धौलपुर. करौली जिले में बीते शनिवार को नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में निकाली गई बाइक रैली पर पथराव करने और आगजनी की घटना के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद धौलपुर में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. बीते रविवार को दिनभर सोशल मीडिया पर नजर रखने के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने एक दर्जन लोगों को चिन्हित कर सीआरपीसी की धारा 108 एवं 116 के तहत इस्तगासे पेश किये गए और लोगों को पाबंद कराया गया है.
कोतवाली थाना एसएचओ आध्यात्म गौतम ने बताया कि पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस के निर्देश पर कोतवाली थाना पुलिस ने करौली जिले में हुई हिंसा की घटना को लेकर रविवार को सोशल मीडिया पर नजर रखी. पुलिस टीम ने करौली हिंसा के मामले में फेसबुक और दूसरे माध्यमों से धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने और हिंसा भड़काने वाली पोस्ट के चलते एक दर्जन लोगों को चिन्हित कर सीआरपीसी की धारा 108 एवं 116 के तहत इस्तगासे पेश किए गए और उन्हें पाबंद कराया गया.
एसएचओ ने बताया कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने के साथ ही आपसी वैमनस्य बढ़ाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट पर लगातार निगरानी रखी जा रही (Dholpur Police keeping close eyes on social media) है. इस तरीके से माहौल खराब करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी.
श्रीराम शोभायात्रा को लेकर बैठक: जिला कलेक्टर ने सोमवार को सीमावर्ती जिला होने के चलते विशेष सतर्कता बरतने के पुलिस को निर्देश दिए हैं. साथ में उन्होंने बाड़ी पंचायत समिति सभागार में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें उपखंड प्रशासन के अधिकारी और नगर पालिका के पार्षदगण एवं शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे. बैठक को संबोधित करते हुए धौलपुर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि 10 अप्रैल को बाड़ी में निकलने वाली श्रीराम शोभायात्रा को लेकर निर्देश दिए. साथ ही कहा कि सभी धर्मों का उद्देश्य मानवता को कायम रखना है.