रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 करीब है. सभी सियासी दल टिकट वितरण के लिए माथापच्ची कर रहे हैं. इस बीच सियासी गलियारे में यह चर्चा तेज हो चली है कि भाजपा प्रदेश के अपने सभी सांसदों को इस विधानसभा चुनाव के मैदान में उतार सकती है. छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में इस बीजेपी के इस फैसले को चुनावी मास्टरस्ट्रोक की तरह देखा जा है. जो कही न कहीं कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकती है.
कौन से सांसद कहां से लड़ सकते हैं चुनाव: सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में बीजेपी सांसदों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया जा सकता है. रायपुर उत्तर सीट से सांसद सुनील सोनी चुनावी मैदान में दिखाई दे सकते हैं. वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को बेलतरा विधानसभा से टिकट देने की चर्चा है. कवर्धा से सांसद संतोष पांडेय को बीजेपी टिकट दे सकती है. रायगढ़ सांसद गोमती साय को बीजेपी नंदकुमार साय के खिलाफ उतार सकती है. महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू को महासमुंद या खल्लारी से विधानसभा चुनाव में मौका मिल सकता है. सारंगढ़ सांसद गुहाराम अजगले का नाम भी सारंगढ़ विधानसभा चुनाव में सामने आ सकता है. दुर्ग सांसद विजय बघेल को पहले ही पाटन से बीजेपी टिकट दे चुकी है. वहीं अभी कांकेर सांसद मोहन मंडावी के नाम को लेकर कोई खबर भाजपा मुख्यालय से सामने नहीं आई है.
सांसदों के चुनाव लड़ने से कांग्रेस की बढ़ेंगी मुश्किलें: बीजेपी के इस दांव से सत्ताधारी कांग्रेस समेत अन्य दल सकते में हैं. सांसदों को दिये जाने वाले सीटों पर कांग्रेस समेत अन्य दलों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है. क्योंकि बीजेपी सांसद जिस सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे, उसके आसपास की सीटों को भी वे प्रभावित करेंगे. जिससे कांग्रेस को सीधा नुकसान हो सकता है. साथ ही आप और जेसीसीजे समेत अन्य दलों को भी नुकसान होगा.
बीजेपी ने 21 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया: बीजेपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर 21 सीटें पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं. बीजेपी ने सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ उनके भतीजे और दुर्ग लोकसभा से भाजपा सांसद विजय बघेल को पाटन विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. हालांकि कांग्रेस ने अब तक किसी भी उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है.