ग्वालियर। शहर में दतिया के सट्टेबाजों से रुपए वसूलने वाले सब इंस्पेक्टर मुकुल यादव, क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक राहुल यादव और आरक्षक विकास तोमर को आखिरकार डीआईजी कृष्णावेणी देशावंतू ने सेवा से बर्खास्त कर दिया है. घटना के बाद से ही तीनों पुलिसकर्मी फरार हैं. उन पर 10-10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है. वसूली कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी. इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप है.
बैंक खातों में जमा कराए 23 लाख : इस मामले में 23 लाख रुपए छुपाने में इस्तेमाल बैंक खातों की संख्या 12 सामने आई थी. इसकी जांच के लिए पुलिस टीम राजस्थान और गुजरात भी गई थी. दरअसल, सिरोल थाना क्षेत्र के एमपी सिटी के फ्लैट में बीते दिनों देर रात क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे सट्टेबाजों को डरा धमका कर गन पॉइंट पर गोला का मंदिर पुलिस थाने में पदस्थ एसआई मुकुल यादव, क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक राहुल यादव और आरक्षक विकास तोमर ने 23 लाख 15 हजार रुपए वसूले थे. ये राशि इन तीनों ने अपने बैंक खातों में डलवाई थी.
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सट्टेबाजों से क्या-क्या मिला : बता दें कि सिरोल थाना पुलिस ने 15 सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर उनसे 31 मोबाइल दो लैपटॉप और दो करोड़ के हिसाब किताब बरामद किया था. तब पता चला कि तीन पुलिसकर्मियों ने सट्टेबाजों से 23 लाख रुपए वसूले हैं. इस बात की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को लगी. मामले ने जब तूल पकड़ा तब एसपी ने अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया और उन पर इनाम भी घोषित किया. इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल ने कहा है कि विभागीय जांच में तीनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं, उन्होंने ड्यूटी के दौरान सट्टेबाजों से पैसा वसूला था.