ग्वालियर। मुरार में छावनी बोर्ड कार्यालय के बाहर विधवा महिलाएं राशन की मांग को लेकर धरने पर बैठ गईं. ये महिलाएं छावनी बोर्ड के वार्ड एक और दो की रहने वाली हैं जो कि लॉकडाउन में राशन नहीं मिलने पर नाराज थीं. गरीब और मजदूर वर्ग महिलाएं भूख और प्यास से परेशान होकर केंटोमेंट के सीईओ से राशन देने की मांग की लेकिन इन महिलाओं को खाली हाथ ही घर वापस लौटना पड़ा.
दरसअल, एक से लेकर ग्यारह वार्ड तक मुरार स्थित छावनी बोर्ड में आते हैं, वार्ड नंबर 1 महेशपुरा और 2 लाल टिपारा की सभी 40 से 50 विधवा महिलाएं घर-घर जाकर काम करते हुए परिवार को पाल रही थी, लेकिन शहर में लॉकडाउन होने के कारण इन महिलाओं की स्थिति अब बद से बदतर हो गई है. काम ना मिलने पर महिलाओं के परिवार अब भूखमरी के कगार पर आ गया है.
परेशान महिलाएं छावनी परिषद मुरार कार्यालय पर जा पहुंची और कार्यालय के बाहर सीईओ से राशन की मांग करते हुए धरने पर बैठ गईं. महिलाएं उनसे राशन के लिए गुहार लगाती रही लेकिन कैंटोमेंट के सीईओ महिलाओं से मिलने नहीं आए. कई घंटों तक बैठने के बाद इन महिलाओं को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी और खाली हाथ वापस अपने घर लौटना पड़ा.