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ललन के निशाने पर RCP: कार्यकर्ताओं को फरमान, 'अनाधिकृत व्यक्ति के निर्देश को नजरअंदाज करें'

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Published : Mar 3, 2022, 10:52 PM IST

गुरुवार को कार्यकर्ताओं के लिए जेडीयू का फरमान (JDU Issued Instructions to Workers) जारी हुआ है. जिसमें साफ-साफ कहा गया है कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा किसी प्रकार की सूचना दी जाती है तो इसे नदरअंदाज करें. ऐसी सूचना देने वाले व्यक्ति दल के अंदर गुटबाजी को प्रोत्साहित कर रहे हैं. माना जा रहा है कि ये निर्देश नेताओं और कार्यकर्ताओं को केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) के कार्यक्रम से दूर रखने के लिए दिया गया है.

कार्यकर्ताओं के लिए जेडीयू का फरमान
कार्यकर्ताओं के लिए जेडीयू का फरमान

पटना: बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू में आपसी खींचतान (Dispute in JDU) जारी है. भले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दावा करते हों कि जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और आरसीपी सिंह में मतभेद (Differences Between Lalan Singh and RCP Singh) की बात गलत है लेकिन जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Kushwaha) के पत्र से साफ लग रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के निर्देश पर उन्होंने इसे जारी किया है.

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दरअसल, केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) ने मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर 1 मार्च से अभियान की शुरुआत की है. गृह जिले नालंदा में उन्होंने कई कार्यक्रम किया है. पार्टी नेताओं को मुख्यमंत्री के काम को जनता तक ले जाने का आह्वान भी किया है. आरसीपी बिहार में लगातार कार्यक्रम करने वाले हैं. इसी को देखते हुए ललन सिंह के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पार्टी नेताओं के लिए एक नया फरमान जारी किया है.

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उमेश कुशवाहा के हस्ताक्षर से जारी पत्र में पार्टी मुख्यालय से किसके निर्देश का पालन पार्टी के नेता करें, उनका नाम दिया हुआ है. यह भी पत्र में कहा गया है कि कई लोग गलत मैसेज पार्टी नेताओं के बीच डाल रहे हैं और इससे पार्टी के अंदर गुटबाजी बढ़ने की आशंका है. इसीलिए पार्टी के अंदर कोई गुटबाजी नहीं है, इससे बचने के लिए ही यह आदेश दिया गया है. प्रदेश प्रवक्ता सुहेली मेहता पर हुई कार्रवाई इसी दिशा में उठाया गया एक कदम माना जा रहा है, क्योंकि सुहेली आरसीपी सिंह की नजदीकी मानी जाती हैं. आरसीपी ने अपने पार्टी आवास पर जो भोज का आयोजन किया था, उसमें पार्टी के कई नेता शामिल हुए थे. यह कार्रवाई उनके लिए भी एक तरह से संकेत है.

कार्यकर्ताओं के लिए जेडीयू का फरमान (JDU Issued Instructions to Workers) जो जारी हुआ है, उसमें लिखा है, 'प्रदेश मुख्यालय को प्राप्त सूचना के अनुसार मुख्यालय के नाम पर जिलों और प्रखण्डों में कुछ अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा दूरभाष/टेक्स्ट मैसेज/सोशल मीडिया के माध्यम से निर्देश दिया जाता है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है. पार्टी द्वारा प्रदेश के सभी स्तर के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को यह स्पष्टरूप से सूचित किया जाता है कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा किसी प्रकार की सूचना दी जाती है तो इसे नजरअंदाज करें. ऐसी सूचना देने वाले व्यक्ति दल के अंदर गुटबाजी को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जबकि दल में कोई गुटबाजी नहीं है. यह पार्टी संविधान एवं कार्यशैली के विपरीत है, दल में केवल एक सर्वमान्य नेता हैं.'

जेडीयू की प्रेस विज्ञप्ति

पार्टी द्वारा निर्देशित किसी भी सूचना को देने के लिए मुख्यालय से निम्नांकित व्यक्ति अधिकृत हैं:-

  1. रवीन्द्र प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय सचिव
  2. डॉ0 नवीन कुमार आर्य, प्रदेश उपाध्यक्ष
  3. मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रदेश महासचिव
  4. मनीष कुमार, प्रदेश सचिव
  5. वासुदेव कुषवाहा, प्रदेश सचिव
  6. कार्यालय सचिवगण, संजय कुमार सिन्हा, रविनेष कुमार 'बबलू' एवं अशोक कुमार

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