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सीएम मनोहर लाल अपने पैतृक गांव तक का विकास नहीं कर सके? अभय चौटाला ने लिखा पत्र

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Published : May 10, 2023, 7:44 AM IST

INLD Parivartan Yatra in Haryana
मनोहर लाल का पैतृक गांव निदाना

हरियाणा में इनेलो की परिवर्तन यात्रा (INLD Parivartan Yatra in Haryana) चल रही है. इस दौरान इनेलो नेता अभय चौटाला मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पैतृक गांव निंदाना पहुंचे. अभय चौटाला का कहना है कि सीएम अपने गांव का विकास नहीं करा सके हैं और वहां मूलभूत सुविधाओं का भयानक संकट है. उन्होंने निंदाना गांव की दुर्दशा को देखकर मनोहर लाल को पत्र लिखा है. आइये आपको बताते हैं कि उस पत्र में अभय चौटाला ने क्या कहा है.

रोहतक: इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला मंगलवार को परिवर्तन यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैतृक गांव निंदाना पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें समस्याओं के बारे में जानकारी दी. इसी को लेकर अभय चौटाला ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वे पदयात्रा के दौरान आपके गांव निंदाना में गए और गांव के लोगों से मिले.

अभय चौटाला ने पत्र में लिखा है कि मन में एक सोच थी कि मुख्यमंत्री का गांव होने की वजह से इसमें प्रत्येक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. परंतु जाने के बाद पता लगा कि यहां तो दीए के नीचे अंधेरा है. गांव के अंदर जाने के लिए कोई भी गली चलने लायक नहीं है. जिसकी वजह से उनको बाहर ही लोगों से बातचीत करनी पड़ी. महिलाओं से मिलने पर मालूम चला कि गांव में पीने के पानी की उचित व्यवस्था नहीं है. ग्रामीणों के अनुसार स्कूल में अध्यापकों की कमी है, अस्पताल में डॉक्टरों समेत स्टाफ की भी कमी है. यह गांव अन्य सुविधाओं से भी वंचित है. अगर आप मुख्यमंत्री रहते अपने गांव में भी विकास नहीं करवा सकते तो प्रदेशवासी आपसे प्रदेश में विकास की क्या उम्मीद रख सकते हैं.

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परिवर्तन यात्रा के दौरान इनेलो नेता ने कहा कि बीजेपी और जेजेपी दोनों ही बेहद झूठी पार्टियां हैं. भाजपा गठबंधन सरकार ने झूठ बोल कर किसानों के साथ सरेआम धोखा किया है. किसानों द्वारा गेहूं बेचने के 72 घंटे में पेमेंट करने के दावे झूठे निकले. किसान जहां कुदरत की मार झेल रहा है वहीं सरकार के अत्याचारों को भी झेल रहा है. किसानों के अलावा प्रदेश का कमेरा, युवा, बुजुर्ग, महिलाएं, कर्मचारी और खिलाड़ियों समेत हर वर्ग बेहद प्रताड़ित और दुखी है.

उन्होंने कहा कि महिला खिलाडियों के साथ अत्याचार और शोषण लगातार जारी है. सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक एडहॉक कमेटी बनाई और सभी निर्णय लेने के लिए एडहॉक कमेटी को अधिकृत किया. हैरानी की बात है कि बृजभूषण ने नेशनल चैंपियनशिप कराने की घोषणा तक कर दी है, जबकि बृजभूषण कुश्ती से संबंधित कोई भी निर्णय ही नहीं ले सकता तो फिर एडहॉक कमेटी क्या कर रही है. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि ऐडहॉक कमेटी सिर्फ दिखावे के लिए बनाई गई है.

मुख्यमंत्री दोगली बात कर रहे हैं. कहते हैं कि महिला पहलवानों के मामले में जांच होनी चाहिए लेकिन महिला जूनियर कोच पर यौन शोषण के आरोपी मंत्री संदीप सिंह को बचाने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं. अभी हाल ही में मंत्री संदीप सिंह ने कोर्ट में अपना पॉलिग्राफी टेस्ट करवाने से इंकार कर दिया. जिसका साफ मतलब है कि मंत्री कसूरवार है और उसके अपराधों की पोल खुलने के डर से टेस्ट नहीं करवा रहे. सैनिक और खिलाड़ी देश की धरोहर होते हैं लेकिन भाजपा के इरादे बेहद खतरनाक हैं और खिलाडियों को भी जात-पात का रंग देना चाहती है.

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