर अपना कारोबार शुरू करने के लिए जगह बनाई गई. हालांकि इस परियोजना के तहत 80 दुकानों का निर्माण किया जाना था, जिनमें से अभी तक 51 दुकानें ही बन पाई है. स्थानीय नागरिकों में नवदीप कश्यप और वीरेंद्र शर्मा का कहना है कि नगर परिषद को जल्द से जल्द वेंडर जोन का काम पूरा करते हुए स्ट्रीट वेंडर्स को यहां पर अपना कारोबार शिफ्ट करने की अनुमति देनी चाहिए.
जिसके चलते शहर की अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि जगह जगह पर रेहड़ी फड़ी लगाने के चलते हाईवे और बाजार सिकुड़ रहे हैं. जिसके चलते न केवल यातायात प्रभावित होता है अपितु सड़क हादसों में भी लोगों को जान गंवानी पड़ती है. वहीं, नगर परिषद ऊना के कार्यकारी अधिकारी संदीप कुमार का कहना है कि नगर परिषद की तरफ से इस परियोजना में कोई कमी नहीं है.
इस परियोजना के तहत ठेकेदार ने 51 दुकानों का निर्माण किया है, जबकि शेष 29 दुकानों के निर्माण को लेकर उसे दो बार नोटिस सर्व किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि जल्द ही ठेकेदार से इस काम के संबंध में पूरी रिपोर्ट हासिल की जाएगी. ताकि इसे जल्द पूरा कर स्ट्रीट वेंडर्स को वेंडर्स जोन में शिफ्ट किया जा सके. (Street Vendors Market in Una)
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