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Navratri 2023 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से मिलता है मनचाहा आशीर्वाद और जीवन की सीख भी

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Published : Mar 22, 2023, 12:10 AM IST

Updated : Mar 23, 2023, 6:11 AM IST

मां ब्रह्मचारिणी की विशेष पूजा के माध्यम से भक्त माता ब्रह्मचारिणी से मनचाहा आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. माता ब्रह्मचारिणी को त्याग का प्रतीक माना जाता है. वह अपने भक्तों को सादा जीवन जीने के लिए भी प्रेरित करती हैं. Navratri 2023 . Ma Brahmacharini worship method . Navratri second day puja .

Ma Brahmacharini worship method Chaitra Navratri 2023
नवरात्रि 2023

शक्ति पर्व नवरात्रि का दूसरा दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा को समर्पित है. मां ब्रह्मचारिणी देवी की विशेष पूजा के माध्यम से भक्त मां ब्रह्मचारिणी से अपना मनचाहा आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. चैत्र नवरात्रि 2023 में माता ब्रह्मचारिणी की पूजा 23 मार्च 2023 गुरुवार के दिन की जाएगी. ऐसा माना जाता है कि वह नंगे पैर चलती हैं और किसी वाहन का उपयोग नहीं करती हैं. माता केवल फलों का सेवन करती हैं और उन्हें त्याग का प्रतीक माना जाता है. वह अपने भक्तों को सादा जीवन जीने के लिए भी प्रेरित करती हैं. Navratri 2023 . Ma Brahmacharini worship method . Navratri second day puja .

कौन हैं माता ब्रह्मचारिणी?
मां ब्रह्मचारिणी अपने भक्तों को तपस्या, प्रेम, शांति और स्नेह प्रदान करने के लिए जानी जाती हैं. शास्त्रों के अनुसार माता ब्रह्मचारिणी देवी मां दुर्गा का दूसरा रूप हैं. उनका रूप अत्यंत सुन्दर है. वह सफेद वस्त्र धारण करती हैं और उनके हाथ में एक 'कमंडल' और 'जाप माला' होती है. मां ब्रह्मचारिणी का मुख सूर्य के समान तेजस्वी है और चंद्रमा के समान शांति और शीतलता प्रदान करती है.

नवरात्रि 2023

माता ब्रह्मचारिणी की पूजा के लाभ

  1. माता ब्रह्मचारिणी की उपासना से बल, सदाचार, संयम, संकल्प, त्याग और धैर्य की वृद्धि होती है.
  2. माता ब्रह्मचारिणी की कृपा से उनके भक्त अपने जीवन में सभी बाधाओं और चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो जाते हैं.
  3. सबसे बड़ा लाभ यह है कि मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से मनुष्य अपने आंतरिक शत्रु जैसे लोभ, क्रोध, वासना, अहंकार आदि को भी परास्त करने में सक्षम हो जाता है. उनकी कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

कैसे करें ब्रह्मचारिणी की विशेष पूजा
प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. पूजा स्थान को साफ करें, माता ब्रह्मचारिणी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें और पूजा के लिए जगह को सजाएं. फिर मां ब्रह्मचारिणी की मूर्ति या तस्वीर के सामने ध्यान करें. पूजा करें और उन्हें पीले वस्त्र, चमेली के फूल, फल, नैवेद्य-मिठाई आदि का भोग लगाएं. मां ब्रह्मचारिणी की स्तुति-प्रार्थना करें.

  1. स्तुति मंत्र
  2. या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता
  3. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः.
  1. प्रार्थना मंत्र
  2. दधाना कपाभ्य मक्ष माला कमण्डलू. देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तम.
  3. दधना कर पद्मभायामक्षमाला कमण्डलू. देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यानुत्तम.

पूजा के दिन मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए उनके किसी भी मंत्र ( ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः ) का 108 बार जाप करें. शाम को फिर से घी का दीपक और धूप जलाएं, भोग लगाएं और आरती करें. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने वाले साधकों को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए. Chaitra Navratri 2023 . Mata Brahmacharini worship method . Navratri second day puja .

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Last Updated :Mar 23, 2023, 6:11 AM IST

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