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Chambal Riverfront: चंबल रिवरफ्रंट देख बोले राज्यपाल मिश्र, 'भारतीयता से ओतप्रोत यह संस्कृतियों का संगम स्थल है'

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Published : Mar 1, 2023, 6:44 PM IST

Updated : Mar 1, 2023, 11:24 PM IST

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोटा के चंबल रिवरफ्रंट का बुधवार को निरीक्षण किया. करीब ढाई घंटे तक निर्माण का जायजा लेने के बाद उन्होंने कहा कि रिवरफ्रंट भारतीयता से ओतप्रोत है. यह संस्कृतियों का संगम स्थल है.

Governor inspected Chambal riverfront work, praised it in front of UDH minister Shanti Dhariwal
Chambal Riverfront: चंबल रिवरफ्रंट देख बोले राज्यपाल मिश्र, 'भारतीयता से ओतप्रोत यह संस्कृतियों का संगम स्थल है'
चंबल रिवरफ्रंट देख राज्यपाल मिश्र ने क्या दी प्रतिक्रिया...

कोटा. प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोटा के चंबल रिवरफ्रंट का निरीक्षण किया. उन्होंने यहां करीब ढाई घंटे गुजारे. राज्यपाल ने निर्माण कार्य को देख कहा कि यह ऐसा दर्शनीय स्थल होगा कि लोग स्वत ही चलकर आएंगे. भारतीयता से ओतप्रोत यह संस्कृतियों का संगम स्थल है.

इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया ने राज्यपाल को यहां बन रहे स्ट्रक्चर और घाटों को लेकर जानकारी दी. राज्यपाल ने रिवरफ्रंट की तारीफ करते हुए कहा कि यह सचमुच ऐसा दर्शनीय स्थल होगा, जहां स्वाभाविक रूप से लोग चलकर इसे देखने आएंगे. साथ ही कहेंगे कि एक अलग ही सिटी का निर्माण हो गया. उन्होंने कहा कि मैं बनारस के घाटों पर घूमा हूं. इसके अलावा कहीं नहीं गया, लेकिन रिवरफ्रंट अलग थीम पर बने हुए हैं. उन्होंने सरस्वती और गोमती नदी पर बने रिवरफ्रंट से इसे अलग बताया है.

पढ़ें: कोटा में रिवरफ्रंट के चार हिस्सों को किया जाएगा शुरू, 21 अक्टूबर को 646 करोड़ के कार्यों का होगा लोकार्पण

स्थापत्य कला और टेक्नोलॉजी का अद्भुत उपयोग: राज्यपाल ने कहा कि पूरे राजस्थान की स्थापत्य कला को यहां पर दर्शाया गया है. जिनमें हवेलियां और घाट शामिल हैं. यहां चंबल माता का अर्द्ध देते हुए दिखाया है, जिसमें नीचे 12 नदियां हैं. भारतीयता से ओतप्रोत विभिन्न घाटों को भी चित्रित किया गया है. गीता घाट पर भगवान कृष्ण, अर्जुन को संदेश दे रहे हैं. पूरे गीता का भाव यहां पर उकेरा गया है. एक योग घाट बनाया गया है. जहां पर एक साधक योग साधना में रत है. जब उसकी कुंडली जागृत हो जाती है, तो वह अदृश्य हो जाता है. यह स्वरूप तकनीक के माध्यम से दिखाया गया है. इसी तरह से पंचतत्व घाट है. देश की सबसे बड़ी नंदी की प्रतिमा भी यहां बनी है.

पढ़ें: Shanti Dhariwal On Kota Visit: यूडीएच मंत्री की नाराजगी के बाद क्या लगेगा रिवरफ्रंट के संवेदक पर एक करोड़ का जुर्माना!

रिवरफ्रंट पर किया लंच: राज्यपाल कलराज मिश्र के लिए लंच की व्यवस्था भी रिवरफ्रंट पर ही की गई थी. जहां पर उन्होंने चंबल की लहरों को देखते हुए मंत्री धारीवाल और अधिकारियों के साथ लंच किया. इसके बाद उन्होंने बोट की सवारी की. जिसमें करीब वह 35 मिनट तक बैराज की डाउन स्ट्रीम से लेकर नयापुरा तक गए. राज्यपाल ने कहा कि हैंडीक्राफ्ट से लेकर कई सारे उत्पाद भी यहां पर बेचे जाएंगे. क्लोज पर बैठकर रात के समय लाइटिंग और रिवरफ्रंट का नदी में दृश्य भी देखा जा सकेगा. एक ही जगह पर अलग-अलग तरह के रेस्टोरेंट होंगे. जिनमें साउथ इंडियन, इटालियन, यूरोपियन, मुगलई और चाइनीज व्यंजन परोसे जाएंगे.

पढ़ें: World Biggest Bell in Kota: तीन विश्व रिकॉर्ड बनाएगी रिवरफ्रंट पर लगने वाली 57 हजार किलो की घंटी...जानिये इसके बारे में सबकुछ

31 मार्च है डेडलाइन: राज्यपाल मिश्र ने कहा कि कोटा विकास के मामले में आगे है. यहां पर मैंने एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं देखी, यह भी एक अच्छी खासियत है. राज्यपाल ने यह भी कहा कि उन्होंने पहली बार कोटा में घटोत्कच की प्रतिमा देखी है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि रिवरफ्रंट का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है. 31 मार्च इसकी डेडलाइन दी हुई है. ऐसे में इसके पहले इसको पूरा करवा दिया जाएगा और उसके बाद लोकार्पण होगा.

चंबल रिवरफ्रंट देख राज्यपाल मिश्र ने क्या दी प्रतिक्रिया...

कोटा. प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोटा के चंबल रिवरफ्रंट का निरीक्षण किया. उन्होंने यहां करीब ढाई घंटे गुजारे. राज्यपाल ने निर्माण कार्य को देख कहा कि यह ऐसा दर्शनीय स्थल होगा कि लोग स्वत ही चलकर आएंगे. भारतीयता से ओतप्रोत यह संस्कृतियों का संगम स्थल है.

इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया ने राज्यपाल को यहां बन रहे स्ट्रक्चर और घाटों को लेकर जानकारी दी. राज्यपाल ने रिवरफ्रंट की तारीफ करते हुए कहा कि यह सचमुच ऐसा दर्शनीय स्थल होगा, जहां स्वाभाविक रूप से लोग चलकर इसे देखने आएंगे. साथ ही कहेंगे कि एक अलग ही सिटी का निर्माण हो गया. उन्होंने कहा कि मैं बनारस के घाटों पर घूमा हूं. इसके अलावा कहीं नहीं गया, लेकिन रिवरफ्रंट अलग थीम पर बने हुए हैं. उन्होंने सरस्वती और गोमती नदी पर बने रिवरफ्रंट से इसे अलग बताया है.

पढ़ें: कोटा में रिवरफ्रंट के चार हिस्सों को किया जाएगा शुरू, 21 अक्टूबर को 646 करोड़ के कार्यों का होगा लोकार्पण

स्थापत्य कला और टेक्नोलॉजी का अद्भुत उपयोग: राज्यपाल ने कहा कि पूरे राजस्थान की स्थापत्य कला को यहां पर दर्शाया गया है. जिनमें हवेलियां और घाट शामिल हैं. यहां चंबल माता का अर्द्ध देते हुए दिखाया है, जिसमें नीचे 12 नदियां हैं. भारतीयता से ओतप्रोत विभिन्न घाटों को भी चित्रित किया गया है. गीता घाट पर भगवान कृष्ण, अर्जुन को संदेश दे रहे हैं. पूरे गीता का भाव यहां पर उकेरा गया है. एक योग घाट बनाया गया है. जहां पर एक साधक योग साधना में रत है. जब उसकी कुंडली जागृत हो जाती है, तो वह अदृश्य हो जाता है. यह स्वरूप तकनीक के माध्यम से दिखाया गया है. इसी तरह से पंचतत्व घाट है. देश की सबसे बड़ी नंदी की प्रतिमा भी यहां बनी है.

पढ़ें: Shanti Dhariwal On Kota Visit: यूडीएच मंत्री की नाराजगी के बाद क्या लगेगा रिवरफ्रंट के संवेदक पर एक करोड़ का जुर्माना!

रिवरफ्रंट पर किया लंच: राज्यपाल कलराज मिश्र के लिए लंच की व्यवस्था भी रिवरफ्रंट पर ही की गई थी. जहां पर उन्होंने चंबल की लहरों को देखते हुए मंत्री धारीवाल और अधिकारियों के साथ लंच किया. इसके बाद उन्होंने बोट की सवारी की. जिसमें करीब वह 35 मिनट तक बैराज की डाउन स्ट्रीम से लेकर नयापुरा तक गए. राज्यपाल ने कहा कि हैंडीक्राफ्ट से लेकर कई सारे उत्पाद भी यहां पर बेचे जाएंगे. क्लोज पर बैठकर रात के समय लाइटिंग और रिवरफ्रंट का नदी में दृश्य भी देखा जा सकेगा. एक ही जगह पर अलग-अलग तरह के रेस्टोरेंट होंगे. जिनमें साउथ इंडियन, इटालियन, यूरोपियन, मुगलई और चाइनीज व्यंजन परोसे जाएंगे.

पढ़ें: World Biggest Bell in Kota: तीन विश्व रिकॉर्ड बनाएगी रिवरफ्रंट पर लगने वाली 57 हजार किलो की घंटी...जानिये इसके बारे में सबकुछ

31 मार्च है डेडलाइन: राज्यपाल मिश्र ने कहा कि कोटा विकास के मामले में आगे है. यहां पर मैंने एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं देखी, यह भी एक अच्छी खासियत है. राज्यपाल ने यह भी कहा कि उन्होंने पहली बार कोटा में घटोत्कच की प्रतिमा देखी है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि रिवरफ्रंट का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है. 31 मार्च इसकी डेडलाइन दी हुई है. ऐसे में इसके पहले इसको पूरा करवा दिया जाएगा और उसके बाद लोकार्पण होगा.

Last Updated : Mar 1, 2023, 11:24 PM IST
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