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निकाय चुनाव 2023: गोरखपुर में बागियों को सीएम योगी ने साधा, कई ने पर्चा वापस लेकर दिया भरोसा

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Published : Apr 20, 2023, 4:31 PM IST

गोरखपुर में हो रहे निकाय चुनाव के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ कई बागियों को साधने में सफल हो गए हैं. कई बागियों ने तो परचा वापस लेकर बीजेपी प्रत्याशी को जिताने का भरोसा भी दिया है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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गोरखपुर: स्थानीय निकाय चुनाव में गोरखपुर क्षेत्र में बगावत का झंडा बुलंद कर रहे भाजपा के कई वर्तमान पार्षद और संगठन के नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद सुर बदल लिए. उन्होंने योगी को भरोसा दिलाते हुए अपना नामांकन जहां वापस ले लिया, वहीं पर महाराज के निर्देश पर पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में उन्होंने खुलकर जुट जाने का भरोसा भी दिलाया.

पार्षद से लेकर चेयरमैन और महापौर तक के पदों पर नामांकन करने वाले संगठन के ऐसे कार्यकर्ताओं ने योगी से मुलाकात गोरखनाथ मंदिर में की. इस दौरान सांसद रवि किशन शुक्ला के साथ विधायक प्रदीप शुक्ला, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, बागी प्रत्याशी कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद रहे. सबसे बड़ी बगावत महापौर सीट पर हुई थी जहां पर भाजपा प्रत्याशी डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव के खिलाफ व्यापारी नेता बलराम अग्रवाल ने पर्चा दाखिल किया था. उन्होंने भी व्यापारी संगठन के वरिष्ठ नेता मक्खन लाल गोयल की पहल पर अपना नामांकन भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वापस लेते हुए सीएम योगी को पूरा भरोसा दिलाया.

बीजेपी की महत्वपूर्ण सीटों पर बीजेपी के बागी चुनाव लड़ रहे थे, जिसमें गिरधरगंज वार्ड से मनोज अग्रहरी, शक्ति नगर वार्ड से आलोक सिंह विशेन, सिविल लाइंस से रितेश सिंह, आत्माराम नगर से अशोक गुप्ता और बिछिया वार्ड से चमन लाल गुप्ता शामिल थे. सीएम योगी का इन्हे संदेश जैसे ही मिला वह मंदिर पहुंचकर उन्हें भरोसा ही नहीं दिए अपना या पत्नी का दाखिल पर्चा वापस ले लिया. वहीं, महापौर पद के लिए वरिष्ठ व्यापारी नेता बलराम अग्रवाल ने अपने संगठन के प्रांतीय संगठन मंत्री मक्खन लाल गोयल की पहल पर योगी जी से मुलाकात के बाद पर्चा वापस ले लिया. इसी प्रकार मुंडेरा बाजार नगर पंचायत से बागी बने मिहिर जयसवाल, पीपीगंज में बगावत का झंडा बुलंद कर रहे निवर्तमान चेयरमैन गंगा जयसवाल ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में जुट जाने का भरोसा दिया.

सीएम ने भी इन कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि जिनके साथ भी नाइंसाफी हुई है वह निराश न हों. सबको समय के साथ उचित सम्मान जरूर मिलेगा. निवर्तमान पार्षद आलोक सिंह विषेन ने कहा कि महराज जी से मिलकर उन्हें संतुष्टि मिली. उनके निर्देश का पालन वह पार्टी और प्रत्याशी हित में करेंगे. विरोध करने को मजबूर होना पड़ा था, बिना किसी उचित कारण के उनके जैसे निवर्तमान पार्षद का टिकट काटा गया है. उन्होंने कहा कि महाराज ने सबको एकजुट हो जाने को कहा है. महापौर के प्रत्याशी रहे बलराम अग्रवाल की तरफ उनके संगठन के नेता मक्खन लाल गोयल ने कहा कि सीएम ने व्यापारी हित में कई बड़े कदम उठाए हैं. शहर को विकसित करने का प्रयास जारी है. ऐसे में किसी बात को मन पर लेकर विरोध करना ठीक नहीं था. इससे शहर का विकास प्रभावित होगा.

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