ग्वालियर। संगीत के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा सम्मान यानी तानसेन अलंकरण से इस बार ग्वालियर घराने के ही पंडित विद्याधर व्यास को नवाजा गया है. खास बात यह है कि 37 साल पहले उनके पिता स्वर्गीय नारायण राव व्यास को भी 1982 में इस सम्मान से अलंकृत किया गया था. अपने सम्मान से अभिभूत विद्याधर व्यास ने कहा कि ग्वालियर घराना ख्याल गायकी का पितृत्व केंद्र है. पंडित विद्याधर व्यास ने इस अलंकरण के बाद अपने आपको सौभाग्यशाली बताया है.
प्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने एक गरमामयी कार्यक्रम में पंडित व्यास को यह सम्मान दिया. इसमें उन्हें दो लाख का नगद चेक, साल-श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया. वहीं राजा मानसिंह तोमर अलंकरण से कर्नाटक के कलाकार निनासम को सम्मानित किया गया. इसके लिए उन्हें एक लाख रुपए नगद, साल-श्रीफल प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए.
संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ का बयान
प्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने किशोर कुमार सहित लता मंगेशकर अलंकरण से पिछले कुछ सालों में कलाकारों को नहीं नवाजा था, लेकिन कमलनाथ सरकार की कोशिश है कि कलाकारों को उनकी विधा के हिसाब से सम्मानित व प्रोत्साहन दिया जाना जरूरी है.इसलिए उन्होंने पूरे संगीत और टूरिज्म क्षेत्र को केंद्रीकृत किया है. ताकि कलाकार और उनकी कला से सभी लाभान्वित हो सकें.