सागर। देश की 100 स्मार्ट सिटी (Sagar Smart City) में शुमार सागर शहर में इन दिनों बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहे हैं. खासकर शहर की सड़कों को स्मार्ट रोड बनाने का काम चल रहा है. इन सड़कों के निर्माण के लिए 200 से ज्यादा सड़क किनारे लगे पेड़ काटे जाने थे, लेकिन स्मार्ट सिटी लिमिटेड (Sagar Smart City Limited) ने इन पेड़ों को काटने की जगह 'ट्री-ट्रांसप्लांटेशन' का फैसला लिया. इन 200 से ज्यादा पेड़ों को वैज्ञानिक पद्धति (Scientific Method) से ट्रांसप्लांट किया गया. एक साल बाद करीब 90 फीसदी पेड़ों को नया जीवन मिल गया है. कभी सड़क किनारे लहराने वाले पेड़ अब शहर से बाहर एक जंगल में लहलहा रहे हैं. स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने भविष्य में प्रस्तावित स्मार्ट रोड (Sagar Smart Road) के पेड़ काटने की जगह 'ट्री-ट्रांसप्लांटेशन' (Tree Transplantation) करने का फैसला लिया है.
200 से ज्यादा पेड़ों के जीवन पर आ गया था संकट
सागर शहर स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद सबसे ज्यादा शहर की सड़कों को स्मार्ट बनाने पर जोर दिया जा रहा है. सागर शहर में 13.6 किमी का स्मार्ट रोड कॉरिडोर (Smart Road Corridor) बन रहा है. जैसे ही स्मार्ट रोड कॉरिडोर की शुरुआत हुई, तो करीब 215 पेड़ों के जीवन पर संकट आ गया. पर्यावरण प्रेमियों (Environment Lover) को इन पेड़ों की चिंता सताने लगी, लेकिन लोगों ने राहत की सांस तब ली, जब स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इन पेड़ों को काटे जाने की जगह 'ट्री-ट्रांसप्लांटेशन' कराने का फैसला लिया.
स्मार्ट रोड के टेंडर में रखी गई 'ट्री-ट्रांसप्लांटेशन' की शर्त
शहर में बनने वाले स्मार्ट सिटी रोड कॉरिडोर का टेंडर (Sagar Smart City Tender) निकाला गया. उसमें यह शर्त रखी गई कि जो भी पेड़ स्मार्ट सिटी रोड के रास्ते में आएंगे, उन्हें काटा नहीं जाएगा बल्कि उनका ट्रांसप्लांटेशन किया जाएगा. एजेंसी को वैज्ञानिक पद्धति से ट्रांसप्लांटेशन करना होगा. ताकि अपनी जगह से हटकर भी पेड़ों को कोई नुकसान न हो और पेड़ जीवित रहे.