इंदौर। मध्यप्रदेश में साल 2023 के अंतिम में विधानसभा चुनाव होने हैं. वहीं, इससे पहले ब्राह्मण समाज ने मोर्चा खोल दिया है. ब्राह्मण समाज ने छात्रवृत्ति को लेकर जनप्रतिनिधियों को घेरना शुरू कर दिया है. उन्होंने राजनीतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधियों को प्रदेश स्तर पर ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग रखी कि "जो ब्राह्मण समाज के परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके बच्चों को सरकार की ओर से शिक्षा में छात्रवृत्ति प्रदान की जाए." इसी के तहत कांग्रेसी विधायक जीतू पटवारी को ज्ञापन सौंपा और कांग्रेस के घोषणा पत्र में इसे शामिल करने की मांग रखी है.
कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग: दरअसल, साल 2023 के चुनाव से पहले कई समाजजनों की ओर से अपनी मांगें रखी जा रही हैं. इसी के तहत ब्राह्मण समाज की ओर से विगत कई महीनों से गरीब ब्राह्मण समाज के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने की मांग अब उग्र रूप लेती हुई नजर आ रही है. इसी के तहत ब्राह्मण समाज ने कांग्रेसी विधायक जीतू पटवारी को ज्ञापन सौंपकर कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में अपनी मांग को शामिल करने की बात रखी है.
ब्राह्मणों की मांग को लेकर कमलनाथ को लिखा पत्रः इस मौके पर सर्व ब्राह्मण समाज के विकास अवस्थी का कहना था कि समस्त राजनीतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधियों को बुधवार से ज्ञापन सौंपकर मांग रखने की मुहिम शुरू की गई है, जिसमें सर्वप्रथम कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी को ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को तत्काल पत्र लिखकर ब्राह्मणों की मांग को प्रमुखता से रखा है.
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ब्राह्मणों की मांग को जीतू पटवारी ने बताया जायजः इस मौके पर जीतू पटवारी ने भी मीडिया से चर्चा के दौरान ब्राह्मणों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि "यह मांग तो सरकार को पहले ही सुन लेना चाहिए थी, लेकिन अभी तक सुनी नहीं गई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यदि ब्राह्मण बंधुओं की मांग पूरी करते हैं तो उन्हें मेरी तरफ से भी साधुवाद है और यदि कमलनाथ मुख्यमंत्री बनते हैं तो प्रदेश में इस मांग को पूरी करने की कोशिश की जाएगी." फिलहाल ब्राह्मण समाज में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले जिस तरह से छात्रवृत्ति को लेकर मोर्चा संभाला है, उसका असर कितना होता है यह देखने लायक रहेगा.