कांकेर :छत्तीसगढ़ का कांकेर जिला दिन ब दिन तरक्की की ओर आगे बढ़ रहा है. जिले में मेडिकल कॉलेज, कृषि महाविद्यालय समेत आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल मौजूद हैं. लेकिन नई इमारतों के बीच जिला मुख्यालय का शासकीय पीजी कॉलेज छात्रावास अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. इस छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए यहां रहना अपनी जान हथेली पर रखने के बराबर है.
एक बार भी नहीं हुई मरम्मत : एकता नगर में स्थित शासकीय पीजी काॅलेज का सामान्य बालक छात्रवास जर्जर हो चुका है. ग्रामीण इलाकों के बच्चों के लिए इस छात्रावास का निर्माण साल 1994 में किया गया था.50 सीटर छात्रावास में रहकर कई बच्चों ने अपना भविष्य संवारा भी है.लेकिन बच्चों का भविष्य संवारने वाला छात्रावास खुद के भविष्य को नहीं संवार पाया. निर्माण और लोकार्पण के बाद से आज तक इस छात्रावास की मरम्मत नहीं हो पाई है.
हर जगह से गिर रही है छत : मौजूदा समय में छात्रावास की छत भरभराकर गिर रही है. बारिश के मौसम में खतरा दोगुना हो चुका है. दीवारों में सीलन है.पंखे और बिजली के कनेक्शन उखड़ गए हैं.खिड़की और दरवाजों का हाल बेहाल है.बिजली और बेड के लिए भी छात्र तरस रहे हैं.यही वजह है कि छात्रावास को देखने के पहले 200 छात्र हर साल यहां रहने के लिए फॉर्म तो भरते हैं. लेकिन फॉर्म सेलेक्ट होने के बाद जैसे ही वो छात्रावास में आते हैं, वो उल्टे पांव लौट जाते हैं. मौजूदा समय में 35 छात्र इस छात्रावास में रह रहे हैं. लेकिन उनमें से भी आधे ही मौजूद रहते हैं.