देहरादून: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक बार फिर जिलों के दौरों में जुट गए हैं. मुख्यमंत्री ने बुधवार को अल्मोड़ा और पौड़ी दौरों से इसकी शुरुआत की है, लेकिन सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिरकार त्रिवेंद्र सरकार के मंत्री जिलों में दौरों को लेकर क्यों नहीं दिखाई देते? ऐसे में मुख्यमंत्री के इन दौरों के साथ ही सरकार और विपक्ष के बीच बहस शुरू हो गई है.
इस मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने दौरों पर बोलते हुए कहते हैं कि वह लगातार प्रदेश में दौरे करते रहे हैं, लेकिन बीच में कोविड-19 के चलते उनकी रफ्तार कुछ थम गई थी, लेकिन अब एक बार फिर अल्मोड़ा से वह राज्य भर में समीक्षा और विभिन्न विकास कार्यों पर अधिकारियों से बातचीत का दौर शुरू करने वाले हैं.
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इस मामले को लेकर कांग्रेस के सवाल बेहद बड़े और गंभीर है. कांग्रेस पार्टी कहती है कि मुख्यमंत्री केवल अपनी छवि को सुधारने के लिए ही जिलों में जा रहे हैं, जबकि ना तो उनका अपने मंत्रियों पर कोई नियंत्रण है और ना ही अधिकारियों पर. उधर, इन दोनों का जनता के हित से भी कोई लेना देना नहीं है. ऐसे में आने वाले चुनाव में जनता भाजपा को जनता इसका जवाब देगी.