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UP में आमने-सामने: 2015 में जब मोदी ने DNA पर उठाया था सवाल, तब नीतीश ने 'बिहारी स्वाभिमान' से जोड़कर BJP को चटाई धूल

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Published : Jan 22, 2022, 8:16 PM IST

2015 के बाद पहली बार होगा जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) फिर आमने-सामने होंगे. वजह होगी यूपी इलेक्शन. दरअसल यूपी चुनाव में जेडीयू और बीजेपी में गठबंधन नहीं हुआ (No Alliance Between JDU and BJP in UP Elections) है. बीजेपी से नाराज होकर जेडीयू ने अपनी पहली सूची जारी करते हुए ऐलान किया कि सीएम वहां मोदी और योगी के खिलाफ प्रचार की कमान संभालेंगे.

यूपी में बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे नीतीश
यूपी में बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे नीतीश

पटना:बिहार के दो प्रमुख गठबंधन सहयोगी जेडीयू और बीजेपी में टकराव(Conflict Between JDU and BJP) जारी है. अब तो दोनों के बीच की दरार स्पष्ट रूप से यूपी विधानसभा चुनाव 2022(UP Assembly Election 2022) से पहले हर गुजरते दिन के साथ बढ़ती जा रही है. जेडीयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ प्रचार करने के साथ अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है.

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इस बीच, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को दिल्ली में चुनाव के लिए 26 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. पार्टी ने केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह की ओर से बीजेपी आलाकमान के बीच बातचीत विफल होने के बाद चुनाव के लिए 51 उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया.

आरसीपी सिंह को जेडीयू द्वारा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया गया था, हालांकि वह इसमें विफल रहे. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी केसी त्यागी ने कहा, हमने यूपी के पहले और दूसरे चरण के चुनाव में लड़ने वाले 26 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. हमने पहले ही उम्मीदवारों के नाम शॉर्टलिस्ट कर लिए हैं जिनकी घोषणा उचित समय पर की जाएगी.

राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के मद्देनजर, नीतीश कुमार का रुख, जो 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों से पहले पीएम मोदी के आलोचक थे, देखने लायक होगा, खासकर डीएनए वाले मुद्दे पर, जिस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कटाक्ष किया था.

25 जुलाई, 2015 को बिहार के मुजफ्फरपुर में परिवर्तन रैली के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने कुमार पर हमला करते हुए कहा था, उनके (नीतीश कुमार) डीएनए में कुछ समस्या है, क्योंकि राजनीति का डीएनए ऐसा नहीं है. नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा था, मैं बिहार का बेटा हूं और मेरा डीएनए राज्य के लोगों जैसा है. वर्तमान में, बीजेपी और और जेडीयू बिहार सरकार में 74 और 45 सीटों के साथ गठबंधन सहयोगी हैं.

इससे पहले जेडीयू ने बीजेपी पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए यूपी चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश चुनाव में नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ चुनाव प्रचार भी करेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने सूचित किया था कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती है. उनकी इस विषय पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत बीजेपी के अन्य नेताओं से बातचीत हुई थी. मगर शुक्रवार की शाम तक उनकी (बीजेपी) तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया.

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