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कोटा के रिवरफ्रंट से धारीवाल दे रहे मोदी-शाह के साबरमती रिवरफ्रंट को चुनौती...गहलोत भी कह चुके हैं यह बात

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Published : Apr 11, 2023, 10:10 PM IST

कोटा के रिवरफ्रंट को लेकर यूडीएच मंत्री और सीएम अशोक गहलोत दावा कर चुके हैं (Kota chambal riverfront) कि ये साबरमती के रिवरफ्रंट से कई गुना बेहतर है. उनका दावा है कि विश्व के 50 रिवरफ्रंट से कोटा का रिवरफ्रंट सबसे अलग है.

Kota chambal riverfront
कोटा चंबल रिवरफ्रंट

कोटा चंबल रिवरफ्रंट की भव्यता

कोटा. चंबल नदी पर कोटा बैराज के बाद 1200 करोड़ की लागत से करीब 3 किलोमीटर लंबा हेरिटेज रिवरफ्रंट तैयार किया जा रहा है. यह रिवर फ्रंट अपने आप में अनूठा बताया जा रहा है. राज्य सरकार और कोटा नगर विकास न्यास इसका प्रचार भी जोर-शोर से कर रही है. इसके जरिए भविष्य में कोटा को पर्यटन के मानचित्र पर अग्रिम पंक्ति में खड़ा करने का दावा किया जा रहा है.

यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा रिवरफ्रंट को गुजरात के साबरमती रिवर फ्रंट से कई गुना ज्यादा बेहतर है. उन्होंने दावा किया कि कोटा का रिवरफ्रंट पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साबरमती रिवरफ्रंट से ही नहीं बल्कि विश्व के सभी रिवर फ्रंट से आगे है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल यह कह चुके हैं कि विश्व में करीब 50 के आसपास रिवरफ्रंट हैं, लेकिन कोटा का रिवरफ्रंट सबसे अलग है. यहां पर विश्व की छवि नजर आती है.

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मोदी भी नहीं बना पाए कोटा जैसा रिवरफ्रंट : सीएम अशोक गहलोत ने बीते दिनों कोटा दौरे पर कहा था कि कोटा में शानदार रिवरफ्रंट बन रहा है. इसका पूरे देश भर में नाम हो रहा है, पूरे देश में कोटा के रिवरफ्रंट की चर्चा है. जो सुनता है, उसे आश्चर्य होता है. उन्होंने दावा किया कि ऐसा रिवरफ्रंट तो पीएम नरेंद्र मोदी अपने गुजरात में भी नहीं बना पाए. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद का साबरमती रिवरफ्रंट नाम का रिवरफ्रंट है, लेकिन कोटा का रिवरफ्रंट काम का है. पहले यहां टूरिस्ट कम आते थे, अब बढ़ जाएंगे.

धारीवाल बताते हैं दुनिया का नंबर वन : यूडीएच मंत्री धारीवाल का दावा है कि यहां दुनिया का एक नंबर का रिवरफ्रंट बन रहा है. दुनिया में बहुत सारे रिवरफ्रंट बने हैं, लेकिन हेरिटेज रिवरफ्रंट केवल एक है जो कोटा में बन रहा है. इसके निर्माण में लगे लोगों का नाम इतिहास में लिखा जाएगा. मंत्री धारीवाल कहते हैं कि कोटा के रिवरफ्रंट को 1 दिन में देखना संभव नहीं हो पाएगा. इसे देखने के लिए 2 दिन का समय कम से कम देना होगा, क्योंकि यहां हर 100 मीटर पर अलग स्ट्रक्चर तैयार किया गया है.

Kota chambal riverfront
कोटा चंबल रिवरफ्रंट

कोटा में 3, अहमदाबाद में 10 किलोमीटर लंबा : कोटा का चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट 3 किलोमीटर लंबा है. यह कोटा बैराज से शुरू होकर नयापुरा तक पहुंचता है. नदी के दोनों छोर पर कई स्ट्रक्चर खड़े किए गए हैं. दोनों तरफ का मिलाकर कुल 6 किलोमीटर के एरिया में काफी सारे स्ट्रक्चर बनाए गए हैं. जबकि साबरमती रिवरफ्रंट करीब 10 किलोमीटर से ज्यादा लंबा है, लेकिन वहां पर ज्यादा स्ट्रक्चर खड़े नहीं किए गए हैं. वहां पर लोगों के लिए अच्छे बगीचे लगाए गए हैं. इसके अलावा मनोरंजन के लिए पार्क, गोल्फ कोर्स और वाटर स्पोर्ट्स के भी इंतजाम किए गए हैं. कोटा में वाटर स्पोर्ट्स और पार्क बनाए गए हैं.

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हर 100 मीटर पर बदल जाता है आर्किटेक्ट : रिवरफ्रंट के आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया ने बताया कि कोटा के हेरिटेज रिवरफ्रंट पर हर 100 मीटर में आर्किटेक्ट बदल जाता है. यहां पर अलग-अलग शैलियों को जगह दी गई है. इसमें मुगल व राजस्थानी से लेकर कई शैलियां स्थापित की गई हैं, जबकि अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर एक जैसे ही पूरे घाट तैयार किए गए हैं. इसके साथ ही वहां पर ऑफिस, होटल और रेजिडेंशियल एरिया भी बनाया गया है. ऐसा कोटा के हेरिटेज रिवर फ्रंट पर नहीं है. हालांकि कोटा रिवरफ्रंट पर स्प्रिचुअल, गीता व गीता घाट बने हैं, जिनमें कई महापुरुषों की प्रतिमा लगाई गई हैं.

रिवर फ्रंट पर बन रहे हैं 5 नायाब अजूबे : चंबल के हेरिटेज रिवर फ्रंट पर पांच नायाब अजूबे भी बनकर तैयार करवाए जा रहे हैं. यह नायाब अजूबों की शुरुआत विश्व के सबसे बड़े घंटे से होती है. इसके साथ ही यहां पर विश्व का सबसे बड़े मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. यहां विश्व का सबसे बड़ा फाउंटेन (फव्वारा) भी लगाया जा रहा है. इसके अलावा विश्व की सबसे बड़ी मार्बल की मूर्ति के रूप में चंबल माता की मूर्ति स्थापित की जा रही है. इसके साथ ही योग की मुद्रा में स्टील का स्ट्रक्चर तैयार किया है. यह साइड से देखने पर ही नजर आएगा, लेकिन जैसे-जैसे उसके सामने जाएंगे वह गायब होता जाएगा. इसमें तकनीक का उपयोग किया गया है. यहां पर वर्ल्ड हेरिटेज स्ट्रीट भी तैयार करवाई जा रही है, जिसमें 9 अलग-अलग नायाब बिल्डिंग हैं. यह अलग-अलग देशों की आर्किटेक्ट को दर्शा रही है.

टेंट सिटी भी रहेगी आकर्षण का केंद्र : चंबल रिवरफ्रंट पर ही टेंट सिटी भी स्थापित की जा रही है. जिस तरह से जैसलमेर के रेतीले धोरों में टेंट सिटी में लोग आनंद लेते हैं या फिर अन्य पर्यटन स्थलों पर टेंट में रहते हैं उसी तरह से यहां भी एक पूरी टेंट सिटी बनाई गई है. इसमें भी पर्यटक रात गुजार सकेंगे और रात के समय लाइटिंग का लुत्फ भी उठा सकेंगे.

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वर्ल्ड वाइड फिल्म डेस्टिनेशन बनेगा : रिवरफ्रंट के आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया का दावा है कि जिस तरह से बड़े शहरों में फिल्म की शूटिंग होती है, वैसे ही ये भी फिल्म शूटिंग का लोकेशन बन जाएगा. यहां पर बॉलीवुड व टॉलीवुड के अलावा स्थानीय फिल्मों की भी शूटिंग होगी. साथ ही देश-विदेश से भी लोग यहां पर शूटिंग के लिए पहुंचेंगे. ये वर्ल्ड वाइड फिल्म डेस्टिनेशन बन जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी दावा कर दिया कि कोटा चंबल के हेरिटेज रिवरफ्रंट पर विश्व को दर्शाया गया है.

2 साल में बनकर तैयार हुआ, यह भी रिकॉर्ड : अनूप भरतरिया का कहना है कि सदियों में ऐसे इतिहास बनते हैं. यह अपने आप में रिकॉर्ड है कि 2 साल के अंतराल में ही 6 किलोमीटर का दोनों तरफ रिवरफ्रंट तैयार कर दिया है. यह कोटा के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है. रिवरफ्रंट का निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है. उन्होंने कहा कि कोटा वासियों को ही नहीं भारतवासियों को भी इस प्रोजेक्ट पर गर्व है. हमारा मकसद है कि पूरे विश्व में एक ही बात चले - विजिट इंडिया विजिट कोटा.

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