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MP Swine Flu: तेजी से पैर पसार रहा है अफ्रीकन स्वाइन फ्लू, इन जिलों में सैंकड़ों सुअरों को दी जाएगी मौत

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Published : Jan 13, 2023, 7:19 AM IST

Updated : Jan 13, 2023, 7:30 AM IST

बुंदेलखंड अंचल में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू तेजी से पैर पसार रहा है और सागर संभाग के 6 जिलों में से 3 जिले इसकी चपेट में आ चुके हैं. ताजा मामला सागर जिले के रेहली विकासखंड में सामने आया है. जहां पिछले 15 दिन में करीब 200 सुअरों की मौत हो चुकी है. पिछले गुरुवार को रेहली में हुई सैंपलिंग के बाद 13 जनवरी शुक्रवार को एक किलोमीटर के दायरे में सूअरों को दया मृत्यु देने की तैयारी की गई है. सूअर पालकों को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएगा.

African swine fever Mercy Killing
बुंदेलखंड में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू

एमपी में सैंकड़ों सुअरों को दी जाएगी मौत

सागर। सागर जिले की रेहली विकासखंड में सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद पशु चिकित्सा विभाग का दल रेहली पहुंचा था (MP Swine Flu). रेहली में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद शुक्रवार को एक किलोमीटर के दायरे में सूअरों को दया मृत्यु दी जाएगी और सूअर पालकों को मुआवजा दिया जाएगा. दरअसल पिछले 2 हफ्तों में रेहली में 200 से अधिक सूअरों की मौत का मामला सामने आया है. बड़े पैमाने पर सूअरों की मौत के बाद पिछले गुरुवार को रेहली में सुअरों के सैंपल लिए गए थे. जिसमें अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद फिर पशु चिकित्सा विभाग का एक दल रेहली पहुंचा.

African swine fever Mercy Killing
बुंदेलखंड में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू

सूअरों को दी जाएगी दया मृत्यु पशु: पशु चिकित्सा विभाग सागर के उपसंचालक वीके पटेल ने बताया कि ''मैंने और रहली विकासखंड के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज सिंह और विभाग के अमले के साथ सुअरों के रहवासी क्षेत्रों का जायजा लिया है और सूअर पालकों से चर्चा की है. शुक्रवार को पशु चिकित्सा विभाग, नगरपालिका रेहली और पुलिस के सहयोग से कलेक्टर की अनुमति के बाद दया मृत्यु दी जाएगी''. डॉ. वीके पटेल ने बताया कि ''सुअरों को दया मृत्यु एक विशेष विधि द्वारा मानवीय तरीके से दी जाती है. जिन सूअर पालकों के सूअरों को दया मृत्यु दी जाएगी, उन्हें सुअरों के वजन के मान के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. एक किलोमीटर के दायरे में सूअरों को दया मृत्यु के बाद अन्य इलाकों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का सर्वे किया जाएगा''.

बुंदेलखंड के 3 जिलों में तेजी से फैला स्वाइन फ्लू का संक्रमण: बुंदेलखंड के संभागीय मुख्यालय सागर में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू तेजी से फैल रहा है. इसके अलावा बुंदेलखंड के 2 जिले टीकमगढ़ और दमोह में भी अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. करीब 1 महीने पहले सबसे पहले टीकमगढ़ जिले में सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी. टीकमगढ़ जिले के दो गांवों में कई दर्जन सूअरों के मरने का मामला सामने आया था. इसके बाद सागर संभाग के दमोह जिले में जबेरा विकासखंड के बनवार में सैकड़ों की संख्या में सूअर,भेड़ और बकरियों की मौत का मामला सामने आया था. टीकमगढ़ और दमोह के बाद सागर संभागीय मुख्यालय में भी अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से सूअरों की मौत का मामला सामने आया था. सागर शहर के पॉश इलाके सिविल लाइन और गुरु गोविंद सिंह वार्ड में दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह में 50 से अधिक सूअर मृत पाए गए थे.

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अफ्रीकन स्वाइन फीवर से जानवरों की मौत: बुंदेलखंड में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से तीन जिलों टीकमगढ़, दमोह और सागर में सूअर, भेड़, बकरियों की मौत से दहशत का माहौल फेल रहा है. चिंता की बात यह है कि सूअरों के अलावा भेड़ और बकरियों के अलावा गाये भी दम तोड़ रही हैं. हालांकि तमाम नगरीय निकायों और ग्राम पंचायत में पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से सैंपलिंग की जा रही है, सैंपल के बाद अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने पर चोरों को दया मृत्यु भी दी जा रही है.

पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद रेहली पहुंचा दल: सागर के पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ. वीके पटेल ने बताया है कि ''रेहली में जो 1 हफ्ते पहले सैंपल लिए गए थे, उनकी बुधवार को रिपोर्ट आने के बाद हम रेहली आए हैं और अफ्रीकन स्वाइन फ्लू को लेकर सुअर पालकों से बातचीत की है, उन्हें समझाया है कि सबसे पहले वह सुअरों के आवागमन पर रोक लगाएं. इसके अलावा कलेक्टर की अनुमति के बाद शुक्रवार को एक किलोमीटर के दायरे में सूअरों को दया मृत्यु दी जाएगी. यह काफी खतरनाक संक्रामक रोग है और इसके बचाव के लिए सतर्कता जरूरी है". उन्होंने बताया कि ''पन्ना और छतरपुर छोड़कर सागर संभाग के टीकमगढ़, दमोह और सागर में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हो चुकी है''.

Last Updated :Jan 13, 2023, 7:30 AM IST
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