सरदारशहर से शक्ति मंच व ऑटो रिक्शा यूनियन का चाइना को जवाब; हमारी दीपावली मिट्टी के दीयों से ही होगी रोशन, इसलिए सवा दो लाख दीपक निशुल्क बांटे

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Published : Oct 27, 2019, 10:04 AM IST

चूरू में ऑटो रिक्शा यूनियन और शक्ति मंच की ओर से दिवाली पर राष्ट्र प्रेम के साथ ही पुरातन परंपरा को भी जीवित रखने की दिशा में एक पहल की है. इसके तहत दीपावली जैसे अवसरों पर चाइनीज लाइटों के बढ़ते कारोबार पर अंकुश लगाने और पुरानी परंपरा को जीवित रखने में जुटे कुंभकार समाज को प्रोत्साहित करने के लिए यहां शक्ति मंच की ओर से सवा दो लाख मिट्टी के दियों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है. मंच कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे कुम्हारों को फायदा होगा, वहीं पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा.

चुरू. जिले के सरदारशहर में युवाओं ने एक अनोखी पहल की है. यहां युवाओं ने दिवाली के मौके पर बाजार में स्टॉल लगाकर मिट्टी के दीये बांटे. वहीं ऑटो रिक्शा यूनियन और शक्ति मंच के युवाओं ने शहर में करीब सवा दो लाख दीयों का निःशुल्क वितरण किया.

सरदारशहर में युवाओं ने 2.15 लाख दीयों का निशुल्क किया वितरण

युवाओं का मानना है कि इस पहल से ना सिर्फ कुम्हारों को आर्थिक फायदा होगा. बल्कि चाइनीज लाइटों का इस्तेमाल भी कम होगा. ऐसे में दिवाली पर मिट्टी के दीयों से घर को रोशन करने की परंपरा भी कायम रह सकेगी.

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सिर्फ सोशल मीडिया पर नहीं, चाइनीज लाइट्स का धरातल पर भी किया विरोध

आम तौर पर देखा जाता है कि लोग सोशल मीडिया पर तो चाइनीज लाइट्स का विरोध और मिट्टी के दियों का समर्थन करते नजर आते हैं, लेकिन हकीकत में धरातल पर ऐसा नहीं होता है. ऐसे में इन युवाओं का कहना है कि वह चाइनीज लाइट्स का बहिष्कार जमीनी स्तर पर कर रहे हैं. इससे दूसरे लोग भी मोटिवेट होंगे. युवाओं का मानना है कि इससे दीयों की मांग बढ़ेगी. जिससे कुम्हारों को रोजगार भी मिल सकेगा.

बाजार में स्टॉल लगाकर बांट रहे दिए, लोगों के घरों तक भी जाएंगे

यह युवा ना केवल बाजार में स्टॉल लगाकर दिए बांट रहे है बल्कि शहर में कच्ची बस्ती और दूसरे इलाकों में भी घर-घर जाकर दीये बांटेंगे. इन युवाओं ने बताया कि मिट्टी के दीयों में तेल जलने से वातावरण शुद्ध होगा.

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शक्ति मंच से जुड़े कार्यकर्ता समाज के लिए कई तरह के रचनात्मक कार्य करने का काम कर रहे है. शक्ति मंच के कार्यकर्ता मोहम्मद इलियास ने बताया कि वह मुस्लिम समुदाय से होने के बाद भी दीये बांटने के काम मे सहयोग कर रहा हैं. क्योंकि उनके इस प्रयास का मकसद है, कुम्हारों को रोजगार मिले, पर्यावरण संरक्षण हो और देश में पर्व की परंपराएं भी कायम रहे.

Intro:चुरू। बाजार में स्टोल लगाकर मिट्टी के दियें बांट रहे युवाओं की यह तस्वीरें चूरू जिले के सरदारशहर की है। ऑटो रिक्शा यूनियन व शक्ति मंच के यह युवा दीवाली कुम्हार के घर बने मिट्टी के दियों से ही रोशन हो इस मकसद से सरदारशहर में सवा दो लाख दियों का निशुल्क वितरण कर रहे है। युवाओं का मानना है कि इसके ना केवल कुम्हारों को आर्थिक फायदा होगा बल्कि चाइनीज लाइट का इस्तेमाल भी कम होगा तो दीपावली पर दीयों से रोशनी करने की परंपरा भी कायम रह सकेगी।
:सोशल मीडिया पर नहीं हकीकत पर विरोध हो चाइनीज लाइट्स का
आम तौर पर देखा जाता है कि लोग सोशल मीडिया पर तो चाइनीज लाइट्स का विरोध व मिट्टी के दियों का समर्थन करते नजर आते है लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं होता। इन युवाओं का कहना है कि वे चाइनीज लाइट्स का बहिष्कार जमीनी स्तर पर कर रहे है इससे दूसरे लोग भी मोटिवेट होंगे। युवाओं का मानना है कि इससे दियों की मांग बढ़ेगी। इससे कुम्हारों को रोजगार भी मिला है। Body:बाजार में स्टॉल लगाकर बांट रहे दिए, लोगों के घरों तक भी जाएंगे
यह युवा ना केवल बाजार में स्टॉल लगाकर दिए बांट रहे है बल्कि शहर में कच्ची बस्ती व दूसरे इलाकों में भी घर घर जाकर दियें बांटेंगे। इन युवाओं का कहना है मिट्टी के दियों से तेल जलने से वातावरण शुद्ध होगा व तेल की बिक्री होने से किसानों को भी फायदा होगा।
Conclusion:बाइट: एक- जितेंद्र राजवी, अध्यक्ष, ऑटो रिक्शा यूनियन
ऑटो रिक्शा यूनियन व शक्ति मंच की ओर से दीवाली पर सवा दो लाख दियों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। इससे कुम्हारों को फायदा होगा वही पर्यावरण भी शुद्ध होगा।
बाइट: दो- मोहम्मद इलियास- कार्यकर्ता, शक्ति मंच
शक्ति मंच से जुड़े कार्यकता समाज के लिए कई तरह के रचनात्मक कार्य करने का काम कर रहे है। मैं मुस्लिम समुदाय से होने के बाद भी दीये बांटने के काम मे सहयोग कर रहा हूं।
बाइट: तीन- योगेश- कार्यकता, शक्ति मंच
हमारे इस प्रयास का मकसद है कुम्हारों को रोजगार मिले, पर्यावरण संरक्षण हो और दीवाली पर दिए जलाने की परंपरा कायम रहे।
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