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साइबर ठगों ने निकाला नया तरीका, बिजली बिल के नाम पर कर रहे ठगी

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Published : May 18, 2022, 9:52 PM IST

राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना अंतर्गत शांतिपुरम के रहने वाले शुभम सिंह राणा को बीते 12 मई को एक अनजान नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुए बिजली काटे जाने की बात कही.

साइबर ठग
साइबर ठग

लखनऊ: सोचिए इस चिलचिलाती गर्मी में आपके पास एक मैसेज आये और ये कहा जाए कि बिजली का बिल तुरंत जमा करें अन्यथा बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा तो आप क्या करेंगे? ज्यादातर लोग तुरंत बिल जमा कर देंगे. हालांकि आपकी यह जल्दबाजी आपको साइबर क्रिमनल्स का आसान शिकार बना सकती है.

दरअसल, साइबर क्रिमनल्स अब नया तरीका अपना रहे हैं. कभी गाड़ी का चालान जमा करने को लेकर तो कभी इंश्योरेंस रिन्यूअल करने का मैसेज भेजकर साइबर क्रिमिनल ठगने के लिए रोज नए-नए तरीके अपना रहे हैं. अब साइबर ठगों ने बिजली उपभोक्ताओं को अपने निशाने पर लिया है. बिजली विभाग के कर्मचारी बनकर अब वे लोगों के बैंक अकाउंट साफ करने में लगे हैं. साइबर ठग ऐसे लोगों को निशाना बना रहे हैं जिनका बिजली का बिल बकाया है. ये बिजली कनेक्‍शन काटने का डर दिखाकर बिजली उपभोक्‍ता से ठगी कर रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता गगन मिश्रा

बिजलीकर्मी बन एप डाउनलोड कराकर उड़ाए रुपये : राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना अंतर्गत शांतिपुरम के रहने वाले शुभम् सिंह राणा को बीते 12 मई को एक अनजान नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुए बिजली काटे जाने की बात कही. जालसाज ने शुभम् से बिजली कनेक्शन कटने से रोकने के लिए एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा. पीड़ित ने जैसे ही एप डाउनलोड किया तुरंत खाते से 99 हजार रुपये कट गए.

कनेक्शन काटने का मैसेज भेज रहे हैं ठग : लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि "Cyber Fraud Alert* Notification. Dear Consumer Your Electricity power will be disconnected. Tonight at 10.30 pm from Uppcl electricity office. because your previous month bill was not update. Please immediately contact with our electricity officer 9883683010 Thank you." ऐसा मैसेज आजकल कई लोगों के फोन में आ रहा है, ट्रेस करने पर ये नंबर जामताड़ा, बारवा पश्चिम बंगाल का है. दिए हुए नंबर अलग-अलग होते हैं. इस पर फ़ोन करने पर पैसे ट्रांसफर करने की बात बोली जाती है और फिर वो पैसे अकाउंट से निकाल कर फोन ऑफ कर लेते हैं. इसलिए सतर्क रहें."

कृष्णानगर थाना अंतर्गत कृष्णलोक काॅलोनी के रहने वाले विकास रावत के पास इसी तरह एक मैसेज आता है. उसे बताया जाता है कि आज रात 11 बजे उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. कनेक्शन को कटने से बचने के लिए विकास को एक नंबर पर बकाया बिल ट्रांसफर करने को कहा गया. जैसे ही विकास ने पैसे ट्रांसफर किया नंबर ऑफ हो गया.

क्या कहता है बिजली विभाग : पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने ठगी का शिकार होने से बचाने के लिए यह सूचना उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर भेजने के निर्देश दिए हैं. पावर कॉरपोरेशन प्रबंधक का तर्क है कि इससे उपभोक्ता यह जान सकेंगे कि उनके पास अधिकृत मैसेज किस हैडर से आएगा. इसके अलावा अन्य किसी नंबर से उनके पास बिजली कनेक्शन से संबंधित कोई मैसेज आता है तो उसे फ्रॉड मान लिया जाए. इस तरह के चक्कर में फंसने से वह बच सकेंगे.

विभाग के अनुसार, बिजली बिल के लिए विभाग किसी भी उपभोक्ता को किसी भी मोबाइल नम्बर से बिल जमा करने के लिए मैसेज नहीं करता है. न ही किसी व्यक्तिगत खाते और यूपीआई में पैसा ट्रांसफर करने के लिए बाध्य करता है. इसलिए उपभोक्ता कभी भी किसी के व्यक्तिगत खाते या यूपीआई में बिजली बिल की रकम न अदा करें.

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क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट : साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्र बताते हैं कि अगर कोई बिजली उपभोक्ता मैसेज में दिए गए नंबर पर संपर्क करता है तो वह उनके जाल में फंस जाता है. उसे पिछले बिजली बिलों के भुगतानों को वेरिफाई करने के लिए कहा जाता है. इसके लिए उपभोक्‍ताओं से उनका बैंक खातों का विवरण लिया जाता है. साथ ही उपभोक्‍ताओं को मोबाइल फोन में एनीडेस्क, टीम व्यूअर जैसे रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन इंस्टॉल करने के लिए भी कहा जाता है. जैसे ही उपभोक्ता जालसाजों की बात मानते हुए अपनी जानकारी शेयर करता है तो पीड़ित का बैंक खाता जालसाज के नियंत्रण में आ जाता है. साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि बकाया बिजली बिलों के संबंध में एसएमएस के जरिये आने वाले किसी संदेश पर रिप्‍लाई न करें. अगर कनेक्शन काटने संबंधी कोई संदेश मिलता है तो अपने नजदीकी बिजली दफ्तर में संपर्क करें.

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