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चकाचक सड़क पर करोड़ों रुपए खर्च कर फिर से कर दिया डामरीकरण, जिम्मेदार दे रहे ये दलील

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Published : Apr 21, 2023, 7:04 AM IST

जहां एक ओर प्रदेश के कई मार्गों पर लोग आए दिन हिचकोले खा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ऋषिकेश में एक ही मार्ग को बार-बार दुरुस्त किया जा रहा है. पीडब्ल्यूडी के अधिकारी इसके पीछे जी-20 सम्मेलन का हवाला दे रहे हैं. साथ ही बताया जा रहा है कि जी-20 शिखर सम्मेलन में इस सड़क का इस्तेमाल किया जाएगा.

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ऋषिकेश: पीडब्ल्यूडी ऋषिकेश पर एक ही मार्ग पर करोड़ों रुपए खर्च करने का आरोप लग रहा, जो कई सवाल खड़े कर रहा है. जहां दो साल पहले बनी सड़क, जो सीवर लाइन बिछने से खस्ताहाल हो गई थी, उसे दुरुस्त करने के बाद फिर करोड़ों रुपए से इसी मार्ग पर पैसे पानी की तरह बहाए जा रहे हैं. बजट जी-20 का है और दावा इस सड़क से मेहमानों के गुजरने का किया जा रहा है. मामला सामने आने के बाद डीएम सोनिका ने कहा कि इस बाबत संबंधित अधिकारियों से जानकारी जुटाई जाएगी. एसडीएम ऋषिकेश को मामले की सही स्थिति जानने के लिए जांच को भी निर्देशित किया जा रहा है.

मार्ग पर बिछाई जा रही डामर की परत: शहर में कोयलघाटी तिराहे से एम्स, बैराज और आईडीपीएल के करीब पांच किलोमीटर लंबी सड़क जाती है. लगभग दो साल पहले इस सड़क का नवनिर्माण किया गया. सीवर लाइन बिछने की वजह से सड़क जर्जर हुई, तो क्षतिपूर्ति के तहत इस सड़क का निर्माण किया गया. बनने के बाद ही जगह-जगह सड़क बैठने लगी. पीडब्ल्यूडी ने इस पर पैचवर्क कर सड़क को दुरुस्त कर दिया. फिलहाल दुरुस्त स्थिति में पांच किलोमीटर सड़क पर डामर की नई परत बिछाई जा रही है. जिस पर जी-20 बजट से दो करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च किया जा रहा है.
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चारधाम यात्रा वाली सड़क बदहाल: पीडब्ल्यूडी के स्थानीय अधिकारियों की दलील है कि सड़क पर कई जगह उछाल था, मगर पिछले दो वर्षों में न तो उन्हें और न ही सड़क से गुजरने वाले मुसाफिरों को यह उछाल महसूस हुआ. दिलचस्प यह भी है कि अधिकारी मई में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन में इस रूट का इस्तेमाल होने का दावा कर रहे हैं. बावजूद, सुरक्षा और आवागमन व्यवस्था से जुड़ी पुलिस तक को इस रूट की जानकारी अभी तक नहीं है. जबकि, चारधाम यात्रा समेत पर्यटन सीजन में सर्वाधिक इस्तेमाल होने वाली सड़क हरिद्वार बाईपास बदहाल दिख रही है.

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद उठा चुके सवाल: क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने हाल ही में निर्माणाधीन बैराज रोड का निरीक्षण किया था. जिसमें उन्होंने निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए थे. इस दौरान उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता का खास ख्याल रखने के निर्देश भी दिए. उन्होंने पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों को निर्माण की नियमित निगरानी के लिए कहा था. इसी सड़क के किनारे कुछ माह पूर्व पीडब्ल्यूडी ने इंटर लॉकिंग टाइल्स बिछाई थी, जिसमें करीब 20 लाख रुपये का कार्य बगैर सार्वजनिक टेंडर के किया गया था, जिसमें अधिशासी अभियंता ने सलेक्शन बॉन्ड के तहत अधीक्षण अभियंता की परमिशन से करने की बात कही थी. इंटर लॉकिंग टाइल्स से जुड़े इस निर्माण को लेकर भी कई सवाल उठे थे.
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जानिए क्या कर रहे जिम्मेदार: जी-20 शिखर सम्मेलन में इस सड़क का इस्तेमाल किया जाएगा. सड़क होते हुए मेहमान ऋषिकेश और हरिद्वार के लिए जाएंगे. सड़क को बने तीन साल हो चुके थे, जिसके चलते इसे बनना ही था. कही जगह उछाल की भी शिकायत थी. इसी वजह से यह निर्माण हो रहा है.धीरेंद्र कुमार ईई, पीडब्ल्यूडी, ऋषिकेश.

इस बाबत संबंधित अधिकारियों से जानकारी जुटाई जाएगी. एसडीएम ऋषिकेश को मामले की सही स्थिति जानने के लिए जांच को भी निर्देशित किया जा रहा है.सोनिका, डीएम, देहरादून.

एसपी ग्रामीण ने यह कहा अभी तक जी-20 शिखर सम्मेलन के मेहमानों का रूट जौलीग्रांट एयरपोर्ट से ऋषिकेश-देहरादून मार्ग स्थित नरेंद्रनगर बाईपास मार्ग का है, लेकिन ऐसा भी कोई रूट है, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है.कमलेश उपाध्याय एसपी, ग्रामीण, देहरादून.

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