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नेशनल डॉक्टर्स डे 2022: रात के 12 बजे भी रायपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मिलती है बेहतर स्वास्थ्य सुविधा

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Published : Jun 30, 2022, 8:24 PM IST

रायपुर के मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रात के 12 बजे भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती (Better health facilities are available in primary health center of Raipur ) है. यहां खासकर गर्भवती महिलाओं को सुविधा उपलब्ध है. इसके अलावा घटना, दुर्घटना से ग्रसित मरीज भी यहां इलाज के लिए आते हैं.

National Doctors Day 2022
नेशनल डॉक्टर्स डे 2022

रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगभग 4741 सब सेंटर, 721 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 136 कम्युनिटी सेंटर हैं. हमारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को साल में 1 लाख 50 हजार से 2 लाख तक की राशि दी जाती है. आज ईटीवी भारत आपको छत्तीसगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति बताने जा रहा (Better health facilities are available in primary health center of Raipur ) है. खासकर लोगों के दिमाग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर एक धारणा बनी हुई है कि क्या वहां पर स्वास्थ सेवा अच्छी है? क्या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई का ध्यान रखा जाता है? प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में क्या सुविधाएं मिल सकती हैं? ईटीवी भारत ने रायपुर के मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाने आए मरीजों से बातचीत की.

रायपुर के मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र


अच्छी व्यवस्था के कारण आते हैं मरीज:ग्रामीण कीर्ति सागर ने ईटीवी भारत को बताया "मैं नवागांव से आई हूं और मैं प्रेग्नेंट हूं. नवागांव में मितानिनों ने बताया कि मंदिर हसौद में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जो काफी अच्छा है. ये जानकारी मिलने के बाद ही मैं यहांं चेकअप करवाने आई हूं. अभी मेरा चेकअप होने वाला है. पर्ची कटवा ली हूं. पहली बार मैं स्वास्थ्य केंद्र में अपनी जांच करवाने आई हूं. यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी है, साफ-सफाई भी बहुत अच्छी है.''

समस्या सुनते और समझते हैं यहां के डॉक्टर: अपनी पत्नी को दिखाने आए ग्रामीण विकास कुमार बघेल ने बताया, "मैं अपनी पत्नी को लेकर यहां रेग्युलर चेकअप करवाने आया हूं. मेरी पत्नी 5 माह की गर्भवती है. यहां की व्यवस्था काफी अच्छी है. साफ-सफाई भी है. डॉक्टर और नर्स यहां आसानी से मिल जाते हैं. हमारी समस्या भी सुनते हैं और समझते हैं."

रात के 12 बजे भी उपलब्ध हैं चिकित्सक:ग्रामीण महिला सुरुज ध्रुव ने बताया, "मैं दूसरे जिले की रहने वाली हूं, लेकिन यहां काम करने आई हूं. कल अचानक रात को पेट में काफी दर्द हुआ, जिसके बाद मैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आई हूं. रात को भी यहां पर स्टाफ नर्स और डॉक्टर मौजूद थे. रात 12:00 बजे डिलीवरी हुई. अभी मैं और मेरा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था काफी अच्छी है. डॉक्टर और नर्स मेरा और बच्चे का ध्यान अच्छे से रख रहे हैं.''

कई प्राइवेट अस्पतालों से अच्छा है यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र:ग्रामीण ईश्वर कुमार ध्रुव ने बताया, " बिलासपुर और रायपुर के कई प्राइवेट हॉस्पिटल से अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुझे यहां मंदिर हसौद में देखने को मिल रही है. रात को मेरी नतनी का जन्म हुआ है. रात को 11:00 बजे जब मेरी बेटी के पेट में दर्द हुआ तो रात को ही उसे हॉस्पिटल आना पड़ा. रात को 12:00 बजे मेरी नतनी का जन्म हुआ. यहां पर काफी अच्छी सुविधा है. खाने-पीने के लिए भी मिल रहा है. डॉक्टर और नर्स समय-समय पर जच्चा-बच्चा की जांच भी कर रहे हैं.''

पॉपुलेशन को कवर करता है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र:मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर विजय लक्ष्मी ने बताया, "यहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दी जाने वाली सारी सुविधाएं लोगों को दी जाती है. यहां तक कि हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के अंतर्गत रोज सुबह योगा और शाम को जुंबा भी कराया जाता है. मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 26 गांव के करीब 75 हजार पापुलेशन को कवर करता है. आसपास के गांव के लोग भी यहां आते हैं और यहां पर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से जुड़ी सारी सुविधा दी जाती है. मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 4 स्टाफ नर्स, 3 एएनएम, दो फोर्थ क्लास कर्मचारी हैं. आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश में लगभग 4741 सब सेंटर, 721 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 136 कम्युनिटी सेंटर है. हमारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को बजट से साल में 1 लाख 50 हजार से 2 लाख तक राशि दी जाती है.''

हाईवे पर होने की वजह से आते हैं अधिक मरीज: असिस्टेंट मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर श्रवण तिवारी ने बताया, "प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जितनी सुविधाएं मिलनी चाहिए और सारी सुविधाएं यहां मिलती है. इसके अलावा क्योंकि मंदिर हसौद इंडस्ट्रियल एरिया है. इस वजह से यहां पर ज्यादातर एक्सीडेंट, शुगर, बीपी इस तरह के मरीज देखने को मिलते हैं. इसकी जांच की भी सारी व्यवस्था यहां पर है. कैंसर और मेंटल इलनेस की बीमारी भी आजकल काफी ज्यादा देखने को मिलते हैं, इसकी जांच भी यहां की जाती है.''

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महिलाओं से जुड़ी लगभग सभी जांच सुविधा यहां उपलब्ध:रूलर मेडिकल असिस्टेंट डॉ प्रतिभा साहू ने बताया, "मंदिर हसौद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हर महीने 70 से 75 महिलाओं की डिलीवरी की जाती है. रोजाना ओपीडी में यहां 100 से ज्यादा मरीज देखने को मिलते हैं. वहीं आईपीडी में रोजाना 10 से ज्यादा मरीज यहां डॉक्टर देखते हैं. महिलाओं से जुड़े लगभग सभी जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध है.''

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