सागर। जिले के खुरई देहात थाना इलाके के बरोदिया नौनागिर गांव में गुरुवार को एक दलित युवक की हत्या के बाद भले ही प्रशासन ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो और बाकी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रहा हो, लेकिन मृतक युवक के परिजन उसका अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं है. मृतक युवक के परिजनों की सबसे पहली मांग है कि आरोपियों के मकान को बुलडोजर से गिराया जाये. वहीं, मृतक के घर में जो तोड़फोड़ की गई है, उसका मुआवजा दिया जाये और परिवार के किसी व्यक्ति को नौकरी देने के साथ-साथ आर्थिक मदद की जाये. शुक्रवार को मृतक के पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया था, लेकिन अभी तक मृतक का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है. गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया है. पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी समझाइश दे रहे हैं, लेकिन बिना बुलडोजर कार्रवाई के मृतक के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं है.
ये है मामला:खुरई क्षेत्र में बहन से छेड़खानी के मामले में सुलह का दबाव बना रहे आरोपियों की बात भाई ने नहीं मानी. इसके बाद आरोपियों ने नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी. आरोपियों से बेटे को बचाने आई मां को भी निर्वस्त्र कर पीटने का आरोप मृतक के परिजनों ने लगाया है. मृतक का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराकर शव सौंप दिया, लेकिन आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर मृतक का अब तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए मना रहे हैं, लेकिन परिजन तैयार नहीं है. वहीं महिला का कहना है कि "उसको आरोपियों ने निर्वस्त्र कर पीटा है. पुलिस वालों ने उसे पहले टावेल दी, उसके बाद कहीं से साड़ी लाकर दी. मां-बेटे को पीटने के बाद आरोपियों ने पीड़ित के घर में जमकर तोड़फोड़ की और घर में रखे सामान को भी भारी नुकसान पहुंचाया हैं. यहां तक कि मकान की पक्की छत को भी तोड़ दिया. घटना के बाद आरोपी अन्य दो भाईयों की तलाश में रिशतेदार के घर भी गये थे."