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मौत पर सियासी 'संग्राम'! आदिवासी युवक की मौत मामले की हो CBI जांच, कांग्रेस ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

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Published : Sep 11, 2021, 8:33 PM IST

खरगोन (Khargone) में आदिवासी युवक (Tribal Youth) की मौत के बाद अब सियासत गरमाने लगी है. कांग्रेस (Congress) ने इस मामले की सीबीआई जांच (CBI Investigation) की मांग की. साथ ही पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा (Compensation) देने की बात भी कही.

मौत पर सियासी 'संग्राम'
मौत पर सियासी 'संग्राम'

भोपाल(Bhopal)।खरगोन जिले (Khargone) के खैरकुड़ी गांव में आदिवासी युवक (Tribal Youth) की पुलिस प्रताड़ना में हुई मौत का मामला अब गर्माता जा रहा है. मामले में कांग्रेस ने सीबीआई जांच (CBI Iलनाेूगुोूगदल) की मांग की है. साथ ही मृतक के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा (Compensation) देने की बात कही है. कांग्रेस जांच समिति ने अपनी तरफ से पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की है. बता दें, युवक की मौत के बाद मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने एक जांच कमेटी बनाई थी. मामले की तफ्तीश के बाद भोपाल में कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.

मौत पर सियासी 'संग्राम'

जांच समिति ने पेश किया ब्यौरा

कांग्रेस जांच समिति का ब्यौरा देते हुए पूर्व मंत्री डॉ.विजयलक्ष्मी साधौ ने भोपाल में शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया कि बिसन की मृत्यु पुलिस प्रताड़ना से हुई है. साधौ ने सरकार से मामले की सीबीआई जांच होने की भी मांग की है. इसके अलावा उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की.

पुलिस प्रशासन की भूमिका संदिग्ध : कांग्रेस

जांच समिति अध्यक्ष डॉ.विजयलक्षमी साधौ ने कहा कि पीसीसी चीफ कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी. जांच कमेटी के सदस्य ग्यारसी लाल रावत ने भी इस घटना में पुलिस प्रशासन की संदिग्ध भूमिका को जिम्मेदार बताया. वहीं विधायक पांची लाल मेड़ा ने भी इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है, और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

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कांग्रेस ने गठित की थी जांच कमेटी

जिले के बिस्टान थाना क्षेत्र के खैर कुड़ी गांव में 6 और 7 सितंबर की दरमियानी रात आदिवासी युवक बिसन की मौत हो गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पूर्व मंत्री और विधायक डॉ.विजयलक्ष्मी साधौ के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया था. इस समिति में विधायक ग्यारसी लाल रावत, पांची लाल मेड़ा, बाल सिंह मेड़ा और मुकेश पटेल को सदस्य बनाया गया था. इस समिति ने 9 सितंबर को खैर कुड़ी गांव पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की और घटना की विस्तृत जांच की थी.

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