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उमरांग्सू पनबिजली हादसा : दो शव बरामद, दो अन्य की तलाश जारी

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Published : Oct 21, 2019, 5:56 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 8:38 PM IST

डिमा हसाउ जिले के उमरांग्सू में कपिली पनबिजली परियोजना हादसे के 14वें दिन सोमवार को कुछ घंटे के अंतराल पर दो शव बरामद किये गये. इनमें एक NEEPCO के मैकेनिकल ऑपरेटर ज्वॉय सिंह टिस्सो का शव है और दूसरा शव राबर्ट बैतिए (Robert Baitye) का है. दो अन्य कर्मचारियों के लिए सर्च अभियान जारी है. जानें क्या है पूरा मामला....

NEEPCO से एक शव बरामद

गुवाहाटी : डिमा हसाउ जिले के उमरांग्सू में कपिली पनबिजली परियोजना हादसे के 14 वें दिन सोमवार को कुछ घंटे के अंतराल पर दो शव बरामद किये गये. बरामद शवों में एक नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NEEPCO) के मैकेनिकल ऑपरेटर ज्वॉय सिंह टिस्सो का है और दूसरा शव रॉबर्ट बैतिए (Robert Baitye) का है. दो अन्य कर्मचारियों के लिए सर्च अभियान जारी है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्वाह्न 11.45 बजे चलाये गये सर्च अभियान के तहत अपराह्न 2.25 बजे का मिला. 59 वर्षीय टिस्सो का शव ग्राउंड फ्लोर-2 से बरामद किया गया और उसे पुलिस को सौंप दिया गया. इसके कुछ घंटे बाद इसी जगह से एक अन्य कर्मचारी रॉबर्ट बैतिए का शव पाया गया.

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राबर्ट बैतिए ( फाइल फोटो)

बता दें कि सात अक्टूबर को तड़के करीब चार बजे कपिली पनबिजली परियोजना में पानी से चलने वाली सुरंग की पाइप फटने से बड़ा हादसा हो गया था. 12 हजार लीटर प्रति सेकेंड के वेग से निकले पानी में एक इंजीनियर समेत चार लोग बह गये. इस घटना के चलते कपिली हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुंचा है.

सूत्रों ने बताया है कि रिसाव के चलते ये घटना हुई. रिसाव की वजह से अचानक पाइप फट गई. हादसे के समय सैकड़ों कर्मचारी पानी में फंस गये थे.घटना के सामने आने के बाद ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन एक बार फिर बाधों के निर्माण के खिलाफ आंदोलन कर रही है.

असम कांग्रेस प्रवक्ता का बयान

अरुणाचल प्रदेश में 168 बांधों के निर्माण की परियोजना के खिलाफ पहले भी ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन विरोध कर चुकी है.

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NEEPCO से एक शव बरामद

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गौरतलब है कि दिमासा स्टूडेंट्स यूनियन ने इस मामले में अपना विरोध जताया है. यूनियन का कहना है कि NEEPCO अधिकारियों और केंद्र सरकार ने इस मुद्दे से निबटने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है. यूनियन का कहना है कि 2014 से न तो केन्द्र सरकार ने न ही राज्य सरकार ने NEEPCO की मरम्मत के लिए धन मुहैया कराया है.

स्टूडेंट्स यूनियन की नेता प्रीति सेनयुंग ने प्राधिकारी वर्ग पर आरोप लगाते हुए कहा कि NEEPCO में रिक्त पदों को भरा नहीं गया. साथ ही उन्होंने प्राधिकारी वर्ग पर आरोप यह भी लगाया कि असम और नॉर्थ ईस्ट के विभिन्न हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पावर प्लांटों में पैसा नहीं दिया गया.

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Even after 14 days no trace has been found of the engineer and 4 co-workers who were washed off in the Kapili hydroelectric project pipeline blast. The blast that occured in the wee hours of 7th October when the whole state was celebrating Durga Puja. The blast washed off engineer Robert naimalai and 4 workers who were on duty at that time. The NEEPCO authorities and the central government have shown no interest in dealing with the issue. The Dimasa Students' Union have expressed their dispair in this matter. 

Not only the the dam and its pipelines needed repair since 2014 but from the past 5 years neither NEEPCO nor Central Government have not provided funds for its repair. This is an allegation by the Dimasa Students' Union leader Premit Sengyung. They have also accused the authorities of not appointing people in the vacant positionsin the project which have resulted in the accident. The autghorities have also been accused of not paying interest in the various hydro-electric power plants of Assam and North East said Ex-AASU leader and AGP Spolesperson Tularam Gogoi.

Conclusion:
Last Updated :Oct 21, 2019, 8:38 PM IST
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