वाराणासीः जिले के बड़ागांव के 4 लोगों और पड़ाव निवासी एक महिला की मध्य प्रदेश के सिवानी में सोमवार को कार हादसे में मौत हो गई थी. मौत की खबर सुनते ही गांव वालों में हड़कंप मच गया. बुधवार को जैसे ही मृतकों का शव बड़ा गांव के रायपुर गांव पहुंचा तो लोगों की भीड़ जमा हो गई. एक ही गांव के 4 लोगों की एक साथ हुई मौत की वारदात से पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया.
बता दें कि एमपी के सिवनी में कार ने सोमवार की शाम एक खड़े टैंकर में टक्कर मार दी, जिससे विजय बहादुर समेत उनके पुत्र अजय पटेल, पत्नी सरिता समेत विजय की भतीजी राधा व सुनीता की मौत हो गई थी.
डीसीएम से पहुंचे शव
कार हादसे में मृतक विजय बहादुर के भाई लाल बहादुर सभी चारों शवों को लेकर डीसीएम से बुधवार को गांव पहुंचे. जबकि एक अन्य महिला मृतक के शव को उसके ससुराल वाले सिवान से ही पड़ाव लेकर चले गए. बड़ागांव के रायपुर में एक साथ हुए हादसे में शिकार लोगों के शवों की विदाई के लिए पूरा गांव सड़कों पर नजर आया. इस गांव में ये पहला ऐसा हादसा हुआ जिसमें एक साथ इतने लोगों की मौत हुई है.
एक ही घर से निकली 3 शव यात्रा
दिल दहला देने वाली इस घटना में मृतक विजय के घर से 3 शव और एक अन्य मृतक सुखराज के घर से एक शवयात्रा एक साथ निकली. ये शव सुबह ही रायपुर गांव से सीधे मणिकर्णिका घाट पहुंचे जहां पूरे कर्मकांड के साथ उन्हें मुखाग्नि दी गयी. परिजनों ने रोते बिलखते मृतकों को अंतिम विदाई दी.
वाराणसी में एक साथ जलीं पांच चिताएं
वाराणासीः जिले के बड़ागांव के 4 लोगों और पड़ाव निवासी एक महिला की मध्य प्रदेश के सिवानी में सोमवार को कार हादसे में मौत हो गई थी. मौत की खबर सुनते ही गांव वालों में हड़कंप मच गया. बुधवार को जैसे ही मृतकों का शव बड़ा गांव के रायपुर गांव पहुंचा तो लोगों की भीड़ जमा हो गई. एक ही गांव के 4 लोगों की एक साथ हुई मौत की वारदात से पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया.
बता दें कि एमपी के सिवनी में कार ने सोमवार की शाम एक खड़े टैंकर में टक्कर मार दी, जिससे विजय बहादुर समेत उनके पुत्र अजय पटेल, पत्नी सरिता समेत विजय की भतीजी राधा व सुनीता की मौत हो गई थी.
डीसीएम से पहुंचे शव
कार हादसे में मृतक विजय बहादुर के भाई लाल बहादुर सभी चारों शवों को लेकर डीसीएम से बुधवार को गांव पहुंचे. जबकि एक अन्य महिला मृतक के शव को उसके ससुराल वाले सिवान से ही पड़ाव लेकर चले गए. बड़ागांव के रायपुर में एक साथ हुए हादसे में शिकार लोगों के शवों की विदाई के लिए पूरा गांव सड़कों पर नजर आया. इस गांव में ये पहला ऐसा हादसा हुआ जिसमें एक साथ इतने लोगों की मौत हुई है.
एक ही घर से निकली 3 शव यात्रा
दिल दहला देने वाली इस घटना में मृतक विजय के घर से 3 शव और एक अन्य मृतक सुखराज के घर से एक शवयात्रा एक साथ निकली. ये शव सुबह ही रायपुर गांव से सीधे मणिकर्णिका घाट पहुंचे जहां पूरे कर्मकांड के साथ उन्हें मुखाग्नि दी गयी. परिजनों ने रोते बिलखते मृतकों को अंतिम विदाई दी.