देहरादून: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव रवि अग्रवाल ने शुक्रवार (18 जून, 2021) को वन अनुसंधान संस्थान (FRI) का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने देहरादून में मौजूद वानिकी और ग्रीन स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम पर आधारित एनविस ENVIS केंद्र (Environmental Information System) के अंतर्गत चल रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की.
देहरादून एफआरआई पहुंचे जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव रवि अग्रवाल को सबसे पहले एनविस-एफआरआई द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान उन्होंने एनविस द्वारा प्रकाशित विभिन्न पत्रिकाओं और पुस्तकों का अवलोकन किया, जिनमें वानिकी बुलेटिन, बांस और नीलगिरी पर विशेष पुस्तकें, फॉरेस्ट न्यूज डाइजेस्ट के विभिन्न अंक प्रमुख थे.
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वन दिवस, ओजोन दिवस, वन्यजीव सप्ताह, जैव विविधता दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस पर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को शामिल करते हुए एफआरआई केंद्र के विस्तार कार्यक्रमों की सराहना की. साथ ही एनविस-एफआरआई केंद्र द्वारा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के हरित कौशल विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन की भी सराहना की.
इस दौरान उनको आईसीएफआरई के संस्थानों द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 और 2019-20 के दौरान 32 जीएसडीपी प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन और उन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 596 प्रतिभागियों को लाभ मिलने के बार में भी जानकारी दी गई. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार का इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 7 लाख प्रतिभागियों को रोजगार सृजन के लिए प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है. इस सरकारी योजना के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए माध्यमिक स्तर के छात्रों की भागीदारी को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया.
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इस अवसर पर एफआरआई निदेशक अरुण सिंह रावत ने कहा कि संस्थान द्वारा युवा पीढ़ी की भागीदारी और रोजगार सृजन के अवसरों को बढ़ाने के लिए हरित कौशल विकास कार्यक्रम हेतु नए मॉड्यूल विकसित किए गए हैं. देशभर के विभिन्न स्थानों में स्थित सभी भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं और शिक्षा परिषद के संस्थानों द्वारा जीएसडीपी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे. बैठक में एफआरआई के सभी प्रभागों के प्रमुख, एनविस केंद्र के समन्वयक और अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे.