जयपुर. ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान के तहत जयपुर पुलिस रात को नाकाबंदी के दौरान भी मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले लोगों पर नकेल कस रही है. डीसीपी साउथ योगेश दाधीच ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत नशे के पेडलर और साथ ही नशे की जद में आए हुए युवाओं को चिन्हित किया जा रहा है. इसके साथ ही जो युवा नशे की जद में है.
उनका इलाज भी जयपुर पुलिस द्वारा करवाया जा रहा है. इसके साथ ही बीट कांस्टेबल को इस काम के लिए निर्धारित किया गया है तथा नशे की जद में आए युवाओं का इलाज करवाया जा रहा है. उनके व्यवहार में किस तरह के बदलाव आए हैं, उसकी एक रिपोर्ट बनाकर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों को पेश करेंगे.
Intro:जयपुर
एंकर- नशे के सौदागरों के खिलाफ जयपुर पुलिस द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन क्लीन स्वीप लगातार जारी है। अभियान के तहत जयपुर पुलिस नशे की जद में आए युवा और इसके साथ ही मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अभियान के तहत जयपुर पुलिस रात को नाकाबंदी के दौरान भी मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले लोगों पर नकेल कस रही है।
Body:वीओ- डीसीपी साउथ योगेश दाधीच ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत नशे के पेडलर और साथ ही नशे की जद में आए हुए युवाओं को चिन्हित किया जा रहा है। इसके साथ ही जो युवा नशे की जद में है उनका इलाज भी जयपुर पुलिस द्वारा करवाया जा रहा है। इसके साथ ही बीट कांस्टेबल को इस काम के लिए निर्धारित किया गया है कि जिन युवाओं का इलाज करवाया जा रहा है उनके व्यवहार में किस तरह के बदलाव आए हैं, उसकी एक रिपोर्ट बनाकर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों को पेश करे।
बाइट- योगेश दाधीच, डीसीपी साउथ- जयपुर
Conclusion:
एंकर- नशे के सौदागरों के खिलाफ जयपुर पुलिस द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन क्लीन स्वीप लगातार जारी है। अभियान के तहत जयपुर पुलिस नशे की जद में आए युवा और इसके साथ ही मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अभियान के तहत जयपुर पुलिस रात को नाकाबंदी के दौरान भी मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले लोगों पर नकेल कस रही है।
Body:वीओ- डीसीपी साउथ योगेश दाधीच ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत नशे के पेडलर और साथ ही नशे की जद में आए हुए युवाओं को चिन्हित किया जा रहा है। इसके साथ ही जो युवा नशे की जद में है उनका इलाज भी जयपुर पुलिस द्वारा करवाया जा रहा है। इसके साथ ही बीट कांस्टेबल को इस काम के लिए निर्धारित किया गया है कि जिन युवाओं का इलाज करवाया जा रहा है उनके व्यवहार में किस तरह के बदलाव आए हैं, उसकी एक रिपोर्ट बनाकर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों को पेश करे।
बाइट- योगेश दाधीच, डीसीपी साउथ- जयपुर
Conclusion: