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Darbhanga Parcel Blast: CCTV फुटेज की जांच करेगी NIA, चक्कर लगाता दिखा था संदिग्ध

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Published : Jul 13, 2021, 7:47 PM IST

17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर कपड़ों के बंडल के एक पार्सल में हुए विस्फोट (Darbhanga Parcel Blast) मामले की जांच एनआईए (NIA) कर रही है. एनआईए अब ब्लास्ट के समय के सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) की भी जांच करेगी.
Darbhanga Parcel Blast
दरभंगा पार्सल ब्लास्ट

दरभंगा:दरभंगा पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले की जांच कर रही एनआईए (NIA) ने धमाके के समय के सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) की मांग की है. वीडियो में एक संदिग्ध विस्फोट के समय प्लेटफॉर्म पर दिखा था.

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच अधिकारियों ने दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) के डायरेक्टर पुष्कर कुमार से सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं. एनआईए ने 25 जून को दरभंगा स्टेशन पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की थी. एनआईए की 7 सदस्यीय टीम पिछले दो दिन से दरभंगा में मामले की जांच कर रही है. एनआईए के अधिकारी ब्लास्ट के समय मौजूद रेल कर्मियों, जीआरपी-आरपीएफ के कर्मियों और प्लेटफार्म पर मौजूद वेंडरों के बयान दर्ज कर रहे हैं.

देखें वीडियो

दरअसल पार्सल ब्लास्ट के समय प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध व्यक्ति वहां चक्कर लगाता कैद हुआ है. वह फोन पर बात करता दिखा है. मोबाइल टावर लोकेशन की जांच कर कुछ फोन नंबर निकाले गए थे, जिनकी पड़ताल की जा रही है.

बता दें कि दरभंगा रेलवे स्टेशन पर 17 जून को सिकंदराबाद-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस में कपड़ों के पार्सल का एक बंडल आया था. बंडल को प्लेटफार्म नंबर 4 से कुलियों ने उतारकर प्लेटफार्म नंबर एक पर जैसे ही पटका उसमें ब्लास्ट हो गया था. इस मामले के तार कई आतंकी संगठनों के साथ-साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से भी जुड़ने की बात कही जा रही है. इस मामले में एनआईए ने देश के अलग-अलग स्थानों से कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.

इस मामले में एनआईए ने हैदराबाद से मोहम्मद नासिर खान और इमरान मलिक को 30 जून को गिरफ्तार किया था. उत्तर प्रदेश के शामली से सलीम और कफील को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था. सूत्रों के अनुसार धमाके के लिए आईएसआई से पैसा मिला था. इमरान मलिक और नासिर खान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकवादियों द्वारा देश भर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रची गई साजिश का हिस्सा थे.

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