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चिकित्सकों ने 3 साल की बच्ची को दिया नया जीवन, श्वास नली से ऑपरेशन कर निकाला मक्के का दाना - Corn grain removed from trachea

उदयपुर में एक 3 साल की बच्ची की श्वास नली में फंसे मक्के के दाने को ऑपरेशन कर निकाला है. इससे बच्ची को जीवनदान मिला है.

Corn grain removed from trachea through operation
श्वास नली से ऑपरेशन कर निकाला मक्के का दाना (ETV Bharat Udaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 15, 2024 at 11:06 PM IST

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उदयपुर. शहर में चि​कित्सकों ने 3 साल की बच्ची की श्वास नली में फंसे मक्के के दाने को ऑपरेशन कर निकाला और उसकी जान बचाई है. एमपी के मंदसौर निवासी 3 बर्षीय बच्ची रियॉसी ने मक्के का दाना निगल लिया जो बच्ची की श्वास नली में फंस गया. जिसके कारण उसे लगातार खांसी और सीने में दर्द के साथ साथ श्वास लेने में दिक्कत होने लगी. बच्चे की ऐसी स्थिति को देखते हुए परिजन उसे तुरन्त पीएमसीएच की इमरजेन्सी में लेकर आए.

इमरजेन्सी में कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ शिव कौशिक ने तुरन्त बच्चे की जांच करने पर पता चला कि बच्ची के दोनो फेफड़ों के बीच में श्वास नली में कुछ बीज जैसा फंसा हुआ है. जिसकी वजह से उसे श्वास लेने में तकलीफ हो रही है. बच्ची का तुरन्त ऑपरेशन करना जरूरी था. चिकित्सकों की टीम ने बिना समय गंवाए बच्ची की बॉन्कोस्कापी करने का निर्णय लिया एवं सफलता पूर्वक मक्के के दाने को निकाल लिया गया. इस सफल ऑपरेशन में कान, नाक एवं गला रोग विभाग के डॉ एसएस कौशिक, डॉ रिचा गुप्ता, डॉ प्रकाश औदित्य, डॉ समीर गोयल एवं टीम का सहयोग रहा.

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कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ शिव कौशिक ने बताया कि आमतौर पर इस तरह की समस्या होने पर डॉक्टर ऑपरेशन कर उस चीज को बाहर निकाल देते हैं. लेकिन बच्चे की कम उम्र को देखते हुए ऐसा करना बिल्कुल भी संभव नहीं था. इसके बाद चिकित्सकों की टीम ने बच्चे को बेहोश कर दूरबीन द्वारा उसके मुंह के रास्ते से श्वास नली के अन्दर फंसे हुए मक्के के दाने को बाहर निकाला. डॉ शिव कौशिक ने बताया कि अगर ऑपरेशन में देरी हो जाती, तो बच्ची की मक्के के दाने के फूलने के कारण श्वास नली के बन्द होने से जान जा सकती थी.