53rd organ donation of Rajasthan: मरने के बाद भी दो लोगों को जिंदगी दे गया हिंडौन का गौरव, प्रदेश का 53वां अंगदान
Published: Sep 16, 2023, 11:03 PM


53rd organ donation of Rajasthan: मरने के बाद भी दो लोगों को जिंदगी दे गया हिंडौन का गौरव, प्रदेश का 53वां अंगदान
Published: Sep 16, 2023, 11:03 PM

हिंडौन निवासी 16 साल के गौरव महावर ने मरकर भी दो लोगों को नई जिंदगी दी. शनिवार को गौरव की दोनों किडनियों का सफल प्रत्यारोपण किया गया.
जयपुर. हिंडौन निवासी 16 वर्षीय गौरव मर कर भी दो लोगों को नई जिंदगी दे गया. बाइक एक्सीडेंट में गौरव की ब्रेन डेथ होने के बाद उसकी दोनों किडनियों का सफल प्रत्यारोपण किया गया. हालांकि क्रॉस मैचिंग में समस्या आने के चलते गौरव का हार्ट और लीवर का प्रत्यारोपण नहीं हो सका.
राजस्थान में शनिवार को एक और सफल कैडेवर ट्रांसप्लांट किया गया. जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में दो मरीजों के किडनी ट्रांसप्लांट करने का सफल ऑपरेशन हुआ. ये किडनी हिंडौन निवासी 16 वर्षीय गौरव महावर की थी. गौरव जयपुर में मजदूरी का काम किया करता था. उसे 4 सितंबर को बाइक एक्सीडेंट में सिर पर गहरी चोट लगने के बाद एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां लंबे इलाज के बाद शुक्रवार को गौरव को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. इसके बाद परिजनों से समझाइश के बाद गौरव के अंगदान करने का फैसला लिया गया.
एसएमएस अस्पताल के डॉ देवेंद्र पुरोहित ने बताया कि सोटो राजस्थान की ओर से गौरव की दोनों किडनी सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी अस्पताल को आवंटित की गई. जहां दो जरूरतमंद मरीजों के ये किडनी प्रत्यारोपित की गई. इससे पहले एसएमएस अस्पताल में गौरव को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजीव बगरहट्टा और अस्पताल अधीक्षक डॉ अचल शर्मा ने गौरव को श्रद्धांजलि दी और उसके अंगों को ट्रांसप्लांट के लिए महात्मा गांधी अस्पताल के लिए रवाना किया.
आपको बता दें कि राजस्थान प्रदेश का ये 53वां अंगदान है. प्रदेश में 2015 से कैडेवर ट्रांसप्लांट की मुहिम शुरू की गई थी. अब तक प्रदेश में हार्ट, किडनी और लिवर के सफल ऑपरेशन होने के बाद कई लोगों को नया जीवनदान मिला है. हाल ही में राज्य सरकार की ओर से 3 से 17 अगस्त तक अंगदान जीवनदान महाअभियान के तहत जागरूकता पखवाड़ा भी चलाया गया था. जिसके तहत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूल कॉलेज और विभागों में अंगदान महादान को लेकर आईईसी एक्टिविटी की गई थी. साथ ही प्रदेश स्तर से ब्लॉक लेवल तक 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को अंगदान की शपथ भी दिलवाई गई.
