इंदौर। धार से इंदौर 15वीं बटालियन में एएसआई की ट्रेनिंग लेने गए प्रधान आरक्षक की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई. वे मांडव के पास तारापुर से आए थे, और बिना बताए कहीं चले गए थे. 8 दिन बाद उनके परिजनों को वे फटे हालत में सड़क पर मिले, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
एएसआई कोर्स के दौरान पुलिसकर्मी की मौत: परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि, ट्रेनिंग सेंटर की लापरवाही की वजह से ये हालात हुए हैं. उन्होंने न तो अपने पुलिसकर्मी को ढूंढने की कोशिश की थी और न ही उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. 8 दिन बाद वह फटे हालत में सड़क पर मिले. परिजनों ने पुलिस विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक एएसआई ओमप्रकाश सांवरे 34 बटालियन धार में पदस्थ थे. करीब डेढ़ माह पहले वे इंदौर में 15वीं बटालियन में कोर्स करने के लिए आए थे.
पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने पर होगा मौत का खुलासा: बेटे का कहना है कि पिता से 2 तारीख को फोन पर बात हुई थी. इसके बाद वे लापता हो गए. उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, वह डिप्रेशन में थे. उन्होंने अपने विभाग के लोगों को बताया भी, इसके बावजूद उनकी ड्यूटी लगा दी गई. वहीं मृतक के बेटे सावन ने बताया कि, पिताजी के लापता होने के बाद वह रोज उन्हें तलाशने इंदौर आते थे, न तो ट्रेनिंग सेंटर वालों ने इस बात को गंभीरता से लिया और न ही पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया. मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा. फिलहाल मृतक के बेटे ने जिस तरह से पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं, उसके बाद अब देखना होगा कि पुलिस इस पूरे मामले में आगे किस तरह की जांच करती है.