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भिवानी में काला पीलिया ने फैलाए अपने पांव, ये हैं इस बीमारी से बचने के उपाय

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Published : Jun 3, 2019, 5:51 PM IST

भिवानी में इन दिनों काला पीलिया नामक बीमारी का असर दिखाना शुरू कर दिया है. सामान्य अस्पताल में लगभग 150 लोग इस बीमारी का इलाज करवा रहे हैं. काला पीलिया का इलाज समय पर न हो तो पीड़ित की जान भी जा सकती है.
नागरिक अस्पताल

भिवानी: जिले में इन दिनों काला पीलिया अपने पैर पसार रहा है. नागरिक अस्पताल में काला पीलिया से ग्रस्त लगभग 150 मरीज अपना इलाज करवा रहे हैं और इनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. अस्पताल के डॉक्टरों की माने तो प्रतिदिन काला पीलिया के मरीज उनके पास इलाज के लिए आ रहे हैं.

काला पीलिया का सबसे बड़ा कारण है शराब
डॉक्टरों का कहना है कि नशा इसका सबसे बड़ा कारण है. नशे के अलावा खुद लगाए जाने वाली इंजेक्शन भी एक कारण है. काले पीलिया को हैपेटाइटस-सी भी कहा जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक किसी भी व्यक्ति का उल्टी, दस्त, पेट का फूलना और वजन कम होने लगे तो तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल में टेस्ट करवाना चाहिए.

'समय पर इलाज न किया तो मौत भी हो सकती है'
सामान्य अस्पताल मे तैनात फिजिशन डॉ. नीतेश गोयल के अनुसार जो व्यक्ति नशा करता है. उन्हें काला पीलिया यानि हैपेटाईटस-सी होने की संभावानाएं ज्यादा रहती हैं. उन्होंने बताया कि पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल में इसका इलाज नहीं था, लेकिन अब इलाज के साथ-साथ दवाइयां भी निशुल्क मिलती हैं. उन्होंने कहा कि अगर समय पर इलाज नहीं होता तो इसका असर शरीर के अन्य हिस्सों पर पड़ता है और मरीज की मौत भी हो सकती है.

Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 3 जून।
काला पीलिया फैला रहा है अपने पांव, प्रतिदिन बढ़ रहे है मरीज
चिकित्सक ने दी सलाह : स्वयं का रखे ख्याल, नशे से रहे दूर, नशा भी है काला पीलिया का कारण
भिवानी में इन दिनो काला पीलिया अपने पैर पसार रहा है। यहां के सामान्य अस्पताल में काला पीििलया से ग्रस्ति लगभग 150 मरीज अपना ईलाज करवा रहे है तथा इनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अस्पताल के चिकित्सकों की माने तो प्रतिदिन काला पीलिया के मरीज उनके पास ईलाज के लिए आ रहे है। चिकित्सको का कहना है कि नशा इसका सबसे बड़ा कारण है। नशे के अलावा खुद लगाई जाने वाली सूईया (इंजेक्शन) भी एक कारण है। काले पीलिया को हैपेटाईटस-सी भी कहा जाता है। चिकित्सको के अनुसार किसी भी उल्टी, दस्त, पेट का फूलना व वजन कम होने लगे तो तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल में टैस्ट करवाना चाहिए।
काला पीलिया के मरीजो की तादाद भिवानी के अस्पताल में बढ़ती जा रही है। हर रोज काला पीलिया के मरीज यहां पर आ रहे है। चिकित्सको के अनुसार अब तक 150 मरीज यहां आ चुके है तथा पहले यह सुविधा भिवानी के अस्पताल में नही थी, इसलिए यहां मरीज नही आते थे, लेकिन अब इसका ईलाज व दवाईयां भिवानी के सामान्य अस्पताल में आ चुकी है तथा अब मरीज यहां पर ही अपना ईलाज करवा सकते है इसलिए प्रतिदिन यहंा काले पीलियें के मरीज आ रहे है।
हालांकि यहां मरीजो को अभी भर्ती नही किया जा रहा है। चिकित्सको के अनुसार ऐसे मरीज ओपीडी में ही आते है, उनका टैस्ट करवाने के बाद जब काला पीलिया होने की पुष्टि होती है तो ऐसे मरीजो को दवाईयां अस्पताल से ही नि:शुल्क दी जाती है। दवाईयों के बाद वे परहेज रखने के बाद जल्द ही ठीक हो जाते है। अगर इसका ईलाज समय पर ना मिले तो मरीज की मौत भी हो सकती है। ऐसे में चिकित्सकों की सलाह है कि अगर ऐसे मरीज हो तो तुरंत उनका ईलाज सरकारी अस्पताल में करवाएं।
भिवानी के चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल में पहुंचे मरीजों का कहना है कि वे काफी दिनो से बीमार चल रहे थे तथा साामन्य अस्पताल में आने पर यहां टैस्ट इत्यादि करवाने पर पता चला कि उन्हे काला पीलिया है। अब वे यहां ईलाज करवा रहे है।
भिवानी के सामान्य अस्पताल मे तैनात फीजिशन डॉ. नितेश गोयल के अनुसार मरीजो की तादाद बढ़ रही है, उसका कारण नशा भी है। जो व्यक्ति नशा करता है उन्हे काला पीलिया यानि हैपेटाईटस-सी होने की संभावानाए ज्यादा रहती है। उन्होंने कहा कि अगर किसी मरीज को उल्टी, दस्त, पेट का फूलना व वजन कम होना लगे तो तुरंत पास के अस्पताल में दिखाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल में इसका ईलाज नही था, लेकिन अब ईलाव दवाईयां यहां नि:शुल्क मिलती है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर ईलाज नही होता तो इसका असर शरीर के अन्य हिस्सो पर पड़ता है तथा मरीज की मौत भी हो सकती है।
बाईट : डॉ. नितेश गोयल फीजिशन चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल एवं मरीज।
Body:रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 3 जून।
काला पीलिया फैला रहा है अपने पांव, प्रतिदिन बढ़ रहे है मरीज
चिकित्सक ने दी सलाह : स्वयं का रखे ख्याल, नशे से रहे दूर, नशा भी है काला पीलिया का कारण
भिवानी में इन दिनो काला पीलिया अपने पैर पसार रहा है। यहां के सामान्य अस्पताल में काला पीििलया से ग्रस्ति लगभग 150 मरीज अपना ईलाज करवा रहे है तथा इनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अस्पताल के चिकित्सकों की माने तो प्रतिदिन काला पीलिया के मरीज उनके पास ईलाज के लिए आ रहे है। चिकित्सको का कहना है कि नशा इसका सबसे बड़ा कारण है। नशे के अलावा खुद लगाई जाने वाली सूईया (इंजेक्शन) भी एक कारण है। काले पीलिया को हैपेटाईटस-सी भी कहा जाता है। चिकित्सको के अनुसार किसी भी उल्टी, दस्त, पेट का फूलना व वजन कम होने लगे तो तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल में टैस्ट करवाना चाहिए।
काला पीलिया के मरीजो की तादाद भिवानी के अस्पताल में बढ़ती जा रही है। हर रोज काला पीलिया के मरीज यहां पर आ रहे है। चिकित्सको के अनुसार अब तक 150 मरीज यहां आ चुके है तथा पहले यह सुविधा भिवानी के अस्पताल में नही थी, इसलिए यहां मरीज नही आते थे, लेकिन अब इसका ईलाज व दवाईयां भिवानी के सामान्य अस्पताल में आ चुकी है तथा अब मरीज यहां पर ही अपना ईलाज करवा सकते है इसलिए प्रतिदिन यहंा काले पीलियें के मरीज आ रहे है।
हालांकि यहां मरीजो को अभी भर्ती नही किया जा रहा है। चिकित्सको के अनुसार ऐसे मरीज ओपीडी में ही आते है, उनका टैस्ट करवाने के बाद जब काला पीलिया होने की पुष्टि होती है तो ऐसे मरीजो को दवाईयां अस्पताल से ही नि:शुल्क दी जाती है। दवाईयों के बाद वे परहेज रखने के बाद जल्द ही ठीक हो जाते है। अगर इसका ईलाज समय पर ना मिले तो मरीज की मौत भी हो सकती है। ऐसे में चिकित्सकों की सलाह है कि अगर ऐसे मरीज हो तो तुरंत उनका ईलाज सरकारी अस्पताल में करवाएं।
भिवानी के चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल में पहुंचे मरीजों का कहना है कि वे काफी दिनो से बीमार चल रहे थे तथा साामन्य अस्पताल में आने पर यहां टैस्ट इत्यादि करवाने पर पता चला कि उन्हे काला पीलिया है। अब वे यहां ईलाज करवा रहे है।
भिवानी के सामान्य अस्पताल मे तैनात फीजिशन डॉ. नितेश गोयल के अनुसार मरीजो की तादाद बढ़ रही है, उसका कारण नशा भी है। जो व्यक्ति नशा करता है उन्हे काला पीलिया यानि हैपेटाईटस-सी होने की संभावानाए ज्यादा रहती है। उन्होंने कहा कि अगर किसी मरीज को उल्टी, दस्त, पेट का फूलना व वजन कम होना लगे तो तुरंत पास के अस्पताल में दिखाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल में इसका ईलाज नही था, लेकिन अब ईलाव दवाईयां यहां नि:शुल्क मिलती है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर ईलाज नही होता तो इसका असर शरीर के अन्य हिस्सो पर पड़ता है तथा मरीज की मौत भी हो सकती है।
बाईट : डॉ. नितेश गोयल फीजिशन चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल एवं मरीज।
Conclusion:रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 3 जून।
काला पीलिया फैला रहा है अपने पांव, प्रतिदिन बढ़ रहे है मरीज
चिकित्सक ने दी सलाह : स्वयं का रखे ख्याल, नशे से रहे दूर, नशा भी है काला पीलिया का कारण
भिवानी में इन दिनो काला पीलिया अपने पैर पसार रहा है। यहां के सामान्य अस्पताल में काला पीििलया से ग्रस्ति लगभग 150 मरीज अपना ईलाज करवा रहे है तथा इनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अस्पताल के चिकित्सकों की माने तो प्रतिदिन काला पीलिया के मरीज उनके पास ईलाज के लिए आ रहे है। चिकित्सको का कहना है कि नशा इसका सबसे बड़ा कारण है। नशे के अलावा खुद लगाई जाने वाली सूईया (इंजेक्शन) भी एक कारण है। काले पीलिया को हैपेटाईटस-सी भी कहा जाता है। चिकित्सको के अनुसार किसी भी उल्टी, दस्त, पेट का फूलना व वजन कम होने लगे तो तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल में टैस्ट करवाना चाहिए।
काला पीलिया के मरीजो की तादाद भिवानी के अस्पताल में बढ़ती जा रही है। हर रोज काला पीलिया के मरीज यहां पर आ रहे है। चिकित्सको के अनुसार अब तक 150 मरीज यहां आ चुके है तथा पहले यह सुविधा भिवानी के अस्पताल में नही थी, इसलिए यहां मरीज नही आते थे, लेकिन अब इसका ईलाज व दवाईयां भिवानी के सामान्य अस्पताल में आ चुकी है तथा अब मरीज यहां पर ही अपना ईलाज करवा सकते है इसलिए प्रतिदिन यहंा काले पीलियें के मरीज आ रहे है।
हालांकि यहां मरीजो को अभी भर्ती नही किया जा रहा है। चिकित्सको के अनुसार ऐसे मरीज ओपीडी में ही आते है, उनका टैस्ट करवाने के बाद जब काला पीलिया होने की पुष्टि होती है तो ऐसे मरीजो को दवाईयां अस्पताल से ही नि:शुल्क दी जाती है। दवाईयों के बाद वे परहेज रखने के बाद जल्द ही ठीक हो जाते है। अगर इसका ईलाज समय पर ना मिले तो मरीज की मौत भी हो सकती है। ऐसे में चिकित्सकों की सलाह है कि अगर ऐसे मरीज हो तो तुरंत उनका ईलाज सरकारी अस्पताल में करवाएं।
भिवानी के चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल में पहुंचे मरीजों का कहना है कि वे काफी दिनो से बीमार चल रहे थे तथा साामन्य अस्पताल में आने पर यहां टैस्ट इत्यादि करवाने पर पता चला कि उन्हे काला पीलिया है। अब वे यहां ईलाज करवा रहे है।
भिवानी के सामान्य अस्पताल मे तैनात फीजिशन डॉ. नितेश गोयल के अनुसार मरीजो की तादाद बढ़ रही है, उसका कारण नशा भी है। जो व्यक्ति नशा करता है उन्हे काला पीलिया यानि हैपेटाईटस-सी होने की संभावानाए ज्यादा रहती है। उन्होंने कहा कि अगर किसी मरीज को उल्टी, दस्त, पेट का फूलना व वजन कम होना लगे तो तुरंत पास के अस्पताल में दिखाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पहले भिवानी के सामान्य अस्पताल में इसका ईलाज नही था, लेकिन अब ईलाव दवाईयां यहां नि:शुल्क मिलती है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर ईलाज नही होता तो इसका असर शरीर के अन्य हिस्सो पर पड़ता है तथा मरीज की मौत भी हो सकती है।
बाईट : डॉ. नितेश गोयल फीजिशन चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल एवं मरीज।
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