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मेडिकल के छात्रों ने अटेंडेंस को लेकर किया DME दफ्तर का घेराव

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Published : Dec 19, 2019, 5:02 PM IST

Updated : Dec 19, 2019, 7:17 PM IST

मेडिकल कॉलेज में अटेंडेंस को लेकर आए नए नियम का विरोध कर मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्रों ने DME दफ्तर का घेराव किया.

Medical students besiege DME office regarding attendance in raipur
अटेंडेंस को लेकर DME दफ्तर का घेराव

रायपुर: मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने गुरूवार को DME दफ्तर का घेराव किया. घेराव कर छात्र-छात्रा कम अटेंडेंस को लेकर नियम बदलने की मांग कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में पांच अलग-अलग मेडिकल कॉलेज के 200 से ज्यादा छात्र नियमों को बदलने के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शन में शामिल हुए.

मेडिकल कॉलेज में अटेंडेंस को लेकर किया DME दफ्तर का घेराव

पहले नियम था कि जो बच्चे सप्लिमेंटी आए हैं, वो आगे की पढ़ाई करते रहे फिर जब परीक्षा दें और उसमें पास हो जाएं उसके बाद वो उस पढ़ाई को आगे बढ़ा सकते थे. बच्चों की अटेंडेंस भी उसी आधार काउंट होती थी.

पढ़ें- रायपुरः ऑल इंडिया फिडे रेटिंग प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के बच्चे दिखा रहे कमाल

लेकिन अब नियम बदले गए हैं. नए नियम के अनुसार बच्चों की सप्लिमेंटी के नतीजे आने के बाद उन्हें 18 महीने की अटेंडेंस रखनी होगी. नहीं तो परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा. ऐसा करने से छात्र-छात्राओं के कोर्स में एक साल का इजाफा हो रहा है.

Intro:Body:रायपुर । मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने किया DME दफ्तर का घेराव। छात्रों की मांग है कि मिनिमम अटेंडेंस को लेकर जो नियम बदलने की मांग कर रहे हैं छात्र । प्रदेश के पांच अलग अलग मेडिकल कॉलेज के 200 से ज्यादा छात्र नियमों में बदलाव को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे हैं।

दरअसल, पहले यह नियम था कि नो बच्चे सप्लिमेंटी आये हैं वो आगे की पढ़ाई करते रहे फिर जब परीक्षा दें और उसमें पास हो जाएं उसके बाद वो उस पढ़ाई को कंटीन्यू कर लें । बच्चों का अटेंडेंस भी उसी आधार र काउंट होता था । लेकिन अब नियम बदले गए है नए नियम के अनुसार बच्चों की सप्लिमेंटी के नतीजे आने के बाद उन्हें 18 महीने की अटेंडेंस रखनी होगी नहीं तो परीक्षा नहीं दे पाएंगे । ऐसा करने से बच्चों की पढ़ाई एक साल तक और बढ़ जा रही है ।

बाईट - मेडिकल छात्र Conclusion:
Last Updated :Dec 19, 2019, 7:17 PM IST

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