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राजस्थान में सामूहिक आत्महत्या के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता, देश में दूसरे स्थान पर प्रदेश

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 11, 2023, 4:17 PM IST

Updated : Dec 11, 2023, 5:23 PM IST

Figures of mass suicide increased in Rajasthan, देशभर में खुदकुशी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. इस बीच राजस्थान में खुदकुशी के मामलों में तीन साल में लगातार कमी देखने को मिल रही है. हालांकि, परिवार के लोगों के सामूहिक आत्महत्या के मामले में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है. वहीं, इस सूची में तमिलनाडु पहले नंबर पर है. हालांकि, प्रदेश में खुदकुशी के आंकड़े पर गौर करें तो पाएंगे कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने अधिक खुदकुशी की है.

Figures of mass suicide increased in Rajasthan
Figures of mass suicide increased in Rajasthan

जयपुर. देश में खुदकुशी के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. साल 2021 के मुकाबले 2022 में देश में खुदकुशी के मामले बढ़े हैं. हालांकि, राजस्थान में तीन साल से लगातार आत्महत्या के मामलों में गिरावट आ रही है, लेकिन परिवार के लोगों के सामूहिक खुदकुशी करने के मामले में राज्य देश में दूसरे स्थान है. यही वजह है कि इस तरह से लगातार बढ़ती घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. वहीं, तमिलनाडु पहले स्थान पर है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट में ये तथ्य निकालकर सामने आए हैं.

महिलाओं की तुलना में पुरुष कर रहे अधिक खुदकुशी : दरअसल, एनसीआरबी 2022 की रिपोर्ट बताती है कि देशभर में साल 2021 में आत्महत्या के 1,64,033 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि साल 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 1,70,924 हो गया है. शहरों में आत्महत्या की दर 16.4 फीसदी रही है, जबकि राजस्थान में साल 2022 में खुदकुशी के 5,343 मामले सामने आए हैं और 2021 में यह आंकड़ा 5,593 और 2020 में 5,658 रहा है. बात अगर परिवार के लोगों के सामूहिक खुदकुशी की करें तो राजस्थान में 2022 में इस तरह के 20 मामले सामने आए हैं. इनमें 43 लोगों ने मौत को गले लगाया, जबकि इस तरह के 90 केस के साथ तमिलनाडु इस सूची में पहले पायदान पर है. वहीं, आंध्र प्रदेश में सामूहिक खुदकुशी के 13 और कर्नाटक में 7 मामले 2022 में हुए हैं. आंकड़े यह भी बताते हैं कि महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक खुदकुशी कर रहे हैं.

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पारिवारिक तनाव सबसे बड़ा कारण : राजस्थान में खुदकुशी के आकंड़े गवाही देते हैं कि आत्महत्या के 2,186 केस के पीछे पारिवारिक समस्याएं और तनाव कारण रहा है. जबकि दहेज के कारण 43, विवाहेत्तर संबंधों के कारण 99, शादी टूटने के कारण 29, व्यापार में घाटे के कारण 13, परीक्षा में असफलता के कारण 107, बीमारी के कारण 611, नशे के कारण 185, प्रेम संबंधों के कारण 529, संपत्ति विवाद के कारण 109 लोगों ने मौत को गले लगाया है. जबकि बेरोजगारी के चलते खुदकुशी के 99, प्रोफेशनल प्रॉब्लम के चलते 56 लोगों ने खुदकुशी की. जबकि 862 मामलों में कारण सामने नहीं आए हैं.

जानें कितने किसान और मजदूरों ने की खुदकुशी : राजस्थान में पिछले साल खुदकुशी के जितने मामले सामने आए हैं. उनमें बड़ी संख्या किसान और दिहाड़ी मजदूरी करने वालों की रही है. आंकड़े बताते हैं कि 2022 में खुदकुशी करने वालों में 239 किसान थे. जबकि 1429 दिहाड़ी मजदूरों ने खुदकुशी की. जबकि गरीबी के कारण 70 लोगों द्वारा खुदकुशी करने की जानकारी सामने आई है.

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महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या ज्यादा

  • 2020 में राजस्थान में आत्महत्या के 5,658 केस आए. इनमें 4027 पुरुष और 1630 महिलाएं व एक ट्रांसजेंडर ने खुदकुशी की.
  • 2021 में 5,593 लोगों ने मौत को गले लगाया. इनमें 4057 पुरुष और 1536 महिलाएं शामिल रही.
  • 2022 में 5343 मामले आत्महत्या के सामने आए. इनमें 3925 पुरुष और 1418 महिलाओं ने मौत को गले लगाया.
Last Updated :Dec 11, 2023, 5:23 PM IST
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