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MP Ladli Behna Yojana: सवा करोड़ से अधिक बहनों के खाते में दूसरी किस्त ट्रांसफर, शिवराज ने बहनों से मांगा आशीर्वाद

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Published : Jul 10, 2023, 4:32 PM IST

एमपी सरकार की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना की दूसरी किस्त आज जारी कर दी गई है. सीएम शिवराज ने इंदौर में लाडली बहना की दूसरी किस्त ट्रांसफर की. वहीं सीएम के रोड शो के दौरान लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

Ladli Behna Yojana
लाडली बहना योजना

इंदौर। आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से शिवराज सरकार की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना के मद्देनजर मंगलवार को शिवराज सरकार ने करीब सवा करोड़ से अधिक बहनों को ₹1000 की दूसरी किस्त खाते में ट्रांसफर की. इस दौरान इंदौर में आयोजित सम्मेलन में शिवराज सिंह चौहान ने कहा प्रदेश की बहनों के लिए यह पैसे नहीं बल्कि सम्मान है, स्वाभिमान से जीने का और अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ रखने का सम्मान है. उन्होंने कहा सरकार की कोशिश है कि आने वाले 5 सालों में बहनों को अलग-अलग योजना में मासिक ₹10000 प्राप्त हो. हालांकि लाडली बहना योजना में राशि बढ़ाकर ₹3000 तक की जाएगी.

कांग्रेस पर उठाए सवाल:इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा 50 साल की कांग्रेस की सरकार में बहनों को क्या मिला. यह सब जानते हैंं, इसलिए आगामी समय में इस भैया को बहनों के आशीर्वाद की जरूरत है.सीएम ने कहा बहनें आशीर्वाद देंगी तो मैं आजीवन उनकी सेवा करता रहूंगा. दरअसल आज इंदौर के एयरपोर्ट रोड स्थित गांधीनगर पर आयोजित लाडली लक्ष्मी सम्मेलन से पहले सीएम शिवराज ने एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक रोड शो किया. रोड शो के दौरान लाडली बहनों ने परम्परागत वेशभूषा में मुख्यमंत्री के वाहन के आगे मोटरसाइकिल लेकर चलते हुए महिला सशक्तिकरण का प्रदर्शन भी किया.

मंच पर मौजूद सीएम शिवराज

सीएम ने गाया एक हजारों में मेरी बहना है: रोड शो मार्ग में बनाए गए मंच पर 11 हजार लाडली बहनों ने मुख्यमंत्री का अपने तरीके से अभिनंदन किया. समारोह स्थल पर मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी की पूजन के बाद मौके पर दो बहनों के पैर भी पखारे. इस दौरान फूलों का तारों का सबका कहना है गीत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कन्या पूजन किया. वहीं बहनों की ओर से उन्हें 101 फीट की राखी समर्पित की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाडली बहना सेना को भी शपथ दिलाई. उन्होंने कहा "लाडली बहना सेना अब बहनों के साथ अन्याय नहीं हो, उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ मिले, इसकी हमेशा पहल करेगी. इसलिए गांव में 11 बहनों की सेना और शहरी क्षेत्र में 21 बहनों की लाडली सेना की टोली बनाई जाएगी. शिवराज सिंह चौहान ने कहा जो बहने योजना में आवेदन करने से छूट गई हैं या जिनके घर में ट्रैक्टर है उनके फॉर्म 25 जुलाई से भरे जाएंगे." सीएम ने कार्यक्रम में सिंगल क्लिक से 1209.66 करोड़ प्रदेश की 1.25 करोड़ बहनों के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा "भांजे-भांजियों के लिए भी राज्य सरकार तमाम तरह की सौगात देने जा रही है. उन्होंने कहा 70% अंक लाने वाले बच्चों को अब लैपटॉप दिया जाएगा. वहीं 12वीं में पहले नंबर पर आने वाली छात्राओं को स्कूटी मिलेगी. एक गांव से दूसरे गांव जाने वाले बच्चों को साइकिल प्रदान की जाएगी. 21 से 22 साल की बेटी को भी लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ देंगे.

महिलाओं ने ली शपथ

रोड शो से एयरपोर्ट यात्रियों की फजीहत: एयरपोर्ट से लेकर गांधीनगर स्थित सम्मेलन स्थल तक मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों और अन्य नागरिकों को परेशानी ना हो, इस आशय के निर्देश कलेक्टर ने दिए थे, लेकिन एयरपोर्ट के सामने का पूरा रोड जाम होने और इंदौर एयरपोर्ट पर लैंड होने वाले यात्रियों के लिए पुलिस द्वारा वाहनों की एंट्री नहीं दिए जाने के कारण आज बड़ी संख्या में इंदौर एयरपोर्ट पर आए यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके अलावा सुपर कॉरिडोर से एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को भी बैरिकेडिंग और पुलिस की रोक टोक के कारण परेशान होना पड़ा. वहीं कर्यक्रम के दौरान लंबे समय तक एयरपोर्ट और उसके आसपास के क्षेत्र में लगातार जाम की स्थिति बनी रही.

बहनों को प्रणाम करते शिवराज

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बस अधिग्रहण के कारण कई स्कूलों की छुट्टी:लाडली बहना सम्मेलन में भाग लेने के लिए शहर के विभिन्न इलाकों से बुलाई गई लाडली बहनों के लिए शहर के विभिन्न स्कूलों की बसों का अधिग्रहण किया. यह पहला मौका है जब बसों के अधिग्रहण करने से कई स्कूलों में छुट्टी करनी पड़ी, क्योंकि बसों के नहीं रहने से कई बच्चे स्कूल नहीं जा पाए. इधर कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अमित चौरसिया ने आरोप लगाया "4 हजार करोड़ के कर्ज में मध्यप्रदेश को गिरवी रख घोषणावीर मामा चुनावी रेवड़ियां बांट रहे हैं. कार्यक्रम में 100000 बहनों के आने का दावा किया था, लेकिन 10,000 बहने भी नहीं पहुंची. उसके अलावा इंदौर के सभी निजी स्कूलों से बसों का सरकारी चाबुक चला कर जबरन अधिग्रहण किया गया. जिसकी वजह से हजारों पालक परेशान हुए. जिसके चलते निजी स्कूलों को अवकाश घोषित करना पड़ा.

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