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SPECIAL: ऑक्सीजन जेनरेशन में आत्मनिर्भर बनेगा कोटा, 2 महीने के भीतर लगेंगे 12 नए प्लांट

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Published : May 13, 2021, 7:17 PM IST

Updated : May 13, 2021, 8:38 PM IST

ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट,  2 माह में लगेंगे प्लांट,  कोटा में 12 नए प्लांट लगेंगे , Corona infection in Kota,  Oxygen generation plant,  Plant will be set up in 2 months
कोटा में लगेगा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट

कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन संजीवनी है, लेकिन उसकी कमी लगातार बनी हुई है. कोरोनाकाल में ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) की किल्लत के मद्देनजर कोटा ने ऑक्सीजन जनरेशन में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. आइये जानते हैं कोटा में ऑक्सीजन जेनरेशन में आत्मनिर्भर बनने की प्लानिंग...

कोटा. अगर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई कोटा को टैंकर के जरिए नहीं मिलती है तो काफी कमी हो जाती है. इससे मरीजों की सांस अटकने का खतरा रहता है. जिला प्रशासन तक के हाथ-पैर फूल जाते हैं. इस परिस्थिति से निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ केंद्र और राज्य सरकार भी लगातार काम कर रही है. निजी उद्योगपति भी ऑक्सीजन जेनरेशन के प्लांट स्थापित कर रहे हैं. अगले 2 महीने में जब यह सभी प्लांट स्थापित हो जाएंगे, तब कोटा जिला ऑक्सीजन जेनरेशन में आत्मनिर्भर हो जाएगा.

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ये नए प्लांट स्थापित होंगे

⦁ कोटा मेडिकल कॉलेज में 1370 सिलेंडर क्षमता के 10 प्लांट

⦁ 2 केंद्र सरकार, 8 राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत

⦁ 1 निजी स्तर पर 1000 ऑक्सीजन क्षमता का बड़ा प्लांट भी शामिल

⦁ रेलवे हॉस्पिटल में भी 120 सिलेंडर उत्पादन का प्लांट

कोटा की ऑक्सीजन जेनरेशन की क्षमता बढ़ेगी

सभी नए प्लांट स्थापित होने के बाद कोटा जिले की क्षमता 3700 से बढ़कर 6200 हो जाएगी. मेडिकल कॉलेज में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक की क्षमता अलग रहेगी. कोविड-19 की तीसरी लहर के संकट के मद्देनजर ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट से मरीजों को काफी मदद मिलेगी.

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महत्वपूर्ण तथ्य

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2 महीने की समयसीमा निर्धारित

सभी प्लांट की समयसीमा 2 महीने निर्धारित की गई है. अगले 2 महीने के भीतर सभी प्लांट काम करने लग जाएंगे. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना का कहना है कि अभी 2425 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत उनके अधीन के अस्पतालों और कोविड-19 केयर सेंटर में हो रही है. जबकि पूरे कोटा जिले की बात की जाए तो 4200 सिलेंडर की खपत हो रही है. जबकि वर्तमान में उत्पादन कम है.

राज्य सरकार लगा रही 8 प्लांट, 1100 सिलेंडर क्षमता

राज्य सरकार की तरफ से मेडिकल कॉलेज कोटा के तीनों अस्पतालों में 1100 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन क्षमता के 7 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्वीकृत कर दिए गए हैं. एमबीएस अस्पताल (MBS Hospital Kota ) में 3 प्लांट प्रस्तावित हैं. जिनमें 400 सिलेंडर की क्षमता होगी. इनमें एक 200 सिलेंडर का प्लांट है. वहीं दूसरे दो सौ-सौ सिलेंडर उत्पादन क्षमता के हैं. इसके अलावा जेके लोन अस्पताल में 100 सिलेंडर क्षमता का एक प्लांट लगाया जाएगा. वहीं मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल और एसएसबी में 200-200 सिलेंडर क्षमता के दो प्लांट स्थापित होंगे. इसके अलावा 100 सिलेंडर क्षमता का एक प्लांट लगना है.

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जेकेलोन और एमबीएस में काम भी शुरू

एमबीएस अस्पताल में 190 सिलेंडर जनरेशन का प्लांट एनएचएआई (NHAI) और डीआरडीओ (DRDO) लगा रहा है. इसके अलावा जेकेलोन में भी यही संस्थाएं 90 सिलेंडर उत्पादन का प्लांट लगा रही हैं. इसके पहले ही मेडिकल कॉलेज कोटा (Medical College Kota) ने कर्नाटक की एक कंपनी को 90 सिलेंडर क्षमता का एक प्लांट लगाने का ऑर्डर दे दिया था, जो भी सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में लगाया जाएगा. यह काम भी शुरू हो गया है. इनके लिए एनएचएआई (NHAI) ने सिविल वर्क शुरू करवा दिया है, जिसका स्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है.

कोटा में 1000 सिलेंडर क्षमता का बड़ा प्लांट

कोटा शहर के औद्योगिक क्षेत्र भीमपुरा में भी 1000 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन का एक बड़ा प्लांट स्थापित किया जा रहा है. यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट बताया जा रहा है. जिसमें साढ़े पांच करोड़ रुपए का खर्चा 2 उद्योगपति मिलकर कर रहे हैं. इनके प्लांट की सामग्री भी कोटा पहुंच चुकी है.

उम्मीद की जा रही है कि इसी महीने इन प्लांटों से उत्पादन शुरू हो जाएगा. जिससे कोटा की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी. इस प्लांट के निर्माण के लिए बड़े स्तर पर भीमपुरा औद्योगिक क्षेत्र में काम चल रहा है. इंजीनियर भी मौके पर पहुंच गए हैं और प्लांट को फिट करने की तैयारी कर रहे हैं.

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मेडिकल कॉलेज में अभी केवल 460 सिलेंडर जेनरेशन

वर्तमान में मेडिकल कॉलेज कोटा के पास 460 ऑक्सीजन सिलेंडर जनरेशन का प्लांट स्थित है. इनमें मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल और एसएसबी में 360 ऑक्सीजन सिलेंडर जेनरेशन क्षमता के तीन प्लांट हैं. जबकि एमबीएस अस्पताल में 100 सिलेंडर क्षमता का एक प्लांट है. वहीं 20000 लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (Liquid Medical Oxygen) स्टोरेज का टैंक भी है, जो लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई पर ही निर्भर है.

वर्तमान में जिले की उत्पादन क्षमता 3700

कोटा में 6 निजी ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट हैं. जिनमें से 4 एयर सेपरेशन यूनिट है, जबकि दो लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (Liquid Medical Oxygen) के प्लांट हैं. इन सबकी 24 घंटे की क्षमता की बात की जाए तो 3700 सिलेंडर के आसपास है. जबकि वर्तमान में कोटा जिले की डिमांड करीब 4200 सिलेंडर से ज्यादा है. यह मांग आगे बढ़ भी सकती है. इसके अलावा कोटा जिले से सटे बारां, बूंदी और झालावाड़ को भी यहां से कुछ सप्लाई जाती है. बारां और बूंदी तो वर्तमान में पूरी तरह से कोटा पर ही निर्भर हैं.

निजी अस्पताल को भी लगाने होंगे ऑक्सीजन प्लांट

राज्य सरकार ने भी 50 बेड से ज्यादा वाले निजी अस्पतालों को 2 महीने में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत उन्हें अस्पताल क्षमता के आधे बेड को मेडिकल ऑक्सीजन लाइन से जोड़ना होगा. प्लांट भी उन्हें स्थापित करने होंगे, जिससे भी कोटा के निजी अस्पतालों की ऑक्सीजन मांग कम होगी.

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कोटा में दो दर्जन से ज्यादा अस्पताल इस कैटेगरी में शामिल हो रहे हैं. ऐसे में उन्हें भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने होंगे ताकि वह खुद भी ऑक्सीजन जेनरेशन में आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ेंगे. इसके अलावा कोटा के रेलवे हॉस्पिटल में 120 सिलेंडर जेनरेशन का प्लांट स्वीकृत हो गया है, जो भी जल्द ही स्थापित होगा.

2 प्लांट और स्टोरेज यूनिट भी पाइपलाइन में

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य का कहना है कि उन्होंने एसएसबी और एनएमसीएच में 190-190 सिलेंडर जेनरेशन के प्लांट का प्रस्ताव भेजा है. अगर यह दोनों मंजूर होते हैं तो डीआरडीओ और एनएचएआई इसे भी लगा देंगे. इसके अलावा महाराव भीम सिंह चिकित्सालय में 20000 लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की स्टोरेज क्षमता का टैंक भी लगाना प्रस्तावित है. इसके लिए भी वे प्रयास कर रहे हैं.

400 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंचे, 400 और आएंगे

मेडिकल कॉलेज कोटा को 400 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrator) मिल चुके हैं. जिनमें 5 लीटर, 10 लीटर प्रति मिनट क्षमता के 200-200 कंसंट्रेटर हैं. यह या तो दानदाता से मिले हैं या फिर खुद मेडिकल कॉलेज ने इनकी खरीद की है. इसके बाद भी लगातार मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद कर रहा है. मेडिकल कॉलेज कोटा में 50 का ऑर्डर दिया हुआ है. जिनकी सप्लाई कुछ दिनों में हो जाएगी. 10 लीटर प्रति मिनट 347 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में कुल 400 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मेडिकल कॉलेज के पास और आएंगे.

Last Updated :May 13, 2021, 8:38 PM IST
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